पाकिस्तान से इंडिया में माहौल बिगाड़ने की साजिश का खुलासा, जैश फाइनेंसर फरहतुल्ला गौरी कर रहा करतूत 

पाकिस्तान स्थित आतंकी ग्रुप जैश-ए-मोहम्मद  में आतंकियों की भर्ती करने वाला फाइनेंसर फरहतुल्ला गौरी भारत में मुसलमानों को मुल्क के खिलाफ बगावत करने के लिए लगातार उकसाने का काम कर रहा है। न्यूज एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार फरहतुल्ला गौरी इसके लिए फेसबुक, टेलीग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफार्मों का यूज कर रहा है।

पाकिस्तान से इंडिया में माहौल बिगाड़ने की साजिश का खुलासा, जैश फाइनेंसर फरहतुल्ला गौरी कर रहा करतूत 

नई दिल्ली। पाकिस्तान स्थित आतंकी ग्रुप जैश-ए-मोहम्मद  में आतंकियों की भर्ती करने वाला फाइनेंसर फरहतुल्ला गौरी भारत में मुसलमानों को मुल्क के खिलाफ बगावत करने के लिए लगातार उकसाने का काम कर रहा है। न्यूज एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार फरहतुल्ला गौरी इसके लिए फेसबुक, टेलीग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफार्मों का यूज कर रहा है।

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एकआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) स्टार्टअप की छानबीन में फरहतुल्ला गौरी की करतूत का खुलासा हुआ है। सेंट्रल होम मिनिस्टरी फरहतुल्ला गौरी को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत आतंकी के तौर पर सूचीबद्ध कर चुका है। उसे 38 आतंकियों की लिस्ट में रखा गया है।न्यूज एजेंसी आइएएनएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इंडिया में शांति भंग करने के लिए फरहतुल्ला गौरी की ओर से तीन एन्क्रिप्टेड टेलीग्राम चैनल, दो संबद्ध फेसबुक पेज और तीन यूट्यूब चैनल इसी साल बनाये गये। हालांकि जांच के दौरान सामग्री मॉडरेशन टीमों ने गौरी ग्रुप से जुड़े एक टेलीग्राम चैनल और एक फेसबुक पेज को हटा दिया। कंपनी ने कहा कि जनवरी 2022 से फेसबुक पर वीडियो के एम्पलीफिकेशन पैटर्न की जांच से पता चलता है कि लोगों को भड़काने के लिए संबंधित पेजों पर वीडियो पोस्ट करने की कोशिशें की गई। 
छानबीन से पता चलता है कि विदेशों में बैठे लोग इंडिया  की अल्पसंख्यक आबादी को कट्टरपंथी बनाने के लिए प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं। इन चैनलों के जरिए किए जाने वाले आतंकवादी प्रचार में संपादित वीडियो डाले गये हैं जिनमें वॉयस ओवर के रूप में फरहतुल्ला गौरी की आवाज है। कुछ वीडियो जम्मू-कश्मीर और देश के अन्य हिस्सों के मुस्लिमों की बयानबाजी से जुड़े हैं। इनमें खुले तौर पर विद्रोह करने को कहा गया है। लोगों से अपील की गई है कि भारत सरकार के खिलाफ हथियार उठाएं।