JPSC सातवीं पीटी का संशोधित रिजल्ट शीघ्र जारी करेगा, 1044 नये कैंडिडेट्स का होगा सलेक्शन  

झारखंड हाई कोर्ट में सातवीं जेपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) में आरक्षण देने के खिलाफ दाखिल याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान जेपीएससी ने कहा कि प्रारंभिक परीक्षा का संशोधित रिजल्ट जल्द जारी किया जायेगा। इसमें 1044 नये कैंडिडेट्स के नाम शामिल किये जायेंगे। 

JPSC सातवीं पीटी का संशोधित रिजल्ट शीघ्र जारी करेगा, 1044 नये कैंडिडेट्स का होगा सलेक्शन  

रांची। झारखंड हाई कोर्ट में सातवीं जेपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) में आरक्षण देने के खिलाफ दाखिल याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान जेपीएससी ने कहा कि प्रारंभिक परीक्षा का संशोधित रिजल्ट जल्द जारी किया जायेगा। इसमें 1044 नये कैंडिडेट्स के नाम शामिल किये जायेंगे। 

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उक्त जानकारी देते हुए जेपीएससी ने कोर्ट से संशोधित रिजल्ट जारी करने की अनुमति मांगी गई। इसपर चीफ जस्टिस डा. रवि रंजन और जस्टिस एसएन प्रसाद की कोर्ट ने कहा कि पहले ही जेपीएससी ने अपनी गलती स्वीकार कर ली। जब एक बार गलती हो गई तो उसे सुधारा जाना चाहिए और संशोधित रिजल्ट जारी किया जाना जरूरी है। इसके लिए कोर्ट से अनुमति लेने की जरूरत नहीं है। कोर्ट ने जेपीएससी के शपथपत्र को आधार मानते हुए संशोधित रिजल्ट को लेकर दाखिल सभी याचिकाएं निष्पादित कर दी।

जेपीएससी से कोई शिकायत नहीं

प्रार्थी के अधिवक्ता अमृतांश वत्स ने इस दौरान कहा कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की ओर से दाखिल शपथ पत्र में नियमानुसार और विज्ञापन की शर्तों के अनुसार पीटी का परिणाम जारी करने की बात कही गई है। इसलिए प्रार्थी की ओर से उठाए गए सभी मुद्दों का समाधान हो गया है। ऐसे में अब उन्हें जेपीएससी से कोई शिकायत नहीं है। जेपीएससी ने पूर्व में जारी पीटी रिजल्ट में आरक्षण दिया था। इसपर अदालत ने जेपीएससी और सरकार से आरक्षण पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा था। यह बताने को कहा था कि प्रारंभिक परीक्षा में आरक्षण का लाभ दिया गया है या नहीं। सातवीं जेपीएससी में कोटि वार कितनी सीटें थीं। रिजर्व कटेगरी के कितने और जनरल कटेगरी के कितने अभ्यर्थी चयनित हुए हैं।
पीटी के रिजल्ट जारी करने में गलती हुई
जेपीएससी की ओर से 11 फरवरी को शपथ पत्र दाखिल कर स्वीकार किया गया था कि प्रारंभिक परीक्षा के रिजल्ट जारी करने में गलती हुई है। इसमें आरक्षण दिया गया है। 25 जनवरी को जेपीएससी ने शपथपत्र दाखिल कर पीटी रिजल्ट में गलती की बात स्वीकार की थी। तीन सप्ताह में संशोधित रिजल्ट निकालने की बात कही थी। जेपीएससी ने 28 जनवरी से होने वाली मुख्य परीक्षा भी स्थगित कर दी थी।

क्या है मामला

जेपीएससी सातवीं से दसवीं तक के प्रारंभिक रिजल्ट में गड़बड़ी को कुमार संयम ने चुनौती दी थी। उन्होंने याचिका में कहा था कि सातवीं जेपीएससी की पीटी में रिजर्वेशन दिया गया है, जो गलत है। पीटी में रिजर्वेशन देने की शर्त एग्जाम के लिए प्रकाशित विज्ञापन में नहीं थी। सरकार ने पीटी में रिजर्वेशन देने की नीति नहीं बनाई है। उन्होंने प्रारंभिक परीक्षा में आरक्षण दिए जाने का दावा करते हुए कहा कि सामान्य श्रेणी की 114 सीटें थीं, नियमानुसार 15 गुना परिणाम जारी होने चाहिए। ऐसे में सामान्य श्रेणी के 1710 अभ्यर्थियों का चयन होना चाहिए। लेकिन सिर्फ 768 कैंडिडेट्स का ही सलेक्शन किया गया। इससे स्पष्ट है कि पीटी रिजल्ट में रिजर्वेशन दिया गया है।