इजरायल ने गाजा में हमास लीडर घर का उड़ाया,33 फलस्तीनी मरे, नेतन्याहू ने कहा-हमारा ऑपरेशन रहेगा जारी

इजरायल ने रविवार तड़के हवाई दक्षिण गाजा शहर के खान यूनुस में हमले कर हमास लीडर यहिया अल सिनवार का घर उड़ा दिया।का घर उड़ा दिया। इजरायल के ताजा हमलों में 13 बच्चों समेत 33 फलस्तीनी और मारे गये हैं। इस संघर्ष में अब तक कुल 181 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। इनमें 52 बच्चे हैं।

इजरायल ने गाजा में हमास लीडर घर का उड़ाया,33 फलस्तीनी मरे, नेतन्याहू ने कहा-हमारा ऑपरेशन रहेगा जारी
  • अब तक मारे जा चुके हैं 52 बच्चे समेत 181 लोग

गाजा। इजरायल ने रविवार तड़के हवाई दक्षिण गाजा शहर के खान यूनुस में हमले कर हमास लीडर यहिया अल सिनवार का घर उड़ा दिया।का घर उड़ा दिया। इजरायल के ताजा हमलों में 13 बच्चों समेत 33 फलस्तीनी और मारे गये हैं। इस संघर्ष में अब तक कुल 181 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। इनमें 52 बच्चे हैं।

यहिया अल सिनवार वर्ष 2011 में इजरायल की जेल से छूटा था। वह हमास की सैन्य और राजनीतिक शाखा का प्रमुख है। उधर हमास की ओर से लगातार राकेट हमले जारी रहने से तेल अवीव और बीरशेबा शहर में खतरे के सायरन बजते रहे। सायरन की आवाज पर शरण के लिए भागने की आपाधापी में दस इजरायली नागरिक घायल हो गये। इस संघर्ष में अब तक दो बच्चों समेत 10 इजरायली मारे जा चुके हैं।इजरायली आर्मी और आतंकी संगठन हमास के बीच संघर्ष सातवें दिन भी जारी रहा। गाजा टाउन में शनिवार को 12 मंजिला बिल्डिंग अल जाला ध्वस्त किए जाने के विरोध में हमास ने रात भर में इजरायल पर 120 राकेट दागे। जवाब में इजरायल ने हमास लीडर का घर उड़ाया है। 
जब तक जरूरी होगा, गाजा में ऑपरेशन जारी रहेगा: नेतन्याहू 

इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि गाजा में जब तक जरूरी होगा हमारा आर्मी ऑपरेशन जारी रहेगा। यह लड़ाई हमने शुरू नहीं की इसलिए हमें कोई अपराधबोध नहीं है। इस जंग में हम इतना ख्याल जरूर रख रहे हैं कि सामान्य नागरिकों को जानमाल का नुकसान कम से कम हो। नेतन्याहू ने शनिवार को टीवी पर एक संदेश में कहा हमास नागरिकों की आड़ लेकर हमारे नागरिकों को निशाना बना रहा है। जबकि हम फलस्तीनी नागरिकों का पूरा ध्यान रख रहे हैं। हमारी कोशिश है कि आर्मी कार्रवाई में उन्हें कोई क्षति न हो या कम से कम क्षति हो।

इस्लामिक देशों के संगठन की आपात बैठक

गाजा में चल रही इजरायल की सैन्य कार्रवाई को लेकर दुबई में 57 इस्लामिक देशों के संगठन (OIC) ने रविवार को आपात बैठक आयोजित की। बैठक में ज्यादातर देशों ने संघर्ष के लिए इजरायल को दोषी ठहराते हुए उसे सबक सिखाने की बात कही। बैठक की शुरूआत में फलस्तीन के विदेश मंत्री रियाद मल्की ने इजरायल की कार्रवाई को कायराना बताते हुए कहा कि हमें अल्लाह को बताना है कि हम आखिरी दिन तक जंग लड़ेंगे। हालांकि मल्की की गाजा या उसके प्रशासन में कोई हैसियत नहीं है। आतंकी संगठन हमास ने वर्ष 2007 से वहां की प्रशासनिक व्यवस्था अपने कब्जे में कर रखी है। कुछ इस तरह के विचार तुर्की, ईरान और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों ने भी व्यक्त किए। 
सुरक्षा परिषद की बैठक में इजरायल और फिलीस्ती न के बीच भड़की हिंसा तत्कारल रोकने की अपील
अफगानिस्तानन और इजरायल के बीच विस्फोयटक हो रहे हालातों पर विचार विमर्श के लिए सुरक्षा परिषद की एक मुख्य बैठक हुई। बैठक में यूएन महासचिव एंटोनियो गुटारेस समेत मध्य पूर्व शान्ति प्रक्रिया के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष संयोजक टॉर वैनेसलैंड शामिल थे। इससे पहले परिषद के सभी सदस्योंक ने दोनों ही पक्षों से तनाव को कम करने और अंतरराष्ट्री य कानूनों का सम्मान करने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट ने एक वक्तव्य में कहा है कि बीते दस दिनों के दौरान फिलीस्ती न और इजरायल के इलाकों में तेजी से हालात बिगड़े हैं। इसकी बड़ी वजह इजरायल द्वारा द्वारा पूर्वी येरूशेलम की शेख जर्राह बस्ती में फिलीस्तीवन परिवारों को जबरन बदखल करना बनी है।उनका ये भी कहना है कि रमजान के दौरान अल अक्साे मस्जिद के आसपास इजरायली फोर्स की तैनाती और हिंसा के बाद नस्लीीय नफरत को बढ़ावा मिला जिसकी वजह से हालात और अधिक खराब हुए।