Jharkhand के जेल में कैसे पहुंच रहे हैं आर्म्स, जेल पुलिस और क्रिमिनल गठजोड़ की खुल रही पोल

झारखंड की जेलों में क्रिमिनल-जेल प्रशासन गठजोड़ की पोल लगातार खुल रही है। रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में इस प्रकरण के बाद जेल सुपरिटेंडेंट जेलर का ट्रांसफर हो चुका है। धनबाद जेल में गैंगस्टर व शार्प शूटर अमन सिंह की मर्डर के बाद एक बार फिर इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं।

Jharkhand के जेल में कैसे पहुंच रहे हैं आर्म्स, जेल पुलिस और क्रिमिनल गठजोड़ की खुल रही पोल

रांची। झारखंड की जेलों में क्रिमिनल-जेल प्रशासन गठजोड़ की पोल लगातार खुल रही है। रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में इस प्रकरण के बाद जेल सुपरिटेंडेंट जेलर का ट्रांसफर हो चुका है। धनबाद जेल में गैंगस्टर व शार्प शूटर अमन सिंह की मर्डर के बाद एक बार फिर इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं। जेल में आर्म्स का पहुंचना सिक्युरिटी पर सवाल है। इस पर सीनीयर अफसरों की नजर है।

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जांच रिपोर्ट मिलने के बाद शुरू होगी कार्रवाई
होम डिपार्टमेंट  को भी आइजी सीआइडी के लीडरशीपवाली कमेटी के अलावा जेल आईजी के नेतृत्व वाली कमेटी की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई संभावित है। ईडी ने पिछले दिनों रांची स्थित जेल में रेड भी की थी। इसमें पत चला था कि क्रिमिनलों के साथ मिलकर जेल प्रशासन ने ईडी के गवाहों को धमकाने में मदद की। इसके एवज में जेल प्रशासन को मोटी रकम भी मिली। 

जेल आईजी उमाशंकर सिंह के अनुसार जेल प्रशासन की संलिप्तता के बिना जेल के भीतर आर्म्स या कोई आपत्तिजनक वस्तु जेल के भीतर नहीं पहुंच सकती है। इसी बिंदु पर जेल निरीक्षणालय की तीन सदस्यीय टीम जांच कर रही है। जांच में जेल से संबंधित जो भी कर्मी-पदाधिकारी दोषी मिलेंगे उनके विरुद्ध एफआइआर भी दर्ज होगी।अनुशासनात्मक कार्रवाई भी होगी। 
कब-कब हुईं मर्डर और आर्म्स की बरामदगी
22 जनवरी 1999 : रांची के जेल चौक स्थित पुरानी जेल में कुख्यात क्रिमिनल अनिल शर्मा ने अपने सहयोगी बबलू श्रीवास्तव, निरंजन कुमार सिंह, सुशील श्रीवास्तव व मधु के साथ मिलकर भोमा सिंह की गर्दन काटकर मर्डर कर दी थी।
31 दिसंबर 2010 : बिरसा मुंडा सेंट्ल जेल में बंद कैदी बलराम साहू उर्फ डेविड के पास से एक पिस्टल बरामद हुआ था। उस समय भी सवाल उठा था कि डेविड तक आर्म्स कैसे पहुंचे।
पांच जून 2011 : रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में जहरीला कोल्डड्रिंक पीने से तीन कैदी मनोज सिंह, मनोज कुमार व बच्चा यादव की मौत हो गई थी। जांच में यह बात सामने आई थी कि एक क्रिमिनल ने साजिश के तहत जेल में जहरीला कोल्डड्रिंक मंगवाया था और खुद नहीं पीकर अपने साथियों को पिलाकर मार दिया।
29 सितंबर 2012 : बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में एक कैदी फिरोज अंसारी पर जानलेवा हमला हुआ था।

25 जून 2019 : जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल में एक सजायाफ्ता कैदी मनोज सिंह की गैंगवार में दूसरे गुट के कैदियों ने पीट-पीटकर मर्डर कर दी थी।
तीन दिसंबर 2023 : धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह को गोलियों से भूनकर मर्डर कर दी गयी।