हरियाणा के ADGP वाई. पूरन कुमार की सुसाइड ने हिलाया सिस्टम, DGP और 15 अफसर FIR की जद में

हरियाणा के एडीजीपी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या मामले में बड़ा खुलासा—सुसाइड नोट में DGP शत्रुजीत कपूर और रोहतक SSP समेत 16 अफसरों के नाम। IPS की पत्नी की शिकायत पर SC/ST एक्ट और आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज।

हरियाणा के ADGP वाई. पूरन कुमार की सुसाइड ने हिलाया सिस्टम, DGP और 15 अफसर FIR की जद में
वाई. पूरन कुमार (फाइल फोटो)।
  • “पांचसाल की प्रताड़ना, फिर मौत !” 

चंडीगढ़। हरियाणा में एक सीनियर IPS अफसर वाई. पूरन कुमार की सुसाइड ने पूरे पुलिस महकमे को हिला कर रख दिया है। एडीजीपी वाई. पूरन कुमार की सुसाइड के मामले में अब राज्य के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक एसएसपी समेत 16 अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है। यह कार्रवाई एडीजीपी की पत्नी और आईएएस अफसर अमनीत पी. कुमार की कंपलेन के आधार पर की गयी है।
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सुसाइड नोट में 16 अफसरों पर गंभीर आरोप
मृतक एडीजीपी वाई. पूरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में 16 आईपीएस और आईएएस अधिकारियों पर उत्पीड़न, जातिगत भेदभाव और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा कि वे पिछले पांच वर्षों से लगातार प्रताड़ित किये जा रहे थे। कुमार ने यह भी उल्लेख किया कि कुछ अधिकारियों द्वारा उन्हें जानबूझकर पदोन्नति और महत्वपूर्ण पदों से वंचित किया गया। उन्होंने कहा कि सिस्टम के भीतर की “जातिगत राजनीति और भेदभाव” से वे गहराई से टूट चुके थे।
परिवार की सुरक्षा पर जतायी थी चिंता
सुसाइड नोट में पूरन कुमार ने यह भी लिखा कि वे अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं। उन्होंने आशंका जताई थी कि उनके खिलाफ साजिश की जा रही है और परिवार को नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
 पत्नी की शिकायत पर दर्ज हुई एफआईआर
चंडीगढ़ पुलिस के अनुसार, दिवंगत आईपीएस अफसर की पत्नी आईएएस अमनीत पी. कुमार की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गयी है। मामला आत्महत्या के लिए उकसाने (IPC 306) और एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि एफआईआर में उन्हीं अधिकारियों के नाम शामिल हैं जिनका उल्लेख मृतक के सुसाइड नोट में किया गया है।
हरियाणा पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
एडीजीपी स्तर के अधिकारी द्वारा खुदकुशी और डीजीपी समेत उच्च अधिकारियों पर आरोप लगने के बाद हरियाणा पुलिस और प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है।राज्य सरकार ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं। साथ ही, सीनियर आईपीएस अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गयी है।
 कौन थे वाई. पूरन कुमार?
वाई. पूरन कुमार हरियाणा कैडर के सीनीयर आईपीएस अफसर थे। अपनी सख्त प्रशासनिक शैली के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कई जिलों में बतौर एसएसपी और एडीजीपी स्तर पर महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने अपने पीएसओ की सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या की।
राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर उठे सवाल
इस मामले ने हरियाणा में राजनीतिक और प्रशासनिक दोनों स्तरों पर भूचाल ला दिया है। विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया है कि राज्य के अफसरों को जातिगत आधार पर प्रताड़ित किया जा रहा है। वहीं, सरकार का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच करायी जायेगी और किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा।
निष्कर्ष:
ADGP वाई. पूरन कुमार की खुदकुशी सिर्फ एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं, बल्कि हरियाणा के प्रशासनिक तंत्र में व्याप्त भेदभाव, मानसिक दबाव और सत्तात्मक राजनीति पर गंभीर सवाल खड़े करती है।