गिरिडीह: शादी का झांसा देकर यौन शोषण के आरोप में देवरी पुलिस स्टेशन ऑफिसर इंचार्ज गौरव कुमार अरेस्ट

एसआइ सह जिले के देवरी पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज सह गौरव कुमार को यौन शोषण के आरोप मे बुधवार को अरेस्ट कर लिया गया। कोर्ट में पेशी के बाद एसआइ को जेल भेज दिया गया है। बोकारो की एक युवती ने गौरव पर यौन शोषण का आरोप लगाया है।

गिरिडीह: शादी का झांसा देकर यौन शोषण के आरोप में देवरी पुलिस स्टेशन ऑफिसर इंचार्ज गौरव कुमार अरेस्ट
सब इंस्पेक्टर गौरव कुमार(फाइल फोटो)।
  • दो साल से चल रहा था लवअफेयर

गिरिडीह। शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने के आरोप में एसआइ सह जिले के देवरी पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज सह गौरव कुमार को  बुधवार को अरेस्ट कर लिया गया। कोर्ट में पेशी के बाद एसआइ को जेल भेज दिया गया है। रांची हरमू की एक युवती ने गौरव पर यौन शोषण का आरोप लगायी है।गौरव कुमार बिहार के लखीसराय जिले के चेतन टोला खुटाहा गांव का रहने वाला है।
गिरिडीह एसपी अमित रेणू ने बताया कि रांची की रहने वाली एक युवती ने कुमार गौरव पर अश्लील वीडियो भेजने शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया है। कुमार गौरव ने पहले शादी का प्रलोभन देकर शारीरिक संबंध बनाये। इस बात को लीक होने पर सुसाइड की धमकी दी। पीड़ित युवती की कंपलेन पर महिला पुलिस स्टेशन में कांड संख्या 17/20 दिनांक - 16.12.2020 धारा 376, 506, 34, 417, 354सी आइपीसी के तहतएफआइआर दर्ज किया गया है। साइबर पुलिस स्टेशन के ओसी सुरेश प्रसाद मंडल इस केस के आइओ बनाये गये हैं।  पीड़िता का कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराने के बाद एसआइ को अरेस्ट कर लिया गया। 

डीआइजी पहुंचे गिरिडीह
डीआइजी अमोल वी होमकर ने गिरिडीह पहुंच कर मामले की जांच की। डीआइजी के समक्ष भी पीड़ित युवती ने बयान दी और एसआइ गौरव पर रेप के आरोप लगाये। जांच बाद आरोपी ओसी कुमार गौरव अरेस्ट कर लिया। देर शाम पुलिस मेडिकल जांच जांच के बाद कोर्ट मंज पेश की। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी एसआइ को अरेस्ट करने समेत अन्य एक्शन के लिए हजारीबाग डीआइजी अमोल वेणुकांत दोपहर ही गिरिडीह पहुंच चुके थे। आरोपी ओसी को देवरी से अरेस्ट कर गिरिडीह लाया गया। इस दौरान दिनभर जिला पुलिस महकमे में हड़कंप मची रही। सीनीयर अफसर को छोड़कर जिले के किसी पदाधिकारी को देवरी ओसी गौरव की गिरफ्तारी की कोई सूचना नहीं थी। हलांकि  शाम होते-होते ओसी की गिरफ्तारी की सूचना जिले में आग की तरफ फैल गयी।एसआइ गौरव पलहले टाउन पुलिस स्टेशन में थे। अभी कुछ दिन पहले ही देवरी का ऑफिसर इंचार्ज  बनाया गया था।

सोशल सइट से हुई थी दोस्ती
पीड़िता ने पुलिस को बताया है कि वर्ष 2018 मेंउसकी दोस्ती गौरव कुमार उर्फ गौरव कुमार यादव से सोशल साइट पर हुई थी। शुरुआत में वह उसके साथ दोस्ती किया। फिर बाद में धीरे-धीरे उसके करीब आता गया। गौरव ने वर्ष 2019 की मार्च  में उसेे प्रपोज किया।बोला कि वह उससे शादी करना चाहता है। गौरव उस समय ट्रेनिंग में था।  कहा कि ट्रेनिंग पूरा होने के बाद वह शादी करेगा। जुलाई में उसने उसे बताया कि उसके घरवाले शादी के लिए नहीं मान रहे हैं। इसके बाद वह सब कुछ खत्म कर आगे बढ़ने की सोच ली। परंतु गौरव बार-बार उसे वॉट्सऐप पर मैसेज करने लगा कि वह अपने परिवार को मना लेगा। वह उसके बिना जी नहीं सकता। इसके बाद धीरे-धीरे वह फिर उससे बात करने लगी।

बोकारो के एक होटल में मांग में सिंदूर डाला
पीड़िता का कहना है कि वर्ष 2019 की 19 दिसंबर को गौरव बोकारो के एक होटल में उससे मिला। उसके मांग में सिंदूर भर दिया और कहा कि वह आज से उसकी वाइफ है। जल्द ही वह कोर्ट मैरेज करेगा। वर्ष 2020 की आठ जनवरी को गौरव उससे रांची के एक गेस्ट हाउस में मिला। रात भर गौरव उसके साथ रहा। गौरव ने जनवरी लास्ट वीक में कहा कि उसकी शादी डुमरी के एक लड़की से उसकी मां उसके बगैर मर्जी से तय कर रही है।

कोर्ट मैरेज करने के लिए बुलाता था गिरिडीह
पीड़िता ने कहा है कि 27 फरवरी को गौरव कोर्ट मैरेज करने के लिए उसे गिरिडीह बुलाया।फिर कुछ न कुछ बहाना कर बात टाल दिया।उसका ओरिजनल सर्टिफिकेट अपने पास रख लिया। उसने कहा कि वह मैरेज सर्टिफिकेट बनवाने की कोशिश करेगा। फिर उसे नौ मार्च को कोर्ट मैरेज एवं होली के लिए गौरव ने गिरिडीह बुलाया। र टाल मटोल कर दिया। इसके बाद वह गौरव को बोली कि रांची से सर्टिफिकेट बनवा लेगी। इस पर गौरव ने उससे कहा कि वह जब बोलेगी वह आ जायेगा। परंतु बार-बार बुलाने पर भी गौरव रांची नहीं आया। बाद में वह बोला कि उसकी शादी दूसरी लड़की से तय हो गई है। इसलिए वह उससे शादी नहीं करेगा।उससे गोली मारने की धमकी देने लगा।

दारोगा की मां, भाई, बहन और जीजा पर भी आरोप
पीड़िता ने एफआइआप में गौरव के अलावा उसकी मां, भाई, बहन, जीजा और अनु कुमारी नामक लड़की पर भी आरोप लगाया है। अनु पर गाली देने और गिरिडीह आने पर नक्सली से रास्ते में मरवा देने का आरोप लगाया गया है। पीड़िता ने कहा है कि गौरव की मां ने मामला सुलझाने की बात कही थी।परंतु बाद में फोन करने पर गाली देने लगी। कहने लगी कि उसके बेटा और दामाद बिहार के कई क्रिमिनलों को जानता है, उसे मरवा देगा। वह अपना मुंह बंद रखे। गौरव की बहन पर भी गालियां देने का आरोप लगाया है।

डीजीपी से कंपलेन के बाद हुई कार्रवाई
 पीड़िता ने पहले गिरिडीह एसपी को देवरी ओसीगौरव कुमार के खिलाफ लिखित कंपलेन की थी। एसपी लेवल से मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद पीड़िता ने डीजीपी एमवी राव से कंपलेनकिया। डीजीपी ने मामले को गंभीरता से लिया और गिरिडीह एसपी को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया। डीजीपी के निर्देश पर मंगलवार को एक डीएसपी के साथ महिला थाना प्रभारी गिरिडीह से रांची पीड़िता के घर पहुंचकर जांच की। इसके बाद बुधवार की सुबह पुलिस टीम पीड़िता को लेकर गिरिडीह वापस आई।

डीआईजी के जांच के बाद हुई एफआइआर व अरेस्टिंग
 डीआईजी हजारीबाग अमोल वेणूकांत होंमकार बुधवार को गिरिडीह पहुंचे।पूरे मामले गहन जांच की। डीआईजी की जांच के बाद महिला थाना में एफआइआर दर्ज कर ली गई। इसके बाद देवरी ओसी  गौरव कुमार को अरेस्ट कर लिया गया।