पांच हाई कोर्ट्स को मिलेंगे नये चीफ जस्टिस, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने की नामों की अनुशंसा

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने देश के पांच हाई कोर्ट्स के लिए चीफ जस्टिस के नामों की अनुशंसा की है। इनमें इलाहाबाद, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा, झारखंड और गौहाटी हाई कोर्ट्स के लिए चीफ जस्टिस के नामों की सिफारिश की गयी है।

पांच हाई कोर्ट्स को मिलेंगे नये चीफ जस्टिस, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने की नामों की अनुशंसा
झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बीआर सारंगी।
  • सीनीयरटी, हाई कोर्ट्स के क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व, अनुभव, अखंडता आदि के पहलू पर विचार 

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने देश के पांच हाई कोर्ट्स के लिए चीफ जस्टिस के नामों की अनुशंसा की है। इनमें इलाहाबाद, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा, झारखंड और गौहाटी हाई कोर्ट्स के लिए चीफ जस्टिस के नामों की सिफारिश की गयी है।

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सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जस्टिस बीआर सारंगी को झारखंड हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाने की अनुशंसा की है। जस्टिस अरुण भंसाली को इलाहाबाद का चीफ जस्टिस, जस्टिस , विजय बिश्नोई को गौहाटी का चीफ जस्टिस, जस्टिस शील नागू को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में रिकमंड किया गया है। राजस्थान हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के लिए जस्टिस मनिंद्र मोहन श्रीवास्ताव के नाम की सिफारिश की गई है।
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) धनंजय वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में कॉलेजियम में जस्टिस संजीव खन्ना और बीआर गवई भी शामिल थे। कॉलेजियम ने नामों की सिफारिश करने के लिए वरिष्ठता, उच्च न्यायालयों के क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व, अनुभव, अखंडता और चरित्र के पहलूपर विचार किया। जस्टिस सारंगी वर्तमान में उड़ीसा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश हैं।न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा की रिटायरमेंट के बाद झारखंड के चीफ जस्टिस का कार्यालय गुरुवार को खाली हो गया। जस्टिस सारंगी को जून 2013 में उड़ीसा हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में प्रमोट किया गया था। अपने 10 साल के कार्यकाल में उन्होंने 1056 से अधिक फैसले लिखे हैं।

सीजे प्रितिंकर दिवाकर की रिटायरमेंट के बाद पिछले महीने इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस का पद खाली हो गया था। उनकी जगह कॉलेजियम ने राजस्थान हाई कोर्ट के सीनीयर जस्टिस अरुण भंसाली की सिफारिश की। उन्होंने हाई कोर्ट के जस्टिस के रूप में लगभग 11 वर्षों के छोटे से कार्यकाल में 1,230 से अधिक निर्णय लिखे हैं। इलाहाबाद हाई कोर्ट  देश का सबसे बड़ा हाई कोर्ट है। कॉलेजियम नेउनके नाम की सिफारिश करते समय नागरिक, कंपनी, संवैधानिक और कराधान मामलों में जस्टिस भंसाली के व्यापक अनुभव को ध्यान में रखा।