CM हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित अन्य के 18 ठिकानों पर ED का छापा, पांच करोड़ कैश बरामद

ED ने टेंडर विवाद में दर्ज मामले में शुक्रवार को सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि झामुमो नेता पंकज मिश्रा सहित 14 लोगों के कुल 18 ठिकानों पर रेड मारा। रेड के दौरान पंकज मिश्रा व उनके करीबियों के ठिकानों से 5.32 करोड़ रुपये कैश और व्यापारिक गतिविधियों से संबंधित दस्तावेज जब्त किये गये हैं। ईडी की टीम पंकज मिश्रा को दिल्ली में पूछताछ के बाद छोड़ दिया है। 

CM हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित अन्य के 18 ठिकानों पर ED का छापा, पांच करोड़ कैश बरामद
  • बिजनस व लेन-देन के करोड़ों के कागजात जब्त
  • ईडी ने पूछताछ के बाद पंकज मिश्रा को छोड़ा

रांची। ED ने टेंडर विवाद में दर्ज मामले में शुक्रवार को सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि झामुमो नेता पंकज मिश्रा सहित 14 लोगों के कुल 18 ठिकानों पर रेड मारा। रेड के दौरान पंकज मिश्रा व उनके करीबियों के ठिकानों से 5.32 करोड़ रुपये कैश और व्यापारिक गतिविधियों से संबंधित दस्तावेज जब्त किये गये हैं। ईडी की टीम पंकज मिश्रा को दिल्ली में पूछताछ के बाद छोड़ दिया है। 

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ईडी की ओर से शनिवार को  जारी ऑफिसियल बयान में कहा गया है कि सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रति निधि पंकज मिश्रा और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ मनी लांन्ड्रिंग जांच के तहत झारखंड में लगभग 18 स्थानों पर रेड करने के बाद 5.32 करोड़ रुपये कैश जब्त किये गये हैं।

निशिकांत दूबे ने पांच करोड़ से अधिक रुपयों की बरामदगी का किया दावा
गोड्डा से बीजेपी एमपी डा. निशिकांत दूबे ने ट्वीट कर पंकज मिश्रा व उनके सहयोगियों के ठिकाने से पांच करोड़ से अधिक रुपयों की बरामदगी का दावा किया है। ईडी की रेड में करोड़ों के लेन-देन व जमीन से संबंधित दस्तावेज भी मिले हैं, जिसकी छानबीन की जा रही है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के इर्द-गिर्द लोगों की ईमानदारी आज सामने आ गई । ED के छापेमारी में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा व उनके समर्थकों के यहाँ 5 करोड़ से ज़्यादा नक़द व हज़ारों करोड़ की सम्पत्ति मिला । कितना लूटिएगा

— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) July 8, 2022
जिन 20 ठिकाने पर हुई ईडी की रेड
ईडी ने पंकज मिश्रा के आवास व ऑफिस समेत उसे जुड़े लोगों  के18 ठिकानों पर रेड किया है। स्टोन बिजनसमैन बेदू खुडानिया , गंगा नदी पर जहाज संचालक दाहू यादव केशो भनपुर भट्ठा व बंगाली टोला के व्हाइट हाउस, छोटू यादव के जयप्रकाश नगर, कन्हैया खुडानिया के चौक बाजार व भरतिया कालोनी, साहिबगंज के ज्वेलरी बिजनसमैन संजय दीवान के चौक बाजार, टिंकल भगत, पतरू सिंह राजीव कुमार व राजू भगत के मिर्जा चौकी, भगवान भगत, भावेश भगत, कृष्णा साह, सुब्रतो पाल के बरहड़वा, सोनू सिंह के राजमहल व निमाय सील के बरहेट स्थित आवास शामिल हैं। दाहू यादव साहिबगंज-मनिहारी के बीच गंगा नदी पर जहाज का संचालन करते हैं। संजय दीवान की ज्वेलरी की दुकान चलाते हैं। 
निशिकांत ने हेमंत सोरेन को कहा – शुरमा भोपाली ... बताया 
सीएम हेमंत सोरेन खिलाफ बेहद मुखर रहनेवाले बीजेपी एमपी निशिकांत दूबे ने उन्हें शुरमा भोपाली कहा है। उन्हों ने ट्विटर पर लिखे संदेश में कहा कि ईडी को चैलेंज करने वाले सीएम हेमंत सोरेन जी के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का यह हाल है। तो बाकी का अंदाजा आप ही लगाएं। बीजेपी एमी ने लिखा - झारखंड हाईकोर्ट,सुप्रीम कोर्ट में जांच को रोकने की कोशिश करने वाले शुरमा भोपाली कितने भ्रष्टाचार के दलदल में हैं? इसका अंदाजा पूजा सिंघल व पंकज मिश्रा दे ही चुके हैं। वैसे पका झारखंड में कमाल है, प्रेम, पूजा, पंकज,पि न्टू...।
ईडी की रेड में फेरी संचालक दाहु यादव के भी राज्य से बाहर होने की सूचना है। साहिबगंज, बरहरवा के अलावा बंगाल के पांच स्थानों पर भी रेड हुई। ईडी ने मालदा के सुल्तानगंज व गोलापगंज में दो लोगों को ठिकानों पर तलाशी ली. बीरभूम, झाड़ग्राम व उत्तर 24 परगना के अशोकनगर इलाके में भी सर्च चलाया गया, जहां से कुछ दस्तावेज व इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किये गये हैं।. जिन लोगों के ठिकानों पर रेड की गयी, वे ट्रांसपोर्ट व स्टोन चिप्स के कारोबार से जुड़े हैं।
बिजनस से जुड़े दस्तावेज जब्त
इडी ने संतालपरगना के साहिबगंज, राजमहल और बरहरवा में पंकज मिश्रा व उनसे संबंधित लोगों के ठिकानों पर रेड मारा। इनमें पंकज मिश्रा और उससे संबंधित स्टोन बिजनसमैन व कंट्रेक्टर के ठिकाने शामिल थे। इस दौरान व्यापारिक गतिविधियों से जुड़े दस्तावेज जब्त किये गये। इसमें स्टोन के लीगल व इलिगल बिजनस से जुड़ी अहम सूचनाएं भी शामिल हैं। रेड के दौरान दाहु यादव के घर में एक लोहे की बड़ी तिजोरी मिली है। स्टोन बिजनसमैन हीरा भगत के ठिकानों से तीन करोड़ रुपये कैश जब्त किये गये हैं।

जहां हुई ईडी की रेड
विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के साहिबगंज स्थित आवास पर छोटू यादव (स्टोन बिजनसमैन) के साहिबगंज स्थित ठिकानों पर वेदु खुडानि पंकज और उससे संबंधित स्टोन बिजनसमैन व ठेकेदारों के ठिकाने रेड (स्टोन बिजनसमैन) साहिबगंज के ठिकानों पर
दाहू यादव: (फेरी संचालक) के साहिबगंज स्थित ठिकानों पर
संजय दीवान: (ज्वेलर्स) बरहरवा, साहिबगंज के ठिकानों पर
कृष्णा साहा: (स्टोन बिजनसमैन) के रिसौड़ स्थित ठिकानों पर
भगवान भगत (स्टोन बिजनसमैन) के बरहरवा, साहिबगंज स्थित ठिकानों पर
भवेश भगत (स्टोन बिजनसमैन) के बरहरवा, साहिबगंज स्थित ठिकानों पर
सुब्रत पाल (स्टोन बिजनसमैन) मिर्जा चौकी, बरहरवा स्थित ठिकानों पर
पतरू सिंह के मिर्जा चौकी स्थित ठिकानों पर
ट्विंकल भगत के मिर्जा चौकी स्थित ठिकानों परराजू भगत के मिर्चा चौकी स्थित ठिकानों पर
सोनु सिंह (स्टोन बिजनसमैन व फेरी संचालक) के राजमहल स्थित ठिकानों पर
निमाई शील (पत्थर व बालू कारोबारी) के बरहेट स्थित ठिकानों पर

ईडी ने वर्ष 2020 में बरहरवा थाने में टेंडर विवाद के मामले में दर्ज मामले के आधार पर मनी लाउंड्रिंग के आरोप में वर्ष 2022 में FIR दर्ज की थी। इसमें पंकज मिश्रा को नेम्ड एक्युज्ड बनाया गया था। इडी ने इस मामले में पिछले दिनों शंभु नंदन कुमार का बयान दर्ज किया था। शंभु नंदन का बयान दर्ज करने के बाद तथ्यों की पुष्टि के लिए इडी ने उसके उस मोबाइल को जब्त कर लिया था। इस फोन पर पंकज मिश्रा द्वारा फोन करने का दावा था। इडी ने फोन को फारेंसिक जांच के लिए भेजा था। इडी को कुछ और अहम जानकारियां मिलने की सूचना है। साथ ही 19 जून 2020 को पंचायत भवन में हुए हंगामे से संबंधित वीडियो क्लिप मिला था।

बरहरवा में 2020 में हुआ था टेंडर विवाद
साहिबगंज के बरहरवा में हुए टेंडर विवाद को लेकर इडी ने मनी लाउंड्रिंग का केस दर्ज किया है़। जून 2020 में बरहरवा में हाट बाजार की बंदोबस्ती के टेंडर को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था़ इसमें कंट्रेक्टर शंभू नंदन कुमार ने मिनिस्टर आलमगीर आलम और बरहेट विधायक हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा समेत कई लोगों पर FIR दर्ज करायी थी। इस मामले में विरोधी पक्ष की ओर से शंभू नंदन कुमार के खिलाफ भी दो अन्य लोगों ने एफआइआर दर्ज करायी थी़। इडी ने बरहरवा पुलिस स्टेशनमें टेंडर विवाद से जुड़ी एफआइआर की पूरी जानकारी मांगी थी़। टेंडर प्रक्रिया में शामिल होने से कंट्रेक्ट शंभू नंदन को रोका गया था़ इससे संबंधित जानकारी मांगी थी़ यह मामला सामने तब आया, जब शंभू की पंकज मिश्रा और मंत्री आलमगीर आलम से बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ़। इसके बाद आलम पर टेंडर मैनेज करने का आरोप लगा था़ ऑडियो में शंभू को टेंडर प्रकिया में शामिल नहीं होने को कहा गया था।