Dhanbad: धनबाद-चंद्रपुरा पेसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरु, चंद्र प्रकाश व ढुल्लू ने दिखायी हरी झंडी

साढ़े छह साल बाद धनबाद-चंद्रपुरा पेसेंजर ट्रेन का परिचालन फिर से शुरू हो गया है। गिरिडीह एमपी चंद्रप्रकाश चौधरी और बाघमारा एमएलए ढुल्लू महतो ने चंद्रपुरा से ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर धनबाद के लिए रवाना किया। इस ट्रेन के शुरू होने से कोयलांचल के लोगों में खुशी की लहर है।

Dhanbad: धनबाद-चंद्रपुरा पेसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरु, चंद्र प्रकाश व ढुल्लू ने दिखायी हरी झंडी
साढ़े छह साल बाद डीसी ट्रेन पटरी पर दौड़ी।
  • कोयलांचल के लोगों में खुशी
  • डीसी ट्रेन पैसेंजर ट्रेन लेकिन लगेगा मेल एक्सप्रेस का भाड़ा

धनबाद। साढ़े छह साल बाद धनबाद-चंद्रपुरा पेसेंजर ट्रेन का परिचालन फिर से शुरू हो गया है। गिरिडीह एमपी चंद्रप्रकाश चौधरी और बाघमारा एमएलए ढुल्लू महतो ने चंद्रपुरा से ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर धनबाद के लिए रवाना किया। इस ट्रेन के शुरू होने से कोयलांचल के लोगों में खुशी की लहर है।

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आज दिनांक 10.01.24 को माननीय सांसद श्री चन्द्र प्रकाश चौधरी एवं माननीय विधायक श्री ढुलु महतो द्वारा चन्द्रपुरा स्टेशन पर ट्रेन संख्या 03331, चन्द्रपुरा-धनबाद पैसेंजर स्पेशल को हरी झंडी दिखाकर इसके पुनः परिचालन का शुभारम्भ किया गया | pic.twitter.com/LabycliY3Q

— DRM/DHANBAD (@drmdhnecr) January 10, 2024 >

डीसी ट्रेन के कतरास पहुंचने पर बाघमारा एमएलए ढुल्लू महतो  और गिरिडीह एमपी चंद्र प्रकाश चौधरी ने ड्राइवर एवं गार्ड का स्वागत किया। एमपी व एमएलए ने कहा कि 26 जोड़ी ट्रेनें  इस लाइन पर बंद हुई थी।  धीरे-धीरे सभी ट्रेनों की शुरुआत हो रही है।  आज डीसी ट्रेन मिल गई। उन्होंने पीएम व रेल मिनिस्टर  का आभार जताया।  ढुल्लू महतो ने कहा कि डीसी रेल लाइन को आग से खतरा बताने वाले लोग  षड्यंत्र कर रहे है। उन्होंने कहा कि सेंट्रल गवर्नमेंट कतरासगढ़ स्टेशन के सौंदरीकरण के लिए 50 करोड रुपए खर्च कर रही है।  यह काम शुरू हो गया है।  इसलिए कोई बयानबाजी कर जनता को भ्रमित करने की कोशिश न की जाए। स्टेट गवर्नमेंट ने डीसी लाइन पर बंद ट्रेनों को चालू करने का कोई प्रयास नहीं किया। 
लगातार प्रयास के बाद शुरू हुई है डीसी ट्रेन 
एमपी चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि डीसी ट्रेन को शुरू करने को लेकर वे कई बार रेल मिनिस्टर से मिले। इसका परिणाम है कि डीसी ट्रेन आज से शुरू हो गई है।  इस ट्रेन में पांच जनरल बगियां के अलावा दो एसएलआर बोगी जोड़ी गई है।चंद्रपुरा रेलवे स्टेशन पर 10 जनवरी 2024 की सुबह 7.10 बजे गिरिडीह एमपी चंद्रप्रकाश चौधरी और बाघमारा एमएलए ढुल्लू महतो नेट्रेन को हरी झंडी दिखाकर धनबाद के लिए रवाना किया। मौके पर बड़ी संख्या में बीजेपी व आजूस नेताओं के साथ आमलोग उपस्थित थे। आजसू और भाजपा नेताओं नेइस ट्रेन से सफर किया। 10 जनवनरी की शाम 5.05 बजे यह ट्रेन धनबाद से चंद्रपुरा के लिए रवाना होगी। धनबाद स्टेशन पर एमपी पशुपतिनाथ सिंह व एमएलए राज सिन्हा ट्रेन को हरी झंडी दिखायेंगे।
15 जून 2017 से बंद थी ट्रेनें
पहले की तरह ये डीसी सवारी गाड़ी अब प्रतिदिन सुबह चंद्रपुरा से चलकर धनबाद तक जायेगी। शाम को फिर धनबाद से खुलकर चंद्रपुरा तक आयेगी। रेलवे द्वारा 15 जून 2017 आदेश जारी आदेश के बाद डीसी लाइन पर दौड़नेवाली सभी ट्रेनें बंद कर दिया गया था। इससे कोयलांचलवासी नाराज थे। ट्रेनों का परिचालन शुरू करने के लिए विभिन्न संगठनों वर्षों तक धरना प्रदर्शन करते रहे। गिरिडीह एमपी चंद्र प्रकाश चौधरी और बाघमारा बीजेपी एमएलए ढुल्लू महतो का भी डीसी लाइन चालू कराने का प्रयास करते रहे। अंतत: डीसी लाइन से कई ट्रेनों का परिचालन और कतरास में ठहराव शुरू हो गया है।
धनबाद -चंद्रपुरा  पैसेंजर ट्रेन के फिर से पटरी पर लौटने से कतरास व आसपास के स्टेशनों के अगल-बगल रहने वाले लोगों में खुशी का माहौल है। डीसी पैसेंजर का न्यूनतम किराया ₹30 तय होने पर लोगों में थोड़ी मायूसी जरूर थी.  लेकिन  मासिक सीजन टिकट का रेट सुनकर लोगों ने राहत ली है। धनबाद -चंद्रपुरा  ट्रेन पैसेंजर होने के बावजूद मेल एक्सप्रेस के बराबर किराया तय किया गया है। मेल एक्सप्रेस का 50 किलोमीटर तक न्यूनतम किराया ₹30 निर्धारित है , जबकि पैसेंजर ट्रेन का किराया ₹10 होता है।  मासिक टिकट नहीं लेने वाले को 50 किलोमीटर की यात्रा तय करने के लिए ₹30 का भुगतान करना होगा।
डीजीएमएस ने डीसी रेल लाइन को फिर बताया है खतरा 
डीजीएमएस के डीजी ने एक बार फिर  कहा है कि धनबाद -चंद्रपुरा  रेल लाइन को आज भी आग से खतरा है। कोयला खनन के कारण कोलकाता -नई दिल्ली राष्ट्रीय  राजमार्ग पर भी खतरा है।  इसकी स्टडी की गई है।  सर्वे रिपोर्ट के आधार पर रिस्क असेसमेंट के तहत काम किया जा रहा है।  रेलवे भी सुरक्षा को ध्यान में रखकर ट्रेनों का परिचालन कर रही है। रेल लाइन को आग से खतरा की वजह से 15 जून 2017 को ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे ने इस रेल लाइन को बंद कर दिया था। बिना किसी वैकल्पिक रूट के निर्धारण के रेलवे के इस निर्णय ने सब को चौकाया था। डीजीएमएस की रिपोर्ट के आधार पर यह सब किया गया था।