तीन वर्षों में अमेरिका जैसी होंगी देश की एनएच: नितिन गडकरी

सेंट्रल सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अगले तीन वर्षों में देशभर में अमेरिकी स्तर के एनएच विकसित करने का भरोसा जताया है। गडकरी शनिवार को गुजरात के बनासकांठा स्थित दीसा में पौने चार किमी के एलिवेटेड कारिडोर का लोकार्पण किया। 

तीन वर्षों में अमेरिका जैसी होंगी देश की एनएच: नितिन गडकरी

अहमदाबाद। सेंट्रल सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अगले तीन वर्षों में देशभर में अमेरिकी स्तर के एनएच विकसित करने का भरोसा जताया है। गडकरी शनिवार को गुजरात के बनासकांठा स्थित दीसा में पौने चार किमी के एलिवेटेड कारिडोर का लोकार्पण किया। 
उन्होंने कहा कि वर्तमान में देशभर में हाईवे निर्माण की गति को भी अब तक का सर्वाधिक बताया। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में हाईवे निर्माण की गति बेहद तेज है। अगले तीन वर्षों में देश को अमेरिकी स्तर की सड़कें मिलेंगी। गडकरी के अनुसार, एक जमाने में देश रोजाना महज दो किमी लंबाई की रफ्तार से राष्ट्रीय राजमार्गो का निर्माण कर पा रहा था। यह गति वर्तमान में 38 किमी प्रतिदिन पर पहुंच गई है। 
मौके पर गुजरात के सीएम विजय रूपाणी से उन्होंने कहा कि भारतमाला परियोजना के तहत राज्य में कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं। उनमें भूमि अधिग्रहण संबंधी बाधाओं को जल्द से जल्द खत्म किया जाए, ताकि इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास को गति मिल सके।
गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय राजमार्गों का जोर-शोर से निर्माण हो रहा है। कभी दो किमी रोजाना की रफ्तार से राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण हो रहा था। अब हम 38 किमी रोजाना पर पहुंच चुके हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि अगले तीन वर्षों में देश को अमेरिकी स्टैंडर्ड की सड़कें मिलेंगी।
उन्होंने कहा कि गुजरात में भारतमाला परियोजना के तहत 25,370 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न परियोजनाओं के तहत 1,080 किमी सड़क का निर्माण हो रहा है। भारतमाला परियोजना के तहत महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के बाद संपूर्ण हिमालय क्षेत्र में हाइवे का निर्माण होना है। वडोदरा से दक्षिण गुजरात के किम को जोड़ने वाला 125 किमी लंबा राजमार्ग इस वर्ष दिसंबर तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। इस परियोजना की लागत 8,711 करोड़ रुपये है। 
गडकरी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट राजस्थान, मध्य प्रदेश व गुजरात के पिछड़े क्षेत्रों और आदिवासियों के लिए वरदान साबित होगी। यह प्रोजेक्ट इस क्षेत्र में निवेश और कारोबार को आकर्षित करेगी, जिससे स्थानीय किसानों को फायदा होगा। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का काम भी बहुत तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि अमृतसर-जामनगर इकोनामिक कारिडोर पर भी काम शुरू हो गया है। वहीं, 3,000 करोड़ रुपये की लागत से 109 किमी लंबाई वाला धोलेरा-अहमदाबाद एक्सप्रेसवे भी इस वर्ष पूरा हो जाने की उम्मीद है।