बिहटा ESIC अस्पताल के 350 बेड पर आज से कोरोना पेसेंट का इलाज, आर्मी व स्टेट गवर्नमेंट में बनी सहमति

बिहार की राजधानी पटना के बिहटा सिकंदरपुर स्थित ईएसआइसी हॉस्पीटल में 22 मई से कोरोना पेसेंटों का 350 बेडों पर इलाज शुरू हो जायेगा। इसपर आर्मी व स्टेट गवर्नमेंट के प्रतिनिधि के बीच हुई बैठक में सहमति बन गई है। 

बिहटा ESIC अस्पताल के 350 बेड पर आज से कोरोना पेसेंट का इलाज, आर्मी व स्टेट गवर्नमेंट में बनी सहमति

पटना। बिहार की राजधानी पटना के बिहटा सिकंदरपुर स्थित ईएसआइसी हॉस्पीटल में 22 मई से कोरोना पेसेंटों का 350 बेडों पर इलाज शुरू हो जायेगा। इसपर आर्मी व स्टेट गवर्नमेंट के प्रतिनिधि के बीच हुई बैठक में सहमति बन गई है। 
उल्लेखनीय है कि कि पांच सौ बेड के इस हॉस्पीटल में 10 अप्रैल से कोरोना मरीजों के लिए 50 बेड से शुरुआत की गई थी। कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों की बढ़ती संख्या और अव्यवस्था पर पटना हाईकोर्ट ने भी तीखी आलोचना की थी। काफी वाद-विवाद के बाद इसे Indian Army के हवाले किया गया। कई दिनों तक स्टेट गवर्नमेंट, आर्मी मेडिकल कॉर्प व ईएसआइसी की टीम के बीच बातचीत पर सहमति नहीं बन रही थी। इससे यहां सुविधा बहाल होने में देर हुई।

अब 200 बेड पर आर्मी देगी सेवा

आर्मी की ओर से बुधवार को यहां पहुंचे ग्रुप कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एस. मोहन और स्टेट गवर्नमेंट के नोडल अफसर अशोक तिवारी सहित अन्य अफसरों की एक बैठक हुई। आर्मी की टीम, जो पूर्व से 76 बेड पर अपनी सेवा दे रहे थी, उन लोगों ने आपसी समीक्षा के बाद 22 मई से उसे बढ़ाकर 200 तक करने पर सहमति दिखाई इस निर्णय के बाद अब 500 बेड वाले इस हॉस्पीटल में कोविड पेसेंट के लिए 350 बेड हो जायेंगे। इसमें आर्मी की टीम 200 बेड पर अपनी सेवा देगी। जबकि, 50 बेड ईएसआइसी और 100 बेड स्टेट गवर्नमेंट की टीम के जिम्मे होंगे।
ऑक्सीजन टैंक बढ़ाने का फैसला
हॉस्पीटल में ऑक्सीजन की कमी न हो, इसके लिए एक टैंक और बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इससे इलाज में कोई परेशानी खड़ी न हो सके। इस हॉस्पीटल में पहले से 10 हजार लीटर ऑक्सीजन लिक्विड टैंक मौजूद था।