चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और एमएस स्वामीनाथन को मिला भारत रत्न, पीएम नरेंद्र मोदी ने किया एलान

देश के एक्स पीएम चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और हरित क्रांति के जनक व कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न मिलेगा। पीएम मोदी ने शुक्रवार को यह एलान किया है। एक ही दिन में देश की तीन हस्तियों को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। 

चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और एमएस स्वामीनाथन को मिला भारत रत्न, पीएम नरेंद्र मोदी ने किया एलान
चौधरी चरण सिंह,नरसिम्हा राव . स्वामीनाथन ।

नई दिल्ली। देश के एक्स पीएम चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और हरित क्रांति के जनक व कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न मिलेगा। पीएम मोदी ने शुक्रवार को यह एलान किया है। एक ही दिन में देश की तीन हस्तियों को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। 
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चरण सिंह की प्रतिबद्धता से देश प्रेरित
पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा है कि हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। उन्होंने लिखा कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की। वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे। हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है।

पीवी नरसिम्हा राव ने की देश सेवा
पीएम ने अपनी अगली पोस्ट में लिखा कि नरसिम्हा राव ने एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में विभिन्न क्षमताओं में भारत की बड़े पैमाने पर सेवा की। प्रधानमंत्री के रूप में नरसिम्हा राव का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों के लिए याद किया जाएगा। उनके कार्यकाल में भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया गया था, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला।
हरित क्रांति के जनक को भी भारत रत्न
देश में हरित क्रांति के जनक कहने जाने वाले एमएस स्वामीनाथन को भी भारत रत्न देने का एलान किया गया है। पीएम ने पोस्ट में लिखा कि भारत सरकार कृषि और किसानों के कल्याण में हमारे देश में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. एमएस स्वामीनाथन जी को भारत रत्न से सम्मानित कर रही है। उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए।
मोदी सरकार पहली बार एक साल में पांच लोगों को दिया 'भारत रत्न' 
भारत रत्न पुरस्कारों की संख्या किसी विशेष वर्षमेंअधिकतम तीन तक सीमित है। हालांकि, 1999 में चार लोगों को भारत रत्न दिया गया था। लेकिन इस बार अब तक पांच लोगों को इससे नवाजा गया है। पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देनेके फैसले से देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पानेवालों की संख्या 53 हो गई है।  इससे पहले केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कर्पूरी ठाकुर और लाल कृष्ण आडवाणी को भी भारत देनेकी घोषणा कर चुकी है। पिछली बार, 2019 में भारत रत्न पुरस्कार प्रणब मुखर्जी और मरणोपरांत भूपेन्द्र कुमार हजारिका और नानाजी देशमुख को प्रदान किया गया था। 2020 से 2023 के बीच यह पुरस्कार किसी को नहीं दिया गया। भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। यह समाज के किसी भी क्षेत्र मेंअसाधारण सेवा या उच्चतम स्तर के प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए प्रदान किया जाता है। 
भारत सरकार ने 1954 में दो नागरिक पुरस्कार - भारत रत्न और पद्म विभूषण - स्थापित किये थे। पद्म विभूषण की तीन श्रेणियां थीं - पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग। बाद में आठ जनवरी, 1955 को एक राष्ट्रपति अधिसूचना के माध्यम से इनका नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री कर दिया गया।यह सम्मान 2019, 1997, 1992, 1991, 1955 और 1954 सहित कई अवसरों पर एक वर्ष में तीन व्यक्तियों को दिया गया था। 2015, 2014, 2001, 1998, 1990, 1963 और 1961 सहित कई अवसरों पर यह दो व्यक्तियों को दिया गया, जबकि ऐसे वर्ष भी रहे हैं। जब यह पुरस्कार किसी को भी प्रदान नहीं किया गया था। 
सबसे पहले जिन्हें मिला था भारत रत्न
पहले वर्ष में, यह प्रतिष्ठित पुरस्कार सी. राजगोपालाचारी, सर्वपल्ली राधाकृष्णन और चंद्रशेखर वेंकटरमन को प्रदान किया गया था। पूर्व में इस पुरस्कार से सम्मानित होनेवालों में जवाहरलाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, जाकिर हुसैन, लाल बहादुर शास्त्री, अबुल कलाम आजाद, इंदिरा गांधी, के. कामराज, मदर टेरेसा, विनोबा भावे, एम.जी. रामचंद्रन, बी.आर. आंबेडकर, नेल्सन मंडेला, राजीव गांधी, वल्लभभाई पटेल, मोरारजी देसाई, सत्यजीत रे, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, जयप्रकाश नारायण, अमर्त्य सेन, सचिन तेंदुलकर, अटल बिहारी वाजपेयी और मदन मोहन मालवीय शामिल हैं। भगवान दास, एम. विश्वेश्वरैया, गोविंद बल्लभ पंत, डी. केशव कर्वे, बिधान चंद्र रॉय, पुरुषोत्तम दास टंडन, पांडुरंग वामन केन, वराहगिरि वेंकट गिरि, खान अब्दुल गफ्फार खान, जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा, गुलगु जारी लाल नंदा, बिस्मिल्ला खान, एम. सुब्बुलक्ष्मी, गोपीनाथ बोरदोलोई, पंडित रविशंकर, सी.एन.आर. राव, भीमसेन गुरुगुराज जोशी, लता मंगेशकर, चिदंबरम सुब्रमण्यम और अरुणा आसफ अली को भी भारत रत्न से सम्मानित किया गया है।