एक्टर आशुतोष राणा ने झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह का जताया आभार रामराज्य पढ़ने के लिए धन्यवाद और प्रणाम कहा 

एक्टिंग में अपनी एक अलग पहचान कायम करने वाले एक्टर के साथ-साथ कवि और लेखक आशुतोष राणा ने झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह का आभार जताया है। अपनी लिखित पुस्तक रामराज्य पढ़ने के लिए धन्यवाद और प्रणाम कहा है। 

एक्टर आशुतोष राणा ने झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह का जताया आभार रामराज्य पढ़ने के लिए धन्यवाद और प्रणाम कहा 
  • एमएलए इन दिनों पढ रही है आशुतोष राणा की पुस्तक रामराज्य 
  • लेखक आशुतोष राणा को ट्वीट कर पुस्तक की सराहना की

धनबाद। एक्टिंग में अपनी एक अलग पहचान कायम करने वाले एक्टर के साथ-साथ कवि और लेखक आशुतोष राणा ने झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह का आभार जताया है। अपनी लिखित पुस्तक रामराज्य पढ़ने के लिए धन्यवाद और प्रणाम कहा है। 

आशुतोष राणा की किताब रामराज्य पढ़ रही हैं एमएलए

आशुतोष मध्य प्रदेश के जबलपुर के रहने वाले हैं। कोयलांचल से उनका कोई नाता नहीं रहा है। झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह को आशुतोष राणा ने नोटिस लिया है। आशुतोष राणा की एक किताब है-रामराज्य। इस किताब में रामकथा से जुड़े मिथकों, संकेतों और सवालों को एक नए तरीके से रखा गया है। किताब में बहुत ही रूढ़ विषयों को अलग तरीके से देखने का प्रयास किया गया है।

पुस्तक में माता कौशल्या राम के वन चले जाने के बाद अज्ञातवास में चले गये शत्रुघ्न को खोजते हुए कहती हैं-'ये चारों बच्चे अपनी मां की कोख से अधिक महारानी कैकेयी की गोद को मान देते हैं। हम तो मात्र उनको जन्म देने का आधार हैं किंतु कैकेयी उनके जीवन की निर्माता है।' यानी कौशल्या भी मानती हैं कि चारों भाई सबसे ज्यादा कैकेयी को प्रेम करते रहे। माता कैकेयी के चरित्र का जिक्र करते हुए पुस्तक में आशुतोष राणा राम की प्रवृत्ति की छवि के प्रति बहुत दिखाते हैं। आशुतोष के राम कहते हैं-मां हमारे लिए किसी के भी जीवन से महत्वपूर्ण है माता की आज्ञा।


इस किताब को इन दिनों पूर्णिमा नीरज सिंह पढ़ रही हैं।21 अप्रैल को रामनवमी थी। इसी दिन पूर्णिमा ने रामराज्य किताब का श्रीगणेश किया। साथ ही लेखक आशुतोष राणा को ट्वीट किया था।पूर्णिमा नीरज सिंह द्वारा ट्विटर पर सराहना किए जाने के बाद आशुतोष राणा ने सरल स्वभाव का परिचय देते हुए ट्वीट का जवाब दिया-सराहना हेतु सादर धन्यवाद... प्रणाम।
पूर्णिमा नीरज सिंह

पूर्णिमा नीरज सिंह 2019 झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान झरिया विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित हुईं है। झारखंड विधानसभा में भी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मुखर रहती हैं।वह सोशल मीडिया में काफी एक्टिव रहती हैं। हर दिन को खास दिन के अंदाजमें लेती हैं। महापुरुषों को याद करने और बड़े नेताओं ने जन्म दिन और पुण्य तिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए सुबह से ही एक्टिव हो जाती हैं। वह कोयलांचल के दबंग माने जानेवाले घराना रघुकुल की बहू हैं। पूर्णिमा के हसबैंड नीरज सिंह धनबाद के डिप्टी मेयर रह चुके हैं। सरायढेला स्टील गेट में वर्ष 2017 की 21 मार्च को नीरज सिंह को तीन समर्थकों के साथ गोलियों से भून दिया गया था। इसके बाद पूर्णिमा सिंह राजनीति में आईं हैं।