बिहार:मुजफ्फरपुर में संदिग्ध इंसेफेलाइटिस बुखार का कहर, अब तक 22 बच्चों की मौत, 44 एडमिट

  • मुजफ्फरपुर जिले में इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम का प्रकोप
  • हॉस्पीटल में एडमिट कई बच्चों की हालत अब भी गंभीर
मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में संदिग्ध एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम का प्रकोप भयावह होता जा रहा है.इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के कारण मरने वाले बच्चों की संख्या अब तक 22 पहुंच गयी है मुजफ्फरपुर के श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज समेत अन्य हॉस्पीटल में 40 बच्चे एडमिट हैं. एडमिट कई बच्चों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है. पीड़ित सभी रोगियों को चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है.एसकेएमसीएच हॉस्पीटल में में कुल 38 मरीजों को भर्ती कराया गया था. नेपाल के तराई में आने वाले उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी व वैशाली में बीमारी का प्रभाव दिखता है.एसकेएमसीएच में जो मरीज आ रहे, वे मुजफ्फरपुर और आसपास के हैं. एसकेएमसीएच में शनिवार की सुबह बुखार से पीड़ित दो और बच्चों की मौत हो गयी. चार नए मरीजों को भी भर्ती किया गया है. शुक्रवार को पीआइसीयू में भर्ती मीनापुर राघोपुर के जियालाल राम की पुत्री मधु कुमारी (4), कांटी बारमतपुर के राजा कुमार के पुत्र पवन कुमार (6), मोतिहारी मधुबन गरहिया के मोहन सहनी की पुत्री अन्नू कुमारी (4),शिवहर श्यामपुर सहबाजपुर के रामाशंकर साह की पुत्री चांदनी कुमारी (7) और पारू बड़ादाऊद के प्रमोद भगत के पुत्र सोनू कुमार (5) की मौत हो गयी थी. एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर के सुपरिटेंडेंट डॉ. सुनील शाही ने कहा कि अस्पताल में अब तक एक्यूट इंसेफेलाइटिस के कई मामले में सामने आए हैं और कुल 38 मरीजों को यहां भर्ती किया गया था. कई अन्य मरीज अब भी तेज बुखार से पीड़ित हैं. बुखार और शरीर में ऐंठन हैं बीमारी के लक्षण एइएस से ग्रसित बच्चों को पहले तेज बुखार और शरीर में ऐंठन होता है और फिर ये बेहोश हो जाते हैं. एसकेएमसीएच में चिकित्सकों एवं कर्मियों की 24 घंटे ड्यूटी लगाई गई है. उमस भरी गर्मी के कारण ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है.