गुजरात: पीएम का एलान खुले में शौच से मुक्त हुआ भारत

अहमदाबाद:पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर देश को खुले में शौच से मुक्त होने का एलान किया. अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट पर आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज गांधीजी का सपना पूरा हुआ. पीएम ने देश के 20 हजार सरपंचों को संबोधित करते हुए कहा कि पांच साल में 11 करोड़ से ज्यादा शौचालय का निर्माण सुनकर विश्व अचंभित है. आज पूरा विश्व हमें इसके लिए पुरस्कृत कर रहा है, सम्मान दे रहा है.60 महीने में 11 करोड़ शौचालय बनाये गये. भारत खुले में शौच से मुक्त हुआ है. गुजरात चक्रधारी मोहन व चखाधारी मोहन की धरती है. पांच साल पहले लालकिला से किये गये एक अहवाहन को देश के करोड़ो लोगों ने एक अभियान बना दिया.कार्यक्रम में गुजरात के सीएम विजय रुपाणी व डिप्टी सीएम नीतिन भाई पटेल भी मौजूद थे. मोदी ने कहा कि देश के सभी सरपंचों,नगरपालिका,महानगरपालिका के संचालकगण, स्वच्छाग्रहियों,  भगिनीगण आप सबने पांच साल लगातार जिस समर्पण और त्याग की भावना से पूज्य बापू का सपना साकार किया है. मैं आप सबको आदरपूर्वक नमन करना चाहता हूं.पीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने ऐसी व्यवस्था बनाने की कोशिश की है, जैसी बापू चाहते थे. बापू आखिरी आदमी के लिए फैसले की बात करते थे. हमने उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना और स्वच्छता योजना से इसे व्यवस्था का हिस्सा बना दिया है. गांधीजी खुद स्वच्छता को आजादी से भी अधिक महत्वापूर्ण मानते थे. स्वच्छ भारत मिशन के तहत 60 महीने में 60 करोड़ लोगों के लिए शौचालय तैयार किये गये. अभी हमने शौचायल का निर्माण किया है. इसके उपयोग की तरफ लोगों को जागरुक किया है. पीएम मोदी ने कहा कि स्वच्छता के चलते गरीब का इलाज पर होने वाला खर्च कम हुआ है. इस अभियान ने ग्रामीण इलाकों और आदिवासी अंचलों में रोजगार के नए अवसर दिए हैं. ग्रामीण भारत के लोगों ने खुद को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया. स्वेच्छा और जनभागीदारी से चल रहे इस मिशन की यह शक्ति भी है और सफलता का स्रोत भी. जिस तरह देश की आजादी के लिए बापू के एक आह्वान पर लाखों लोग निकल पड़े थे, उसी तरह स्वच्छाग्रह के लिए भी करोड़ों देशवासियों ने खुले मन से सहयोग किया. मैने पांच सालगांधी के संदेश से लोगों को पुकारा था पीएम मोदी ने कहा कि पांच साल पहले मैंने जब लोगों को पुकारा था तो हमारे पास सिर्फ विश्वास और गांधी जी का अमर संदेश था. वह कहते थे कि हमें खुद में बदलाव लाना होगा. इसी संदेश के तहत हमने झाड़ू उठाई और निकल पड़े. स्वच्छता, गरिमा और सम्मान के इस यज्ञ में सबने योगदान दिया. इसी साबरमती के किनारे महात्मा गांधी ने सत्य के प्रयोग किए थे. साबरमती रिवरफ्रंट पर इस कार्यक्रम का आयोजन होना दोहरी खुशी का विषय है. बेटियों ने शादी के लिए रखी शौचालय की शर्त पीएम ने स्वच्छता मिशन की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि किसी बेटी ने शादी के लिए शौचालय की शर्त रख दी तो कहीं इसे इज्जत घर का दर्जा मिला.जिसे लेकर कभी हिचक होती थी, आज वह चर्चा का विषय बन गया है.यह अभियान जीवन रक्षक भी सिद्ध हो रहा है और जीवन स्तर को बढ़ाने का भी काम कर रहा है. इससे देश में बहनों और बेटियों की सुरक्षा और सशक्तिकरण की स्थिति में अद्भुत बदलाव आया है. सिंगल प्लास्टिक से मुक्त करने का टारगेट उन्होंने कहा कि स्वच्छता, पर्यावरण सुरक्षा और जीव सुरक्षा, ये तीनों विषय गांधी जी के प्रिय थे. प्लास्टिक इन तीनों के लिए बहुत बड़ा खतरा है. हमें वर्ष 2022 तक देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने का लक्ष्य हमें टारगेट हासिल करना है. पीएम ने कहा कि साढ़े तीन लाख करोड़ रूपये जल जीवन मिशन पर सरकार ने खर्च करने का फैसला किया है. स्वच्छ भारत अभियान से 75 लाख से अधिक रोजगार के अवसर भारत में बने हैं, जिनमें से अधिकतर गांवों के बहन-भाइयों को मिले हैं.पीएम ने कहा कि UNICEF के एक अनुसार बीते पांच वर्षों में स्वच्छ भारत अभियान से भारत की अर्थव्यवस्था पर 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है. साबरमती आश्रम पहुंचे और महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात के साबरमती आश्रम जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. पीएम ने आश्रम में गांधी से जुड़ी वस्तुओं का अवलोकन किया.पीएम ने यहां महात्मा गांधी के 150वें जन्मदिन पर 150 रुपये का चांदी स्मृति सिक्का भी जारी किया. गांधी जयंती पर एक डाक टिकट भी जारी किया. पीएम ने साबरमती आश्रम में मौजूद छात्रों से मुलाकात की.साबरमती आश्रम में घूमने के बाद पीएम यहां विजिटर्स बुक में अपने अनुभव साझा किये.