महाराष्ट्र: PM Modi ने मुंबई में किया मेट्रो लाइन का शिलान्यास, साइंटिस्टों की जमकर तारीफ की

मुंबई: पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मुंबई में मेट्रो लाइन का शिलान्यास किया. मौके पर पीएम ने देश के वैज्ञानिकों की जमकर प्रशंसा की. पीएन ने कहा कि वास्तव में हमारे वैज्ञानिकों द्वारा दिखाये गये साहस और संकल्प से प्रेरित हूं, ये मैंने उनसे ही सीखा है कि बड़ी चुनौतियों के बावजूद लक्ष्य की दिशा में कैसे काम किया जाता है. वे तब तक प्रयास करना बंद नहीं करेंगे जब तक वे लक्ष्य तक नहीं पहुंच जाते. मुंबई में तीन मेट्रो लाइनों का शिलान्‍यास किया.पीएम मोदी मेक इन इंडिया के अंतर्गत पहले मेट्रो कोच का उद्घाटन किया. इस मेट्रो कोच का निर्माण अत्याधुनिक प्रणाली से किया गया है. पीएम ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि आपका यही उत्साह पूरे देश को प्लास्टिक मुक्त करने में बहुत बड़ी भूमिका निभायेगा.पीएम ने लोगों को डेवलपमेंट के सभी प्रोजेक्ट्स के लिए बधाईदी. मोदी ने कहा कि बप्पा की विदाई के दौरान बहुत सारा प्लास्टिक और कचरा हमारे समंदर में चला जाता है. इस बार हमें कोशिश करनी है कि ऐसा सामान जो जल प्रदूषण बढ़ाता है उसको पानी में नहीं बहायेंगे. पीएम ने कहा कि आप लोग मुंबई के हित में,महाराष्ट्र के हित में जो संकल्प लेना चाहें, वो ले सकते हैं. वैसे एक सुझाव मैं आपको अभी ही दे सकता हूं. एक भारतीय-एक संकल्प के साथ मैं आपसे प्रार्थना करूंगा,अपना तय किया हुआ संकल्प पूरा करने का आग्रह करूंगा लेकिन सरकार के इन फैसलों और इन कार्यों के बीच,आपकी सेवा के बीच मैंने एक और संकल्प लिया है. ये संकल्प है,ज्यादा से ज्यादा लोगों को,ज्यादा से ज्यादा अवसरों पर,अपने दायित्वों के प्रति सजग करने का. पीएम ने कहा कि जल जीवन मिशन की शुरुआत हो या फिर देश के हर किसान को किसान सम्मान निधि के दायरे में लाने का फैसला,हमारी मुस्लिम बहनों-बेटियों को तीन तलाक के संकट से मुक्ति दिलाने वाला कानून हो या बच्चों की सुरक्षा से जुड़ा कानून, हर क्षेत्र में, बहुत तेजी से काम किया जा रहा है. सरकार को 100 दिन हो रहे हैं और इन 100 दिनों में ही ऐसे-ऐसे कार्य हुए हैं,जो अभूतपूर्व हैं,ऐतिहासिक हैं.हमें अपना वर्तमान,अतीत के सपनों को पूरा करने के साथ ही,भविष्य की तैयारियों में भी खपाना होगा. देश भविष्य के लिए आज से तैयार होगा,तभी आपके बच्चे,सुखी जीवन बिता पायेंगे.हम सभी का ये दायित्व है कि हमारे बच्चे,हमारी आने वाली पीढ़ियां,उस परेशानी में न रहें,जिसमें हम रहते आये हैं. हर व्यक्ति के जीवन स्तर में होने वाला सुधार,देश की स्थिति में सुधार ला देता है. पीएम ने कहा कि देश को 21वीं सदी के आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से युक्त करना,देश को तेज गति से आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक है. आज देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को एक होलिस्टिक तरीके से विकसित करने पर काम चल रहा है. टुकड़ों-टुकडों में नहीं, एक भारत-श्रेष्ठ भारत के नजरिए के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं.बनते-बिगड़ते मौसम के बीच आज भी आप अपना समय निकालकर यहां आये हैं. पीएम ने कहा कि मैं रूस में था, तब भी मुझे मुंबई का हाल मिल रहा था. मैं कल सुबह ही वहां से लौटा और फिर शाम को बेंगलुरू चला गया था.बेंगलुरू में, मैं रात भर इसरो के अपने वैज्ञानिक साथियों के साथ रहा. उन्होंने जो हौसला दिखाया है,उसे देखकर मैं बहुत प्रभावित हूं. अपने लक्ष्य के लिए कैसे दिन-रात एक कर दिया जाता है,कैसे विपरीत से विपरीत परिस्थिति में भी,बड़ी से बड़ी चुनौती में भी पूरी तन्मयता के साथ कैसे अपने लक्ष्य को प्राप्त किया जाता है,ये इसरो के हमारे वैज्ञानिकों-इंजीनियरों से सीखा जा सकता है. मोदी ने कहा कि सबसे ऊंचे स्तर पर वो लोग पहुंचते हैं जो लगातार रुकावट के बावजूद, बड़ी से बड़ी चुनौतियों के बावजूद, निरंतर प्रयास करते रहते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त करके ही दम लेते हैं. मिशन चंद्रयान में एक रुकावट आज हमने देखी है. लेकिन इसरो के वैज्ञानिक तब तक नहीं रुकेंगे,जब तक मंजिल पर नहीं पहुंच जाते,चांद पर नहीं पहुंच जाते.।महाराष्ट्र के लोगों की सादगी और स्नेह मुझे हमेशा अभीभूत कर देता है. चुनाव प्रचार के दौरान महाराष्ट्र के अनेक शहरों में गया,आप लोगों से बात की। मुंबई में तो,जो रात में सभा हुई थी,उसकी चर्चा कई दिनों तक की गई थी। इस स्नेह के लिए,इस आशीर्वाद के लिए मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं.मुझे पार्ले में लोकमान्य सेवा संघ में गणपति बाप्पा के दर्शन का सौभाग्य मिला. इस वर्ष लोकमान्य सेवा संघ के गणेशोत्सव का शताब्दी वर्ष भी है. लोकमान्य तिलक ने समाज को मजबूत करने के लिए जिस परंपरा का विस्तार किया,आज उसकी गूंज देश-विदेश में है.हर मुश्किल,हर संघर्ष,हर कठिनाई,हमें कुछ नया सिखाकर जाती है,कुछ नये आविष्कार,नई टेक्नोलॉजी के लिये प्रेरित करती है और इसी से हमारी आगे की सफलता तय होती हैं. ज्ञान का अगर सबसे बड़ा शिक्षक कोई है तो वो विज्ञान है. विज्ञान में विफलता नहीं होती, केवल प्रयोग और प्रयास होते हैं. पीएम ने आज भले ही कुछ रुकावटें हाथ लगी हो लेकिन इससे हमारा हौसला कमजोर नहीं पड़ा है, बल्कि और मजबूत हुआ है. आज हमारे रास्ते में भले ही एक रुकावट आई हो, लेकिन इससे हम अपनी मंजिल के रास्ते से डिगे नहीं हैं.पीएम का एयरपोर्ट पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस समेत अन्य ने वेलमकम किया. पीएम ने मुंबई पहुंचकर पीएम मोदी ने सबसे पहले विले पार्ले में स्थित लोकमान्य सेवा संघ तिलक मंदिर में प्रार्थना कर गणपति जी का आशीर्वाद लिया. इसके बाद मेक इन इंडिया के अंतर्गत बने पहले मेट्रो कोच का भी उद्घाटन किया. मुंबई में अभी पांच मेट्रो लाइनों पर काम चल रहा है, इसके साथ ही तीन और मेट्रो लाइन इसके साथ जोड़ दी जायेगी. तीन नयी मेट्रो लाइन पीएम मोदी मुंबई में अत्याधुनिक 32 मंजिला मेट्रो भवन की आधारशिला रखी. मेट्रो भवन के द्वारा ही 340 किलोमीटर की 14 मेट्रो लाइनों का संचालन और नियंत्रण किया. पीएम मोदी मेक इन इंडिया के अंतर्गत पहले मेट्रो कोच का भी उद्घाटन किया. इस मेट्रो कोच का निर्माण अत्याधुनिक प्रणाली से किया गया है. पीएम बनडोंगरी मेट्रो स्टेशन, कांदीवली ईस्ट का उद्घाटन कर महा मुंबई मेट्रो के लिए ब्रांड विजन दस्तावेज जारी किया. तीन मेट्रो लाइनों में शहर के मेट्रो नेटवर्क में 42 किमी लंबी गायमुख से शिवाजी चौक (मीरा रोड़) मेट्रो-10 लाइन, 12.7 किलोमीटर लंबी वड़ाला से छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल्स मेट्रो-11 लाइन और 20.7 किलोमीटर लंबी कल्याण से तलोजा मेट्रो-12 लाइन शामिल हैं. इन तीन नयी मेट्रो लाइनों के कारण मुंबई शहर और मुंबई परिसर के मेट्रो मार्ग का एक सर्कल पूरा हो जाएगा और भविष्य में आप मेट्रो के द्वारा मुंबई और परिसर की यात्रा कर सकेंगे. इन तीन मेट्रो लाइन के कारण अब मेट्रो लाइन की कुल लंबाई 270 किलोमीटर से भी ज्यादा हो जायेगी.पीएम दोपहर में औरंगाबाद में महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यूएमईडी) द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय महिला सक्षम मेले को भी संबोधित किया. पीएम तीन मेट्रो लाइन का शिलान्यास करने के बाद मो औरंगाबाद इंडस्ट्रियल सिटी (एयूआरआईसी) का उद्घाटन कर मुफ्त गैस कनेक्शन भी बांटा. बारिश के कारण पीएम का नागपुर जाने का भी कार्यक्रम कैंसिल हो गया.