धनबाद: कोविड-19 हॉस्पीटल में अव्यवस्था, टाटा सात पेसेंट टीएमएच जमशेदपुर भेजे गये

  • कोरोना पेसेंट के खाने में कीड़े, वार्ड में घूम रहे कुत्ते-बिल्लियां
  • कई पेसेंट अपने घर से मंगवा रहे हैं खाना
धनबाद।कोविड-19 अस्पताल (सेंट्रल हॉस्पीटल) में अव्यवस्था व बदइंतजामी से कोरोना वायरस संक्रमित पेसेंट परेशान हैं। वार्ड में गंदगी है। साफ बेडसीट भी नहीं मिल रहा है। बेडशीट के चादर पर खून लगी मिली है। पेसेंट के खाना में कीड़े पाये गये हैं। वार्ड में कुत्ते-बिल्लियां घूमते दिख रहे हैं। हॉस्पीटल की अव्यवस्था के कारण टाटा जमाडोबा कोलियरी के 20 में से सात पेसेंट को टीएमएच जमशेदपुर शिफ्ट किया गया है। इनमें एक्स मिनिस्टर स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद सिंह के करीबी रिलेटिव एक अफसर, उनकी वाइफ व दो बच्चे भी शामिल हैं। यह भी पढ़ें:धनबाद: सिंदरी का युवक मिला कोरोना पॉजिटिव, जिले में संक्रमितों की संख्या 153 पहुंची टाटा कोलियरी के सात स्टाफ व उनके फैमिली मेंबर को रविवार की शाम एंबुलेंस से टीएमएच जमशेदपुर ले जाया गया है। अब सातों का टाटा हॉस्पीटल में ही कोरोना का इलाज चलेगा। टीएमएच में जामाडोबा कोलियरी के एक सीनीयर अफसर पहले से भी एडमिट हैं। धनबाद में कोरोना संक्रमण के दौरान यह पहला मामला है जब कोविड-19 हॉस्पीटल से पेसेंट को दूसरे हॉस्पीटल में शिफ्ट करना पड़ा है। ये सभी शनिवार की देर रात कोविड-19 हॉस्पीटल (बीसीसीएल सेंट्रल हॉस्पीटल) में एडमिट हुए थे। यह भी पढ़ें:धनबाद:DMC वार्ड नंबर 17, 38, 40, 52 में सात कंटनेमेंट जोन, लगा कर्फ्यू, एरिया सील रात में तीन घंटे तक पेसेंट को बाहर वेट करना पड़ा  जामाडोबा टाटा कोलियरी के अफसर व स्टाफ समेत अन्य 20 संक्रमित पेसेंट शनिवार की आधी रात बाद लगभग एक बजे एंबुलेंस से कोविड -19 हॉस्पीटल पहुंचे थे। घंटों सायरन बजता रहा, लेकिन हॉस्पीटल का गेट नहीं खोला गया। आरोप है कि तड़के लगभग चार बजे कोविड हॉस्पीटल का गेट खुला। इसके बाद सभी पेसेंट को अंदर वार्ड में ले जाया गया। घंटो देरी के लिए एंबुलेंस ड्राइवर ने विरोध जताया तो उसे चुप रहने की हिदायत दी गयी। बेड पर चादर नहीं मिला एबुलेंस से उतर कर अंदर जाने के बाद टाटा कोलियरी के स्टाफ व उनके फैमिली मेंबर को बिना चार वाले बेड दिया गया। सुबह का नाश्ता दोपहर 12 बजे बाद मिला। भूख से पेसेंट परेशान थे। हॉस्पीटल में पेसेंट को कीड़े लगे चावल खाने के लिए दिए जा रहे हैं। कई पेसेंट हॉस्पीटल का खाना खाने से मना कर दिया है। घर से या बाहर से खाना मंगवा कर खा रहे हैं।कोविड वार्ड में बेड पर खून के धब्बे लगी चादर बिछाई गई है। कोरोना वायरस से संक्रमित पेसेंट के लिए कोविड हॉस्पीटल की अव्यवस्था कष्टदायक बन गई है। पेसेंट ने सिविल सर्जन और जिला महामारी रोग डिपार्टमेंट के नोडल अफसर डॉ. जफरउल्ला खान से भी कंपलेन की है। आरोप है कि एडमिट पेसेंट को गर्म पानी तक नहीं दिया जाता है। कंपलेन करने व विरोध करने पर गर्म पानी मिलता है। पेसेंट को काढ़ा व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार भी नहीं दिया जाता है। यह भी पढ़ें:धनबाद: रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक आवागमन पर बैन, आवश्यक गतिविधियां जारी रहेंगी शौचालय की गंदगी से इंफेक्शन का खतरा हॉस्पीटल में वार्ड से लेकर शौचालय की गंदगी से पेसेंट परेशान हैं। गंदगी से पेसेंट को इंफेक्शन का खतरा का भय लगा रहता है। शौचालय के रास्ते में गंदा पानी आने लगा है। सफाई कराने की बजाय ईंट रखवा दी गयी है। पेसेंट ईंट पर चढ़कर अंदर जाते हैं। शौचालय में गंदगी के कारण वार्ड कर दुर्गंध आता है। यह भी पढ़ें:जमशेदपुर:“कोविड-19 के दौरान भारत पर बहुविषयक विमर्श :मुद्दे, चुनौतियां एवं समाधान” विषय पर वेबिनार वार्ड के बरामदे पर कुत्ते-बिल्लियों का जमावड़ा कोविड वार्ड के बरामदे में कुत्ते और बिल्लियों का जमावड़ा लगा रहता है। बताया जाता है कि खाना खराब रहने के कारण कई पेसेंट नहीं खाते हैं। डस्टबिन में खाना फेंक देते हैं। कुत्ते व बिल्ली यही खाने के लिए दिन भर वार्ड में घूमते रहते हैं। हालांकि सिविल सर्जन व नोडल अफसर ने कंपलेन मिलने के बाद खामियों को दूर करने की बात कही है।