देवघर: सीएम रघुवर दास ने कहा है कि बैद्यनाथ धाम को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फलक पर पहचान दिलाना झारखंड सरकार की प्राथमिकता में शामिल है. राज्य कैबिनेट ने श्रावणी मेला को राष्ट्रीय मेला का दर्जा देने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है. श्रावणी मेला को राष्ट्रीय मेला घोषित किए जाने के बाद बैद्यनाथधाम की महत्ता अंतरराष्ट्रीय फलक पर होगी. इसकी वजह से न सिर्फ देवघर बल्कि आसपास के बसे धार्मिक व पर्यटन स्थलों का तेजी से विकास हो होगा बल्कि रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे. सीएम उक्त रघुवर दास ने देवघर के दुम्मा में बुधवार को विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेला का उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही है.
सीएम ने इससे पूर्व बिहार-झारखंड की सीमा पर स्थित दुम्मा प्रवेश द्वार पर बुधवार को राजकीय श्रावणी मेले का विधिवत उद्घाटन किया. वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूरे विधि-विधान से मेले की शुरुआत की गयी. इससे पूर्व सीएम ने बाबा वैद्यनाथ धाम में पूजा-अर्चना भी की.डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने माहव्यापी मेला के दौरान प्रशासनिक स्तर पर श्रद्धालुओं के लिए किए गए इंतजामों के बारे में जानकारी दी. दुम्मा से बासुकीनाथ जाने के क्रम में सीएम ने मदरसा मैदान में श्रद्धालुओं के लिए लगाई गई शिवलोक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया.
सीएम ने कहा कि अगर किसी श्रद्धालु को कोई शिकायत हो तो वह सोशल मीडिया के जरिये शिकायतें दर्ज करा सकते हैं, उस पर शीघ्र संज्ञान लिया जायेगा. सावन माह में देश-विदेश के कोने-कोने से आने वाले शिवभक्तों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकार कृतसंकल्प है.
उन्होंने कहा कि देवघर में वैद्यनाथ धाम मंदिर और मेला क्षेत्र के अलावा नौलखा मंदिर, नंदन पहाड़, नवदुर्गा, त्रिकुटी पहाड़, रिखिया आश्रम और अन्य धार्मिक व पर्यटन स्थलों को संवारने की पहल की गयी है.
श्रावणी मास में बाबाधाम देवघर पधारें, द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक मनोकामना लिंग पर जल अर्पण कर अपनी मनोकामना पूर्ण करें
पूरी हो शिवभक्तों की हर मनोकामना,यही है...भोलेनाथ से प्रार्थना#ShravaniMela2019pic.twitter.com/H89zY9vlPT
— Raghubar Das (@dasraghubar) July 17, 2019
देवघर में 19 करोड़ की लागत से बनेगा सांस्कृतिक केंद्र
सीएम ने कहा कि देवघर में प्रसाद योजना के तहत निविदा की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. अब इसके माध्यम से भी देवघर का समग्र विकास होगा. जल्द ही टैगोर सांस्कृतिक केंद्र योजना के तहत देवघर में 19 करोड़ की लागत से सांस्कृतिक केंद्र बनेगा. केंद्र सरकार इस पर मुहर लग चुकी है साथ ही केंद्रांश की राशि भी स्वीकृत कर दी है.
देवघर में फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट 2020 तक काम करने लगेगा. बासुकीनाथ में भी 20 करोड़ की लागत से प्रसाद योजना शुरू होगी. इसके तहत धार्मिक एवं सांस्कृति स्थलों का विकास होगा.
पर्यटन मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा कि देवघर में श्राइन बोर्ड की गठन के बाद से यहां की व्यवस्था में लगातार सुधार हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रशासन व देवघर की जनता मिलकर मेला माहव्यापी मेला को सफल बनायें. सीएम के स्तर से इस साल मेला का मूलमंत्र स्वच्छता व विनम्रता दिया गया है. इसलिए मेला ड्यूटी पर तैनात एक-एक कर्मी इस मूलमंत्र का निर्वहन कर कांवरियों की सेवा करें ताकि वे यहां से बेहतर संदेश लेकर वापस जायें.
मौके पर समाज कल्याण मंत्री डॉ. लुईस मरांडी, श्रम मंत्री राज पलिवार, कृषि मंत्री रणधीर सिंह, एमएलए नारायण दास, पर्यटन सचिव राहुल शर्मा, संताल परगना के कमिशनर विमल कुमार, डीआइजी राजकुमार लकड़ा, पर्यटन विभाग के विशेष सचिव संजय कुमार सिंह, देवघर की डिप्टी मेयर नीतू देवी, अखिल भारतीय पंडा धर्मरक्षिणी महासभा के अध्यक्ष डॉ. सुरेश भारद्वाज, महामंत्री कार्तिकनाथ ठाकुर, बीस सूत्री उपाध्यक्ष मिथिलेश सिन्हा, भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष विजया सिंह, डीसी देवघर राहुल कुमार सिन्हा, एसपी देवघर नरेन्द्र कुमार समेत अन्य मौजूद थे.