Jharkhand: बीजेपी Assembly Election में तीन मिनिस्टर समेत 12 MLA का टिकट काटेगी !

रांची: बीजेपी महाराषट्र व हरियाणा विघानसभा चुनाव के रिजल्ट अपनी अपेक्षा के अनुरुप नहीं आने से अलर्ट हो गई हैं. बीजेपी झारखंड विधानसभा चुनाव में कोई खतरा मोल लेने के मूड में नहीं है. बीजेपी की ओर से एक-एक सीट को लेकर रणनीति बनायी जा रही है. जनविरोध व पार्टी लेवल पर गुटबाजी पर भी विशेष नजर रखते हुए रणनीति तैयार की जा रही है. सीटिंग व गैर सीटों पर टिकट वितरण में सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जायेगा. बीजेपी के नेशनल प्रसिडेंट, स्टेट चुनाव प्रभारी व स्टेट लेवल से अलग-अलग सर्वे करायी गयी है. नॉन परफार्मर मिनिस्टर व एमएलए के टिकट काटने की चर्चा चल रही है. बीजेपी में तीन मिनिस्टर समेत 12 से अधिक एमएलए का टिकट कटने की संभावना है, बताया जाता है कि बीजेपी तीन मिनिस्टर, जेविएम छोड़कर पार्टी में शामिल होने वाले तीन एमएलए, समेत हजारीबाग, रांची, दुमका व कोल्हान कमिश्नरी से एक-एक एमएलए को टिकट से वंचित कर सकती है. दो वर्तमान एमएलए का टिकट उम्र के आधार पर भी कट सकता है. BJP का मिशन 65 प्लस झारखंड में बीजेपी मिशन 65 प्लस के नारे के साथ चल रही है. बीजेपी 65 प्लस सीटों पर जीत का टारगेट रखीहै. सीएम रघुवर दास खुद जोहार जनआशीर्वाद यात्रा कर जनता के बीच केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को बता रहे हैं. सीएम की इस यात्रा को राज्य में व्यापक जनसमर्थन मिला है. सीएम की इस यात्रा की सफलता से बीजेपी खासे उत्साहित है. हलांकि महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम भाजपा की अपेक्षा के अनुरूप नहीं होने से बीजेपी झारखंड को लेकर हाइ अलर्ट हो गयी है. बीजेपी सेंट्रल लीडरशीप इलेक्शन में कैडिडेट सलेक्शन को लेकर काफी गंभीर हो गया है. बीजेपी की ओर से एक-एक सीट पर जीत को लेकर रणनीति तैयार की जा रही है. बीजेपी जीताउ कैडिडेट को ही टिकट देकर मैदान में उतारेगी. बीजेपी अपने मंडल लेवल व बूथ लेवल कमेटी से रायशुमारी कर रही है. टिकट विततरण में मंडल कमेटी की की राय अहम रहेगी. बीजेपी लीडरशीप की रणनीति से निष्ठावान कार्यकर्ताओं की पूछ बढ़ी है. बीजेपी लीडरशीप सोशल मीडिया व प्रचार-प्रसार के बल पर अपनी सक्रियता दिखाने वाले टिकट के पैरवीकारों पर भी नजर रख रही है. टिकट कटने की आशंका से एमएलए व मिनिस्टर विकल्प तलाशने में लगे हैं. बीजेपी द्वारा टिकट काटे जाने की संभावित आशंका के मद्देनजर दो एमएलए ने झारखंड कांग्रेस के इंचार्ज आरपीएन सिंह से संपर्क साधा है. हलांकि उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल पाया है.