जामताड़ा: कांग्रेस की जन आक्रोश रैली की मंच पर संतोष सिंह और हर्ष सिंह में भिड़ंत, धक्का-मुक्की

  • पुलिस में मौसरे भाईयों के खिलाफ कंपलेन
जामताड़ा:रानीगंज मैदान में मंगलवार को आयोजित कांग्रेस की जन आक्रोश रैली में मंच पर ही धनबाद के संतोष कुमार सिंह और डिप्टी मेयर के मौसरे भाई हर्ष सिंह में भिड़ंत हो गयी. हर्ष के सरकारी व कथित प्राइवेट गार्डों ने उनके में मोर्चा ले लिया. संतोष के लोग भी तन गये. संतोष व हष के बीच तू-तू मैं मैं हुई.दोनों ने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी दी.हर्ष ने संतोष की हाथ पकड़ ली. दोनों ने एक दूसरे को अपशब्द भी कहे. उल्लेखनीय है कि हर्ष झरिया एमएलए संजीव सिंह के करीबी रंजय सिंह मर्डर केस का आरोपित है. कई माह वह जेल में रहने के बाद बेल पर बाहर आया है. वह औरंगाबाद के बीजेपी एमपी सुशील कुमार सिंह का संबंधी भी है. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल का भाषण चल रहा था. मंच पर प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह समेत अन्य नेता बैठे हुए थे. सीनीयर कांग्रेस लीडरों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया. हुआ. जामताड़ा पुलिस हस्तक्षेप कर मामले को शांत करयी. मामला पार्टी का अंदरूनी था, इसलिए शायद पुलिस ने कोई एक्शन कार्यक्रम के दौरान नहीं लिया. विदित हो कि हर्ष सिंह धनबाद के डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह के मौसेरे भाई हैं. हर्ष अपने मौसेरे भाई अभिषेक सिंह उर्फ गुड्ड सिंह के साथ रैली में शामिल होने जामताड़ा पहुंचे थे. एक्, डिप्टी मेयर नीरज सिंह की मर्डर के बाद अभिषेक व परिजनों को बॉडीगार्ड व हाउस गार्ड मिला हुआ है. बॉडीगार्ड हर्ष के साथ भी रहता है. संतोष ने अभिषेक व हर्ष के खिलाफ पुलिस में कंपलेन की संतोष सिंह ने हर्ष सिंह, अभिषेक सिंह उर्फ गुड्डू एवं उनके बडीगार्ड व प्राइवेट गार्ड के खिलाफ जामताड़ा पुलिस स्टेशन में कंपलेन की है. संतोष ने जामताड़ा एसपी अंशुमान कुमार से मिलकर न्याय की गुहार लगाया है. संतोष की ओर से पुलिस में दी गयी कंपलेन में उक्त लोगों के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है. संतोष पुलिस को दी गयी कंपलेन में लिखा है कि उनलोगों ने कहा कि झरिया से चुनाव लड़ोगे, जैसे रंजय सिंह को मरवाये, वैसे तुम्हारी भी हत्या करवा देंगे. हर्ष सिंह ने धमकी देते हुए कहा कि क्या समझते हो, मैं कांग्रेस के बल पर राजनीति करता हूं. भाजपा में भी मेरी ही चलती है. औरंगाबाद के सांसद सुशील सिंह मेरे फूफा हैं, जान से मार देंगे तो कोई केस भी दर्ज नहीं होगा. संतोष का कहना है कि धनबाद में माफिया के आतंक के खिलाफ आंदोलन करते रहते हैं. झरिया से कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने की मंशा से दिन रात मेहनत कर रहे हैं. इसलिए ये लोग मेरी हत्या करवाना चाहते हैं. उल्लेखनीय है कि संतोष सिंह झरिया से कांग्रेस के टिकट के दावेदार हैं. पिछली बार भी वह दावेदार थे लेकिन एन वक्त पर कांग्रेस में शामिल होकर एक्स डिप्टी मेयर नीरज सिंह टिकट लेकर चुनाव मैदान में उतर गये. नीरज को अपने चचेरे भाई बीजेपी कैंडिडेट संजीव से हार का सामना करना पड़ा. नीरज की वर्ष 2017 वकी मार्च माह में मर्डर कर दी गयी थी. एमएलए संजीव नीरज मर्डर केस में जेल में हैं. इस बार नरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह के कांग्रेस से चुनाव लड़ने की चर्चा है. बताया जाता है कि हर्ष की ओर से बीजेपी से भी टिकट की कोशिश की जा रही थी लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है. सीएम रघुवर दास छत्तीसगढ़ का नाम बदनाम कर रहे हैं: भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ में गाली गलौज की संस्कृति नहीं रोजी रोजगार के तलाश में आए रघुवर को झारखंड ने गले लगाया रघुवर ने इस राज्य के लोगों को कमीशनखोरी व भ्रष्टाचार दिया जामताड़ा: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि में छत्तीसगढ में गाली गलौज की संस्कृति नहीं है. छत्तीसगढ़ के रहने वाले घुवर दास पर आरएसएस व भाजपा का संस्कार भारी पड़ रहा है. रघुवर गाली गलौज कर अपना भड़ास निकाल रहे हैं. श्री बघेल रानीगंज मैदान में कांग्रेस द्वारा आयोजित प्रमंडलीय जन आक्रोश रैली को संबोधित कर रहे थे. बघेल ने कहा कि झारखंड व छत्तीसगढ़ एक साथ बना. झारखंड के लोगों ने बड़े अरमानों के साथ पिछली बार रघुवर दास को मुख्यमंत्री बनाया पर बदले में झारखंड को क्या मिला? उन्होंने झारखंड को भ्रष्टाचार दिया.रघुवर दास जहां के रहनेवाले हैं वहां की धरती ने कई बड़े-बड़े विद्वान व कलाकार दिए, जिन्होंने देश का नाम रोशन किया. रघुवर दास ने झारखंड में भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी को बढ़ावा देकर अपने प्रदेश का नाम खराब किया.बघेल ने कहा कि रघुवर दास रोजी रोटी की तलाश में झारखंड आये थे. यहां के लोगों की दरियादिली है कि उन्हें गले लगाया. बदले में उन्होंने ने यहां के लोगों को गाली गलौज देने शुरू कर दिया है. छत्तीसगढ़ में भी पंद्रह वर्षों तक बीजेपी के सीएम ने यही काम किया. सीएम रहे रमण सिंह ने छत्तीसगढ़ में भी कमीशनखोरी को बढ़ा दिया था. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही सबसे पहले किसानों का ऋण माफी हुई.20 लाख किसानों का 10 हजार करोड़ ऋण माफ किया गया.किसानों की माली हालत सुधारने के लिए पूरे देश में छत्तीसगढ़ अकेला राज्य है, जहां किसानों से 25 सौ रूपया प्रति क्वींटल धान खरीदी जाती है. आदिवासियों को वनाधिकार पट्टा देने का कार्य किया. छत्तीसगढ़ में प्रति परिवार को एक रुपया की दर 35 किलो चावल देने का कार्य किया. गांधी जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ में कुपोषित योजना आरंभ कर इसके तहत कुपोषित बच्चों व महिलाओं को निश्शुल्क भोजन व इलाज करवा रहा हूं.झारखंड में रघुवर सरकार केवल लूटने, छलने का कार्य कर रहे हैं. रैली में कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह ,कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव,कांग्रेस विधायकल दल के नेता आलमगीर आलम,एक्स एमपी ददई दुबे,फुरकान अंसारी,एमएलए इरफान अंसारी व बादल पत्रलेख, एक्स मिनिस्टर मन्नान मल्लिक समेत अन्य.कांग्रेसी नेता मौजूद थे.