धनबाद पुलिस की जन जागरुकता अभियान के तहत अनोखी पहल: ‘पुलिस पाठशाला’ अभियान की शुरुआत

धनबाद पुलिस ने जन जागरुकता अभियान के तहत एक अनोखी पहल की शुरुआत की है। धनबाद पुलिस के द्वारा  *पुलिस की पाठशाला’’* अभियान का प्रारंभ किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों, साइबर सुरक्षा, महिला एवं बाल सुरक्षा, घरेलु हिंसा से बचाव, नशा मुक्ति समेत कानून के विविध प्रावधानों के प्रति जागरूक कर मानसिक रूप से सशक्त बनाना है।

धनबाद पुलिस की जन जागरुकता अभियान के तहत अनोखी पहल: ‘पुलिस पाठशाला’ अभियान की शुरुआत

धनबाद। धनबाद पुलिस ने जन जागरुकता अभियान के तहत एक अनोखी पहल की शुरुआत की है। धनबाद पुलिस के द्वारा  *पुलिस की पाठशाला’’* अभियान का प्रारंभ किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों, साइबर सुरक्षा, महिला एवं बाल सुरक्षा, घरेलु हिंसा से बचाव, नशा मुक्ति समेत कानून के विविध प्रावधानों के प्रति जागरूक कर मानसिक रूप से सशक्त बनाना है।

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इस अभियान की शुरुआत एसएसएलएनटी महिला कॉलेज से की गई। यहां शनिवार कोआयोजित ‘’पुलिस की पाठशाला’’ जागरुकता अभियान के तहत सीनीयर पुलिस अफसरों ने यहां मौजूद छात्राओं और शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्हें विभिन्न पहलुओं से जागरुक कराया। कार्यक्रम में मौजूद एसएसपी संजीव कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि समाज को सुरक्षित बनाने में छात्र-छात्राओं का अहम योगदान होता है लिहाजा उन्हें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरुक रहना होगा। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस के द्वारा किए जा रहे सकारात्मक एवं रचनात्मक कार्यों से छात्र- छात्राओं को जोड़ दिया जाए तो इसके दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे।  छात्र-छात्राओं को जिस तरह की शिक्षा दी जाएगी उनका भविष्य निर्माण भी उसी प्रकार होगा। यही वजह है कि इन्हें साइबर क्राइम के शिकार होने से बचाव, नशे से दूरी, ट्रैफिक रूल्स की जानकारी समेत आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए धनबाद पुलिस ने विशेष पहल करते हुए स्कूलों और कॉलेजों को चुना है। एसएसपी  ने वहां मौजूद छात्राओं को सुरक्षा की गारंटी देते हुए कहा कि कभी भी किसी तरह की समस्या पर वे सीधे पुलिस से सम्पर्क कर सकती हैं। उन्होंने छात्राओं से अभियान में सहभागी बनने और पुलिस की मदद करने की अपील भी की। 

कार्यक्रम के दौरान एएसपी मनोज स्वर्गियारी ने वहां मौजूद छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि छात्र अवस्था जीवन का अहम काल होता है लिहाजा इस उम्र में भटकाव से बचने के लिए छात्र-छात्राओं में कानून और नियमों की जानकारी होनी अति आवश्यक है। एएसपी महोदय ने छात्राओं को बाल विवाह, गुड टच - बेड टच, घरेलू हिंसा, महिलाओं एवं बच्चों पर घटित होने वाले अपराधों के बचाव से जुड़ी जानकारी साझा की। श्री मनोज स्वर्गियारी ने अपने निजी जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए छात्राओं से देश और समाज के लिए कुछ बेहतर करने की अपील की।

कार्यक्रम में उपस्थित डीएसपी अमर कुमार पांडे ने जागरुकता अभियान के तहत अपने संबोधन में कहा कि छात्र- छात्राओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए धनबाद पुलिस संकल्पित है। उन्होंने कहा कि अभियान का उद्देश्य महिला एवं बाल अपराध के उन्मूलन में समाज की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना,  छात्र- छात्राओं के लिए समाज में सुरक्षित वातावरण तैयार करना भी है। उन्होंने महिला उत्पीड़न और घरेलु हिंसा से बचाव के टिप्स छात्राओं को दिए।

कार्यक्रम के दौरान डीएसपी ट्रैफिक राजेश कुमार ने छात्राओं को यातायात नियमों से जुड़ी जानकारी देते हुए सुरक्षा से जुड़े तमाम पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने वहां मौजूद छात्राओं से सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के सख्ती से पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं अगर जागरुक होंगें तो वे अपने परिवार और आस-पास के लोगों को भी यातायात नियमों के अनुपालन के लिए प्रेरित करेंगे। ट्रैफिक डीएसपी ने वाहन चलाते वक्त हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने, गाड़ी को सुरक्षित पार्क करने, ड्राइविंग लाइसेंस समेत सभी जरुरी कागजातों को साथ रखने की अपील भी की। 

डीएसपी सुमित सौरभ लकड़ा ने समाज में बढ़ते साइबर अपराध को ध्यान में रखते हुए छात्राओं को सुझाव देते हुए कहा कि किसी भी माध्यम इंटरनेट व मोबाइल द्वारा दिए हुए लालच में न आएं और कोई भी अनजान वेबसाइट व अन्य लिंक पर क्लिक न करें। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि सभी लोग अपने सोशल मीडिया और बैंक अकाउंट ऐप को सुरक्षित रखें और पासवर्ड समय समय पर बदलते रहें। डीएसपी साइबर ने जोर देते हुए कहा कि कभी किसी भी व्यक्ति के साथ अपने पासवर्ड और ओटीपी को शेयर न करें। ऑन लाइन शॉपिंग प्रतिष्ठित कंपनियों की बेवसाइट से करें और बैंक अकाउंट से जुड़े किसी भी काम के लिए फोन कॉल को नजरअंदाज कर सीधे बैंक के स्थानीय ब्रांच से संपर्क करें। उन्होंने मनोरंजन के लिए सोशल मीडिया के कम उपयोग करने और किसी अनजान शख्स से वर्चुअल दोस्ती न करने की अपील भी की।

धनबाद पुलिस को विश्वास है कि ‘’पुलिस की पाठशाला’’ जागरुकता अभियान के जरिए न सिर्फ छात्र-छात्राओं के बीच जागरुकता आयेगी बल्कि शिक्षक, विद्यार्थी एवं समाज के बीच पुलिस से रहने वाली दूरी भी कम होगी। पुलिस के साथ लोगों के मधुर संबंध स्थापित होंगे और पुलिस के प्रति विश्वास का माहौल कायम होगा जो समाज में कानून व्यवस्था बनाए रखने में मददगार साबित होगा। *धनबाद पुलिस इस अभियान को निरंतर जारी रखेगी और समय समय पर विभिन्न थाना क्षेत्रों के स्कूल-कॉलेजों में ‘’पुलिस की पाठशाला’’ जागरुकता अभियान का आयोजन किया जायेगा।