Jharkhand : बेटे ने ही किया था पिता का मर्डर, बकायेदारों से बचने के लिए रची साजिश, पुलिस ने किया खुलासा

झारखंड के साहिबगंज के मुफस्सिल पुलिस स्टेशन एरिया के महादेवगंज निवासी राजेंद्र यादव उर्फ कैला यादव मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। जमीन बेचने से इनकार करने पर बेटे रामकुमार यादव ने ही अपने पिता राजेंद्र यादव की गोली मारकर मर्डर कर दी थी।

Jharkhand : बेटे ने ही किया था पिता का मर्डर, बकायेदारों से बचने के लिए रची साजिश, पुलिस ने किया खुलासा
बेटे ने ही की थी पिता की मर्डर।
  • जमीन बेचने को तैयार नहीं हुआ तो कर दी पिता की मर्डर

साहिबगंज। झारखंड के साहिबगंज के मुफस्सिल पुलिस स्टेशन एरिया के महादेवगंज निवासी राजेंद्र यादव उर्फ कैला यादव मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। जमीन बेचने से इनकार करने पर बेटे रामकुमार यादव ने ही अपने पिता राजेंद्र यादव की गोली मारकर मर्डर कर दी थी।

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आरोपी ने बेटे ने ही दर्ज करायी झूठी FIR
बेटे ने साजिश के तहत पिता की मर्डर मामले में बलुआ दियारा के सोनू मंडल व उमेश मंडल तथा बोरियो लालमाटी निवासी गौरव तिवारी के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दिया था। पुलिस बेटी की साजिश की पूरी कहानी सामने आई। इसके बाद पुलिस ने आरोपित रामकुमार यादव को अरेस्ट कर जेल भेजा दिया है।यह जानकारी एसपी नौशाद आलम ने प्रेस कांफ्रेस में दी। रामकुमार यादव ने 29 जुलाई को अपने पिता की मर्डर की एफआइआर दर्ज कराया। रामकुमार ने पुलिस बताया था कि 28 जुलाई की रात वह पिता के साथ बलुआ दियारा से लौट रहा था। इसी दौरान आरोपितों ने घात लगाकर उनलोगों पर हमला कर दिया। पिता को गोली मार दी।

एसआइटी की जांच मेंहुआ मामले का खुलासा

एफआइआर दर्ज होने के बाद मामले के खुलासे के लिए के लिए एसडीपीओ राजेंद्र दुबे के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया। एसआइटी ने जांच में पाया कि एफआइआर में पीछे से गोली मारने की बात कही गयी है। जबकि बॉडी के पंचनामा के दौरान यह बात आई कि गोली छाती में लगी है।एसपी ने बताया कि छानबीन में यह बात सामने आई है कि रामकुमार यादव कर्ज में डूब गया था। अपने हिस्से की जमीन पूर्व में बेच चुका था।पिता के हिस्से की जमीन बेचना चाहता था, इसलिए पिता पर दवाब बना रहा था। इन्कार करने पर गोली मारकर मर्डर कर दी।
ऐसे रची साजिश
एसपी ने बताया कि पुलिस की छानबीन में यह बात सामने आई कि उसने घटना के दो-तीन दिन पूर्व अपने एक मित्र को तीन-चार गोली की व्यवस्था करने को कहा था। घटना के पूर्व उसने एक व्यक्ति से गौरव तिवारी के पिता का नाम पूछा था। रामकुमार यादव ने गौरव तिवारी से 27 हजार तथा उमेश मंडल एवं सोनू मंडल की भाभी से दो लाख 30 हजार रुपया व गहना कर्ज के तौर पर लेने की बात कही है। कर्ज वापस न करना पड़े, इसलिए उनलोगों पर रामकुमार यादव ने केस दर्ज करा दिया।पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक व गोली का अग्रभाग भी जब्त किया है। पुलिस छापेमारी दल में मुफस्सिल थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश, सब इंस्पेक्टर वाजिद अली, सतीश कुमार सोनी, प्रणित पटेल आदि शामिल थे।