झारखंड के IAS अफसर मनीष रंजन को गोल्ड मेडल, प्रशासनिक अकादमी मसूरी में हुए सम्मानित

लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी मसूरी में आयोजित 16वें मिड करियर ट्रेनिंग के फेज फोर में झारखंड कैडर के आइएएस अअअफसर डा. मनीष रंजन को डायरेक्टर गोल्ड मेडल सहित प्रशिक्षणार्थियों में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। इसमें पूरे देश से 94 आइएएस अफसरों ने भाग लिया। 

झारखंड के IAS अफसर मनीष रंजन को गोल्ड मेडल, प्रशासनिक अकादमी मसूरी में हुए सम्मानित

रांची। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी मसूरी में आयोजित 16वें मिड करियर ट्रेनिंग के फेज फोर में झारखंड कैडर के आइएएस अअअफसर डा. मनीष रंजन को डायरेक्टर गोल्ड मेडल सहित प्रशिक्षणार्थियों में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। इसमें पूरे देश से 94 आइएएस अफसरों ने भाग लिया। 

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डा. मनीष रंजन को अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू एवं लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी मसूरी के निदेशक श्रीनिवास जी ने सम्मानित किया। मनीष रंजन झारखंड में ग्रामीण विकास विभाग के सचिव हैं। 
आइएएस डा मनीष रंजन
झारखंड कैडर के 2002 बैच के आइएएस मनीष रंजन हजारीबाग, देवघर, पाकुड़ व खुंटी समेत कई जिलों में डीसी रह चुके हैं। वर्ष 2015 से अप्रैल 2017 तक माध्यमिक शिक्षा, स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के निदेशक रहे हैं।वर्ष 2008 और 2009 में डा मनीष रंजन को पीएम से पुरस्कार मिल चुका है। वह देवघर व पाकुड़ में मनरेगा में उत्कृष्ट कार्य कर चुके हैं।  वर्ष 2007 में राष्ट्रपति ने भी मनीष रंजन को पुरस्कृत किया था। लातेहार के अलौदिया पंचायत को प्रथम पूर्ण स्वच्छ पंचायत बनाने हेतु।मनीष रंजन एक बढ़िया लेखक भी हैं। उनकी कई किताबें बाजार में आ चुकी हैं। इसकी खूब सराहना भी हो चुकी है। पुस्तकें बेस्ट सेलिंग रही हैं।

आइएएस डा मनीष रंजन का जन्म 10 जुलाई 1975 को हुआ। वह मनीष रंजन ने 10वीं बोर्ड और इंटर की पढ़ाई बिहार से की। बिहार बोर्ड और इंटर परीक्षा में वह टापर रह चुके हैं। बचपन से ही मेधावी रहे हैं।मनीष रंजन ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए दिल्ली गए। दिल्ली यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई की है। वह समाजशास्त्र में टापर रह चुके हैं।आइएएस मनीष रंजन ने प्रबंधन और वाणिज्य विषय में वर्ष 2007 में झारखंड के चर्चित रांची यूनिवर्सिटी से शोध पूरा किया और डाक्टर बने।
नाटक मंचन व ग्रामीण विकास में शुरू से रूचि

डा मनीष रंजन का जन्म बिहार के सारण जिले में हुआ। वह झारखंड के नेतरहाट स्कूल के छात्र रह चुके हैं। बिहार के पटना से भी उनका गहरा रिश्ता रहा है। वह नाटकों में भी बेहद दिलचस्पी रखते हैं। कालेज लाइफ में वह कई नाटकों के प्रदर्शन में भाग ले चुके हैं। गुजरात स्थित ग्रामीण प्रबंधन संस्थान से वह ग्रामीण प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त कर चुके हैं। ग्रामीण विकास में उनकी काफी रूचि रहती है।

आइएएस मनीष रंजन की प्रकाशित पुस्तकें

डिसीजन मेकिंग एंड प्रॉब्लम सॉल्विंग- प्रकाशक-मैकग्रा हिल।
संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल - प्रकाशक - पियर्सन।
CSAT खंड एक - प्रकाशक - सेंगेज लर्निंग।
CSAT खंड दो - प्रकाशक - सेंगेज लर्निंग।
झारखंड का सामान्य ज्ञान - प्रकाशक - प्रभात पेपरबैक।