IIT ISM धनबाद के स्टूडेंट सुमित कुमार ने वर्ल्डक्वांट के इंटरनेशनल क्वांट चैंपियनशिप 2025 में हासिल किया दूसरा स्थान
IIT ISM धनबाद के छात्र सुमित कुमार ने WorldQuant International Quant Championship 2025 में दूसरा स्थान हासिल कर भारत और संस्थान का नाम रोशन किया। जानिए कैसे उन्होंने 80,000 प्रतिभागियों को पछाड़कर यह गौरव पाया।
धनबाद। आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के छात्र सुमित कुमार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन कर इतिहास रच दिया है। इंजीनियरिंग फिजिक्स विभाग के द्वितीय वर्ष के बी.टेक छात्र सुमित ने WorldQuant International Quant Championship (IQC) 2025 में फर्स्ट रनर-अप (दूसरा स्थान) हासिल किया है।
यह भी पढ़ें:झारखंड: सुजीत सिन्हा गैंग को आर्म्स सप्लाई करने आया क्रिमिनल रांची में पकड़ा गया, तीन लोडेड पिस्टल जब्त

प्रतियोगिता में दुनियाभर के 80,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, लेकिन सुमित ने अपनी विश्लेषणात्मक सोच, गणितीय क्षमता और क्वांटिटेटिव रिसर्च की दक्षता के दम पर सबको पीछे छोड़ दिया।
सिंगापुर में हुआ ग्लोबल फाइनल
वर्ल्डक्वांट द्वारा आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का ग्लोबल फाइनल सिंगापुर में हुआ, जहां दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। सुमित का प्रदर्शन इतना प्रभावशाली था कि उन्होंने फाइनल राउंड में जजों और विशेषज्ञों को अपनी रचनात्मकता और तार्किक विश्लेषण से प्रभावित कर दिया।

प्रो. शशांक बंसल बने मार्गदर्शक
सुमित को इस सफलता की राह में प्रो. शशांक बंसल (विभाग – प्रबंधन अध्ययन एवं औद्योगिक अभियांत्रिकी) का मार्गदर्शन मिला। उन्होंने सुमित को न केवल तकनीकी तैयारी में मदद की, बल्कि प्रतियोगिता की रणनीति और प्रस्तुति पर भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
क्या है वर्ल्डक्वांट इंटरनेशनल क्वांट चैंपियनशिप?
यह दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित क्वांटिटेटिव रिसर्च और एनालिटिक्स प्रतियोगिताओं में से एक है, जहां प्रतिभागी डेटा विश्लेषण, गणितीय मॉडलिंग और एल्गोरिदमिक थिंकिंग के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाते हैं। प्रतियोगिता का उद्देश्य उन युवाओं की पहचान करना है जो भविष्य के डेटा वैज्ञानिक और क्वांटिटेटिव एनालिस्ट बन सकते हैं।
संस्थान और देश के लिए गौरव
आईआईटी (आईएसएम) धनबाद ने इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि सुमित कुमार की सफलता भारत के युवाओं की वैश्विक स्तर पर बढ़ती वैज्ञानिक पहचान को दर्शाती है।संस्थान ने प्रो. शशांक बंसल को उनके मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि यह जीत आईआईटी (आईएसएम) धनबाद की उत्कृष्ट शिक्षा और शोध संस्कृति का परिणाम है।
सुमित कुमार ने क्या कहा
सुमित ने अपनी सफलता पर कहा –“यह मेरे लिए गर्व का क्षण है। मैंने जो सीखा, उसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर दिखाने का मौका मिला। मेरे मेंटर प्रो. शशांक बंसल और संस्थान के सहयोग के बिना यह संभव नहीं था।”
संस्थान की उपलब्धियों में जुड़ा एक और अध्याय
आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के छात्रों का अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन लगातार बेहतर होता जा रहा है। सुमित की यह उपलब्धि आने वाले विद्यार्थियों को नवाचार और शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी।






