बिहार में बदलेगी गवर्नमेंट, NDA छोड़ महागठबंधन के साथ जायेंगे नीतीश कुमार! पॉलिटिकल सरगर्मी तेज

बिहार में अगले दो तीन दिनों में बड़ा सियासी खेल होने के कयास लगाये जा रहे हैं। नीतीश कुमार  की लीडरशीप वाली एनडीए की सरकार के कभी भी टूटने व महागठबंधन की नई सरकार बनने की चर्चा है। सीएम नीतीश कुमार की सोनिया गांधई से बातचीत होने की बात कही जा रही है। वहीं बीजेपी ने एमपी रविशंकर प्रसाद व स्टेट के मिनिस्टर शाहनबज हुसैन को दिल्ली बुलाया है। नीतीश की तेजस्वी से भी बीत होने  की चर्चा है।

बिहार में बदलेगी गवर्नमेंट, NDA छोड़ महागठबंधन के साथ जायेंगे नीतीश कुमार! पॉलिटिकल सरगर्मी तेज
  • बीजेपी ने शाहनवाज, रविशंकर प्रसाद को दिल्ली बुलाया
  • सोनिया बनेंगी लालू व नीतीश के बीच की कड़ी

पटना। बिहार में अगले दो तीन दिनों में बड़ा सियासी खेल होने के कयास लगाये जा रहे हैं। नीतीश कुमार  की लीडरशीप वाली एनडीए की सरकार के कभी भी टूटने व महागठबंधन की नई सरकार बनने की चर्चा है। सीएम नीतीश कुमार की सोनिया गांधई से बातचीत होने की बात कही जा रही है। वहीं बीजेपी ने एमपी रविशंकर प्रसाद व स्टेट के मिनिस्टर शाहनबज हुसैन को दिल्ली बुलाया है। नीतीश की तेजस्वी से भी बीत होने  की चर्चा है।

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अबसवाल यह है कि अगर एनडीए छोड़कर नीतीश महागठबंधन के साथ जाते हैं कौन बनेगा अगला सीएम? क्या राष्ट्रीय जनता दल अपने सीएम चेहरा तेजस्वी यादव (के नाम से समझौता करने के लिए तैयार है? नीतीश कुमार महागठबंधन की सरकार के सीएम कैसे बनेंगे और इसके लिए पहल कौन करेगा?बताया जा रहा है कि तेजस्वी को लेकर राबड़ी देवी  किसी समझौते के मूड में नहीं हैं तो लालू प्रसाद यादव  को नीतीश कुमार के सीएम बनने के लिए राजी करना भी बड़ा मुद्दा है। आरजेडी में भी इसपर एक राय नहीं है।
नीतीश लेकर आरजेडी में मतभेद
जानकार सोर्सेज का कहना है किनीतीश कुमार को महागठबंधन का सीएमबनाने को लेकर आरजेडी में एक राय नहीं है। हालांकि, इसके लिए पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को मनाने की कोशिश जारी है। ऐसा फार्मूला खोजा जा रहा है, जिसमें नीतीश कुमार को सीएम बनाकर तेजस्वी यादव को बड़ी जवाबदेही दी जाए। तेज प्रताप यादव को भी बड़ी भूमिका देने की संभावना तलाशी जा रही है।सोर्सेज की माने तो इस मसले पर लालू परिवार व आरजेडी में अलग-अलग मत हैं। 

आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने आरजेडी एमएलए पर पटना बुलाने को सरकार बनाने की संभावना से जोड़े जाने को मीडिया की कयासबाजी करार दिया है। उनके अनुसार आरजेडी एमएलए की बैठक अगले लोकसभा व विधानसभा चुनाव को लेकर बुलाई गई है।जगदानंद सिंह ने कहा है कि तेजस्वी यादव में बड़ी नेतृत्व क्षमता है। वे पहले भी कह चुके हैं कि अगर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाया जाए तो जेडीयू के साथ मिलकर सरकार बना सकते हैं। सूत्रों के अनुसार राबड़ी देवी भी अड़ गई हैं कि महागठबंधन की सरकार में तेजस्वी को ही सीएम बनाना पड़ेगा।
लालू को मनाने की कोशिश
आरजेडी में तेजस्वी यादव की लगातार बड़े होते गए कद को देखते हुए पार्टी को नीतीश कुमार के नाम पर राजी करना मुश्किल कोशिश होगी। इसके लिए लालू प्रसाद यादव को राजी करने की पहल के लिए सोनिया गांधी को मनाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वे यह पहल करना नहीं चाहतीं।सोनिया गांधी की बात लालू प्रसाद यादव नहीं टालेंगे, ऐसी उम्मीद है। सोनिया गांधी व नीतीश कुमार के भी रिश्ते ठीक हैं। सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार ने सोनिया गांधी से फोन पर बात भी की है। ऐसे में अगर एनडीए सरकार टूटती है तो महागठबंधन की नई सरकार के गठन की राह सोनिया गांधी ही आसान कर सकती हैं।
सोनिया से सीएम नीतीश की हुई बात
सोर्सेज का कहना है कि इस बीच सीएम नीतीश कुमार की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बातचीत हुई है। दोनों नेताओं के बीच क्या बात हुई, इसकी जानकारी नहीं मिली है। कांग्रेस के सचिव शकील अहमद सहित अन्य बड़े नेता भी ऐसी किसी जानकारी से इनकार करते हैं। माना जा रहा है कि उनकी बातचीत बिहार के राजनीतिक हालात पर हुई है।सोनिया गांधी को सीएम नीतीश कुमार के करीब माना जाता है। वे लालू प्रसाद यादव के भी करीब हैं। ऐसे में महागठबंधन की सरकार बनाने में वे महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो सकती हैं।
बीजेपी का विरोध ही सहमति का बड़ा प्वाइंट
महागठबंधन में नीतीश कुमार के नाम पर सहमति का एक बिंदु बीजेपी का विरोध है। नीतीश कुमार की राष्ट्रीय व धर्मनिरपेक्ष छवि को देखते हुए विपक्ष उनमें बीजेपी के खिलाफ मजबूत नेता खोज रहा है। कांग्रेस के सचिव शकील अहमद कहते हैं कि अगर नीतीश बीजेपी का साथ छोड़ें तो महागठबंधन की सरकार में भी सीएम रहें। देश की राजनीति के लिए वे जरूरी हैं। शकील अहमद ने कहा कि सभी धर्मनिरपेक्ष पार्टियां एक साथ रहें तो बीजेपी को आसानी से हराया जा सकता है।
दिल्ली बुलाये गये रविशकंर व शाहनबाज
सीएएम नीतीशकुमार  ने जनता दल यूनाइटेड के सभी एमएलए की बैठक बुलाई है। कांग्रेस व आरजेडी ने भी अपने एमएलए को पटना में रहने का निर्देश दिया है।कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास पटना पहुंच चुके हैं। इस बीच नीतीश कुमार की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बातचीत हुई है। बीजेपी ने नित्यानंद राय, शाहनवाज हुसैन, रविशंकर प्रसाद व नितिन नवीन सहित कई बड़े नेताओं को दिल्ली बुलाया है।माना जा रहा है कि बीजेपी-जेडीयू गठबंधन पर दो दिनों में बड़ा फैसला हो सकता है। पूरे प्रकरण में जेडीयू आक्रमक तो बीजेपी 'वेट एंड वाच' की स्थिति में है।

जेडीयू व आरजेडी-कांग्रेस में हो सकता है नया गठबंधन
जेडीयू व आरजेडी-कांग्रेस में नया गठबंधन हो सकता है। खास बात यह है कि जेडीयू के प्रवक्ता अरविंद निषाद ने इस चर्चा को खारिज करने के बदले यह कह दिया कि राजनीति संभावनाओं का खेल है, जब तक कुछ हो नहीं जाता कुछ नहीं कहा जा सकता है। जेडीयू एमपी रामप्रीत मंडल ने भी कहा कि कुछ भी हाे सकता है।
बीजेपी ने  कहा- 'आल इज वेल', एनडीए में सब ठीक
बीजेपी इस मामले में 'वेट एंड वाच' की स्थिति में है। बीजेपी नेतृत्व ने अपने नेताओं को इस मामले में आज दोपहर में कुछ भी बोलने से मना कर दिया। इस निर्देश के पहले पार्टी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने इन कयासों को खारिज करते हुए कहा था कि एनडीए अटूट है।पार्टी अपने एमएलए की बैठके बुलाती रहती है। इसमें नया कुछ भी नहीं है। सीएम नीतीश कुमार के नीति आयाेग व अमित शाह की बैठकों में शामिल नहीं होने तथा उनकी सोनिया गांधी से हालिया बातचीत को भी उन्होंने सामान्य घटनाएं करार दिया है। बीजेपी कोटे के नीतीश सरकार में मंत्री रामसूरत राय के अनुसार भी एनडीए में सबकुछ ठीक है। उन्होंने आरसीपी सिंही के इस्तीफा व उसके बाद उत्पन्न हालात को जेडीयू का आंतरिंक मामला बताते हुए कहा कि इसका गठबंधन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि बिहार में भूचाल नहीं विकास आ रहा है।
राजनीति में कभी भी कुछ हो सकता है
बीजेपी व जेडीयू के बीच सबकुछ ठीक रहने का दावा करने वाले ललन सिंह ने आरसीपी सिंह के मंत्री बनने के मामले में बड़ी बात कही। उन्होंने बताया कि आरसीपी सिंह को केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री बनाना जेडीयू का फैसला नहीं था। जेडीयू प्रवक्ता अरविंद निषाद कहते हैं कि राजनीति संभावनाओं का खेल है। हालांकि, जब तक कुछ हो नहीं जाता, क्या कहा जा सकेता है। जेडीयू सांसद रामप्रीत मंडल ने कहा है कि कभी भी कुछ भी हो सकता है।
एनडीए टूटा तो जेडीयू का स्वागत
आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि अगर एनडीए में टूट होती है तो आरजेडी सरकार नहीं गिरने देगा। नीतीश कुमार का स्वागत किया जाएगा। आरजेडी प्रवक्ता एज्या यादव कहती हैं कि एनडीए में सबुुछ ठीक रहने का दावा करने वाली बीजेपी को दृष्टिदोष हो गया है।बीजेपी व जेडीयू के बीच शुरू से ही सबकुछ ठीक नहीं रहा है। नीतीश कुमार को आरंभ से ही दबाया जा रहा था। दोनों दलों में पटरी नहीं बैठ रही है। आरजेडी के राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने कहा है कि वे बिहार में सबसे बड़े राजनीतिक दल हैं। वे बिहार में राजनीतिक स्थिरता को नजर में रखते हुए फैसला करेंगे।