देश की 15वीं राष्ट्रपति निर्वाचित हुईं द्रौपदी मुर्मू, पहली आदिवासी और दूसरी महिला प्रेसिडेंट होंगी

एनडीए कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू ने देश की 15वीं प्रसिडेंट निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति निर्वाचित होने का इतिहास रच दिया है। राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू ने संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया। 

देश की 15वीं राष्ट्रपति निर्वाचित हुईं द्रौपदी मुर्मू, पहली आदिवासी और दूसरी महिला प्रेसिडेंट होंगी
  •  PM बोले- भारत ने लिखा इतिहास

नई दिल्ली। एनडीए कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू ने देश की 15वीं प्रसिडेंट निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति निर्वाचित होने का इतिहास रच दिया है। राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू ने संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया। 

यह भी पढ़ें:झारखंड: ACB ने कोडरमा के रेंजर को 4500 रुपये घूस लेते किया अरेस्ट

देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला प्रेसिडेंट 
द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति के साथ ही इस सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। पीएम नरेंद्र मोदी, होम मिनिस्टर अमित शाह और बीजेपी प्रसिडेंट जेपी नड्डा ने मुर्मू के घर पहुंचकर उन्हें बधाई दी। 

25 जुलाई को शीर्ष संवैधानिक पद संभालेंगी द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगी। मुर्मू 25 जुलाई को संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में देश की अगली राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगी। वर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द का कार्यकाल 24 जुलाई मध्यरात्रि को समाप्त हो रहा है।
भारत ने रचा इतिहास
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबसे पहले द्रौपदी मुर्मू को उनके निवास पर जाकर बधाई दी और ट्वीट करते हुए कहा कि जब 1.3 अरब भारतीय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तब पूर्वी भारत के एक सुदूर हिस्से में जन्मी आदिवासी समुदाय की भारत की एक बेटी हमारी राष्ट्रपति बनी है। भारत ने इतिहास रच दिया है। मुर्मू का जीवन एक प्रेरणा है। द्रौपदी मुर्मू को बधाई।

राष्ट्रपति, और लोकसभा स्पीकर ने दी बधाई
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी।रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी मुर्मु को शुभकामनाएं दीं। कहा- राष्ट्रपति चुनाव में प्रभावी जीत दर्ज करने पर मुर्म को बधाई। वे गांव, गरीब, वंचितों के साथ-साथ झुग्गी-झोपड़ियों में भी लोक कल्याण के लिए सक्रिय रहीं हैं। आज वे उनके बीच से निकलकर सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंचीं। यह भारतीय लोकतंत्र की ताकत है।कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत देश की तमाम हस्तियों ने भी मुर्मू को इस ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी। विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने कहा- द्रौपदी मुर्मू को उनकी जीत पर बधाई देता हूं। देश को उम्मीद है कि गणतंत्र के 15वें राष्ट्रपति के रूप में वे बिना किसी भय या पक्षपात के संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करेंगी।
बीजेपी ने मनाया विजय उत्सव
मुर्मू की जीत तय होते ही भाजपा की ओर से विजय उत्सव का सिलसिला शुरू हो गया। राजधानी दिल्ली से लेकर मुर्मू के गृह प्रदेश ओडिशा में उनके गांव समेत हर जगह पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस ऐतिहासिक पल को यादगार बनाने के लिए पूरा जोर लगा दिया।

द्रौपदी मुर्मू को 6,76,803 वोट तो वहीं सिन्हा को 3,80,177 वोट मिले

मुर्मू को जीत के लिए जरूरी पांच लाख 43 हजार 261 वोट तीसरे राउंड में ही मिल गए। थर्ड राउंड के बाद उन्हें 5 लाख 77 हजार 777 वोट मिले। यशवंत सिन्हा को दो  लाख 61 हजार 62 वोट ही मिले। इसमें राज्यसभा और लोकसभा के सांसदों समेत 20 राज्यों के वोट शामिल हैं।राष्ट्रपति चुनाव के वोटों की गिनती गुरुवार देर रात चार राउंड में पूरी हुई। कुल 4754 वोट पड़े थे। गिनती के वक्त 4701 वोट वैध और 53 अमान्य पाए गए। कुल वोटों का कोटा 5,28,491 था। इसमें द्रौपदी मुर्मू को कुल 2824 वोट मिले। इनकी वैल्यू 6 लाख 76 हजार 803 थी। केरल से मुर्मू को सबसे कम सिर्फ एक और यूपी से सबसे ज्यादा 287 वोट मिले। वहीं, यशवंत सिन्हा को कुल 1877 वोट मिले, जिनकी वैल्यू 3 लाख 80 हजार 177 रही। दूसरी तरफ सिन्हा को आंध्र प्रदेश, नागालैंड और सिक्किम से एक भी वोट नहीं मिला। उन्हें सबसे ज्यादा 216 वोट पश्चिम बंगाल से मिले।द्रौपदी मुर्मू को कुल 64 फीसदी वोट मिले  वहीं यशवंत सिन्हा को 36 फीसदी वोट हासिल हुए। कुल वोटों की बात करें तो द्रौपदी मुर्मू को 6,76,803 वोट तो वहीं सिन्हा को 3,80,177 वोट मिले हैं। 
वोटो का गणित
4,754 एमी व एमएलए ने वोट डाले
4,701 वोट वैध 
53 वोट अमान्य 
10,56,980 रहा कुल वैध मतों का मूल्य
6,76,803 वोट द्रौपदी मुर्मू को मिले, यह कुल मतों का 64 प्रतिशत है
3,80,177 मत मिले विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को
13 राज्यों से कोई मत अमान्य नहीं हुआ
126 एमएलए और 17 एमपी ने क्रॉस वोट किया
सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रपति चुनाव में 126 एमएलए और 17 एमपी ने क्रॉस वोट किया। कुछ तो खुलकर सामने आ गये थे लेकिन बड़ी संख्या में सदस्यों ने गुप्त रूप से क्रॉस वोट किया। सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रपति चुनाव में जमकर क्रॉस वोटिंग हुई। जहां कुछ सदस्यों ने खुलकर क्रॉस वोट किया तो वहीं बहुत सारे विधायक और सांसद ऐसे थे जिन्होंने अपना पत्ता नहीं खोला लेकिन पार्टी लाइन से हटकर वोट डाला। बीजेपी ने भी दावा किया था कि 17 सांसदों ने क्रॉस वोट किया। सांसदों की बात करें तो 748 में से 540 वोट एनडीए उम्मीदवार मुर्मू को मिले तो वहीं यशवंत सिन्हा को 208 सांसदों को वोट ही हासिल हो पाए। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में राज्यसभा और लोकसभा दोनों के सांसद मतदान करते हैं। अगर इन वोटों की वैल्यू देखें तो द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में 3,78,000 वोट हुए और यशवंत सिन्हा के पक्ष में 1,45,600 वोट हुए। ये वोट केवल सांसदों के हैं।