धनबाद: निरसा सीओ व मासस नेता में भिड़ंत, हाथापाई, एफआइआर दर्ज, डीसी ने  दिया आरोपी को गिरफ्तार करने का निर्देश

निरसा में शुक्रवार को अंचल कार्यालय में सीओ एमएन मंसूरी के साथ मासस नेता सुकेश मुखर्जी में भिडंत हो गयी। मासस लीडर ने सीओ के साथ हाथापाई की। सीओ की कंपलेन पर निरसा पुलिस स्टेशन में सुकेश मुखर्जी के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी है।

धनबाद। निरसा में शुक्रवार को अंचल कार्यालय में सीओ एमएन मंसूरी के साथ मासस नेता सुकेश मुखर्जी में भिडंत हो गयी। मासस लीडर ने सीओ के साथ हाथापाई की। सीओ की कंपलेन पर निरसा पुलिस स्टेशन में सुकेश मुखर्जी के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी है।

सीओ की सूचना निरसा पुलिस स्टेशन ओसी सुभाष सिंह मौके पर पहुंचकर छानबीन की। पुलिस के पहुंचने के पहले सुकेश मुखर्जी वहां से निकल गये थे। सीओ ने मामले की कंपलेन डीसी उमाशंकर सिंह से भी की है। डीसी ने एसएसपी को जल्द आरोपी को गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया है। निरसा अंचल कार्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों ने घटना का पर विरोध जताया है।
क्या है मामला
निरसा दक्षिण के जिप सदस्य दिल मोहम्मद, केलियासोल की मुखिया मुक्ता मंडल, मुखिया गोपाल दास, षष्टि सिंह, भीम गोराईं, हसन अंसारी, सोम मरांडी सहित अन्य ग्रामीणों ने अश्विनी कुमार मंडल, धनंजय मंडल व परिवारवालों के खिलाफ पशु चिकित्सालय व उप स्वास्थ्य केंद्र की चहारदीवारी तोड़ कर रास्ता बनाने की कंपलेन निरसा सीओ से की थी। सीओ ने शुक्रवार को दोनों पक्षों को नोटिस भेज कर ऑफिस बुलाया था। कंपलेनर के साथ मासस नेता सुकेश मुखर्जी, दिल मोहम्मद, गोपाल दास व अन्य पंचायत प्रतिनिधि अंचल कार्यालय पहुंचे थे। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच बातचीत के दौरान हंगामा होने लगा।

सीओ ने दोनों पक्ष से एक-एक व्यक्ति को कार्यालय में पक्ष रखने को कहा। उन्होंने सुकेश मुखर्जी सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधियों को ऑफिस से बाहर जाने को कह दिया। इसी बात को लेकर श्री मुखर्जी के साथ सीओ की नोकझोंक होने लगी।कुछ लोगों ने गाली-गलौज भी शुरू कर दी। सीओ ने कंपलेन में कहा है कि सुनवाई के दौरान बिना अनुमति के सुकेश मुखर्जी ऑफिस में आ गये। उनके साथ दुर्व्यवहार करते हुए गाली गलौज की। जान से मारने की धमकी दी। सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न किया गया।मासस नेता सुकेश मुखर्जी ने सीओ के आरोपों से इंकार किया है. कहा कि सीओ ने उनके साथ गाली गलौज की। उन्होंने किसी को गाली नहीं दी है। गलत का विरोध करता रहूंगा।