Dhanbad News: प्रोफेसर ने भेजा अश्लील मैसेज, MPl में धरना समाप्त, फ्लावर मिल में रेड, नवजात की मौत पर हंगामा

छात्रा को अशलील मैसेज भेजने वाले बाघमारा कॉलेज के प्रोफेसर अजय कुमार सिंह की लोगों ने गुरुवार को जमकर पिटाई की। त्रिपक्षीय वार्ता के आश्वासन के बाद एमपीएल गेट पर पर चल रहा विस्थापितों का धरना समाप्त हो गया।

Dhanbad News: प्रोफेसर ने भेजा अश्लील मैसेज, MPl में धरना समाप्त, फ्लावर मिल में रेड, नवजात की मौत पर हंगामा

धनबाद। छात्रा को अशलील मैसेज भेजने वाले बाघमारा कॉलेज के प्रोफेसर अजय कुमार सिंह की लोगों ने गुरुवार को जमकर पिटाई की। त्रिपक्षीय वार्ता के आश्वासन के बाद एमपीएल गेट पर पर चल रहा विस्थापितों का धरना समाप्त हो गया। पुटकी परसिया स्थित रानी सती फ्लावर मिल में रेड के बाद गोदाम सील कर दिया गया। झरिया बाटा मोड़ स्थित आर एस मेमोरियल सेवा सदन में इलाज के दौरान नवजात की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ।
अशलील मैसेज भेजने वाले प्रोफेसर की पिटाई, पुलिस में कंपलेन

बाघमारा कॉलेज के मनोविज्ञान प्रोफेसर अजय कुमार सिंह द्वारा इंटर की छात्रा को वाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेजने तथा रेप की धमकी दिये जाने के बाद जमकर बवाल हुआ। बड़ी  संख्या में लोग कॉलेज पहुंचकर प्रोफेसर की जमकर पिटाई की। प्रोफेसर किसी तरह जान बचाकर भागे। छात्रा के मामा ने बाघमारा  पुलिस स्टेशन में छेड़खानी, रेप व जान मारने की धमकी व जाचिसूचक गालियां देने का आरोप लगाते हुए कंपलेन किया है। प्रोफेसर द्वारा भेजे गये अश्लील मैसेज के साथ धमकी देने का ऑडियो भी पुलिस को उपलब्ध कराया गया है। 

एमपीएल गेट पर चल रहा जेएमएम का धरना नौ घंटे बाद समाप्त 


नियोजन समेत अन्य मांगों को लेकर जेएमएम के बैनर तले विस्थापितों ने गुरुवार को एमपीएल मेनगे के सामने धरना दिया। विस्थापितों द्वारा मुख्य गेट को जाम कर दिये जाने से एमपीएल की ट्रांसपोर्टिंग पूरी तरह ठप हो गयी। 25 जनवरी को त्रिपक्षीय वार्ता का आश्वासन पर लगभग लगभग नौ घंटे के घरना समाप्त हो गया। 
बचे हुए विस्थापितों को नियोजन देने , एमपीएल में कार्यरत कर्मियों के वेतन वृद्धि, पदोन्नति, डिसमिस किये गये स्टाफ की बहाली, मृत कर्मियों के आश्रितों को नियोजन देने और सीएचपी में चल रहे नौ विस्थापितों के हाइवा को पुन: बहाल किए जाने की मांग की जा रही थी। एमपीएल विस्थापित व स्थानीय समिति ( अशोक मंडल गुट) के बैनर तले गुरुवार की सुबह ग्रामीण एमपीएल गेट के  समक्ष  प्रदर्शन करते हुए धरना पर बैठ गये।एमपीएल की कोयला व छाई ट्रांसपोर्टिंग ठप कर दी। धरना हटाने को लेकर निरसा सीओ एमएन मंसूरी व एसडीपीओ विजय कुशवाहा के साथ विस्थापितों की नोकझोंक भी हुई।

एसडीएम से फोन पर बात के बाद बनी सहमति

एसडीएम सुरेंद्र कुमार द्वारा टेलीफोन पर जेएमएम लीडरअशोक मंडल से  बातचीत में 25 जनवरी को वार्ता करवाने व मामले का समाधान करवाने के आश्वासन दिया गया। इसके  विस्थापितों ने लगभग दो बजे आंदोलन समाप्त किया। विस्थापित व स्थानीय समिति के अध्यक्ष अशोक मंडल ने बताया कि एमपीएल को बिजली उत्पादन करते 10 साल से ज्यादा समय हो गया। लेकिन जिनकी जमीन  प्लांट में गई है आज तक सभी विस्थापितों को नियोजन नहीं मिला। एमपीएल मैनजमेंट  ने कहा था कि जब तक बचे हुए विस्थापितों को नियोजन नहीं मिलेगा तब तक सभी को 2250 रुपए प्रतिमाह भुगतान किया जाएगा। ऐसे  विस्थापितों को दो वर्ष तक ही पैसे का भुगतान किया गया । एमपीएल में काम कर रहे मजदूरों के वेतन में वृद्धि नहीं की जा रही है। विस्थापितों व प्रबंधन के साथ हुए करार में तीन वर्ष के बाद मजदूरों को पदोन्नति देने पर सहमति बनी थी। प्रबंधन उस पर अमल नहीं कर रहा। मौके पर रामरंजन मिश्रा,कामाख्या चौधरी, सच्चिदानंद तिवारी, जितेन तिवारी, मनोहर मंडल, लंकेश्वर लोहार, बगाल मरांडी, मकसूद शेख, शांति लोहार, सुहागी लोहार,पूर्णिमा देवी, सोनामुनी हेंब्रम, अलादी सोरेन, रासमुनी किस्कू, संध्या रानी, चंदना मंझियाईन आदि उपस्थित थे।

पुटकी स्थित रानी सती फ्लावर व गोदाम सील

एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) चंदन कुमार ने गुरुवार की शाम पुटकी परसिया में संचालित रानी सती इंटरप्राइजेज फ्लावर मील में रेड मारा।  के स्टॉक 116 क्विंटल 90 किलो गेहूं का आटा, विभिन्न मार्का के पैकेट में पाया गया। 0 क्विंटल दर्रा,10 क्विंटल चोकर,एवं लगभग 3320 बोरा हाथ सिलाई गेहूं का स्टॉक पाया गया। आटा मिल में सभी सामानों को जप्त कर आटा मील के गोदाम और ऑफिस को सील कर दिया गया। एमडीएम बताया कि फ्लावर मील जांच में संचालक की ओर से स्टॉक संबंधी कोई भी कागजत या जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। संचालक को गोदाम में मौजूद सामग्री और स्टॉक संबंधी कागजातों को प्रस्तुत करने की बात कही है। 
नवजात शिशु की मौत के बाद परिजनों ने किया हंगामा
झरिया बाटा मोड़ स्थित आर एस मेमोरियल सेवा सदन में गुरुवार की रात इलाज के तीन घंटे बाद प्रसूति नवजात शिशु की मौत हो गई। पीड़ित परिजनों ने डॉ एसपी सिंह पर लापरवाही का आरोप लगते हुए हो हंगामा किया।मौके पर पहुंची झरिया पुलिस ने विवाद शांत कराया।  शांत किया। डॉक्टरों का करना है कि पेसेंट की स्थिति ठीक हैं। बच्चे की मां के पेट में ही मौतो हो गयी थी। इलाज में लापरवाही की बाात गलत है।