धनबाद: जज उत्तम आनंद मर्डर केस की: CBI ने शुरू की जांच, सर्च, कई लोगों से पूछताछ

सीबीआइ ने धनबाद के एडीजे-8 उत्तम आनंद की मौत मामले की जांच शुरू कर दी है। एएसपी विजय शुक्ला के नेतृत्व में धनबाद पहुंची सीबीआई की टीम ने गुरुवार को जगह-जगह सर्च की।  कई लोगों से पूछताछ की।

धनबाद: जज उत्तम आनंद मर्डर केस की: CBI ने शुरू की जांच, सर्च, कई लोगों से पूछताछ

धनबाद। सीबीआइ ने धनबाद के एडीजे-8 उत्तम आनंद की मौत मामले की जांच शुरू कर दी है। एएसपी विजय शुक्ला के नेतृत्व में धनबाद पहुंची सीबीआई की टीम ने गुरुवार को जगह-जगह सर्च की। कई लोगों से पूछताछ की।
सीबीआइ की चार सदस्यीय टीम धनबाद पुलिस स्टेशन पहुंची। पुलिस अफसरों से घटना के बारे में जानकारी ली। अभी तक की पुलिस एक्शन से अवगत हुई। सीबीआइ टीम जज से की मौत से जुड़ी कई कागजात भी धनबाद पुलिस से ली है। CBI की टीम सिटी एसपी आर रामकुमार एएसपी मनोज स्वर्गियार और धनबाद इंस्पेक्टर विनय कुमार से घटना की जानकारी ली है।
झारखंड सरकार की अनुशंसा पर दिल्ली सीबीआई की स्पेशल क्राइम ब्रांच-1 ने बुधवार को मामला दर्ज किया है। एएसपी विजय कुमार शुक्ला को केस का आईओ बनाया गया है। सीबीआई एसपी जगरूप एस सिन्हा के आदेश पर केस में जांच के लिए 20 सदस्यीय टीम गठित की गई है। इसमें फोरेंसिक की टीम को भी शामिल किया गया है। टीम में बायोलॉजी, डीएनए प्रोफाइलिंग, फिंगर प्रिंट्स, फॉरेंसिक साइकोलॉजी और सेरोलॉजी विंग के एक्सपर्ट भी शामिल हैं।

फ्लैश बैक
जज उत्तम आनंद 28 जुलाई की सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। वॉक के दौरान ऑटो ने धक्का मार दिया जिससे उनकी मौत हो गी? घटना के बाद एक सीसीटीवी वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें स्पष्ट दिखा था कि एक ऑटो में बैठे लोग किनारे की तरफ ऑटो ले जाकर उत्तम आनंद को धक्का मार दिया था। मामले में जज की वाइफ के कंपेलन पर धनबाद पुलिस स्टेशन ऑटो ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।

सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट ने भी संज्ञान लिया

मामले में सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट ने भी संज्ञान लिया है। डीजीपी व चीफ सेकरेटरी से रिपोर्ट तलब की गयी थी। पुलिस हेडक्वार्टर ने एडीजी (ऑपरेशन) संजय आनंद लाठकर के नेतृत्व में एसआईटी गठित की थी। एसआईटी को अब तक की जांच में सुनियोजित मर्डर से जुड़ा कोई साक्ष्य नहीं मिले पाया था। पुलिस मामले में ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा व उसके सहयोगी राहुल वर्मा को अरेस्ट कर जेल भेज चुकी है। जज को धक्का मारने वाला ऑ़टो भी बरामद कर लिया गया है। झारखंड सरकार ने 30 जुलाई को मामले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा की थी। इसके बाद सीबीआई ने केस को टेकओवर कर जांच शुरू कर दिया है।