Dhanbad: BCCL की भौंरा, बस्ताकोला व कुसुंडा एरिया में डीओ होल्डरों से प्रतिमाह 25 करोड़ की रंगदारी वसूली !

बीसीसीएल की इजे एरिया भौंरा, कुसुंडा एरिया व बस्ताकोला एरिया की कोलियरियों डीओ से हॉल्डरों से प्रतिमाह लगऊग 15 से 16 करोड़ रुपये की रंगदारी वसूली की जा रही है। रंगदारी नहीं देने पर डीओ होल्डर के ट्रक में कोयले की जगह की पत्थर लोड करा दिया जाता है। बिना लोड किये ही ट्रक वापस भेज दिया जाता है। डीओ होल्डरों के कंपलेन पर लोकल पुलिस व सीआइएसएफ व बीसीसीएल मैनेजमेंट मौन बनी हुई है। 

Dhanbad: BCCL की भौंरा, बस्ताकोला व कुसुंडा एरिया में डीओ होल्डरों से प्रतिमाह 25 करोड़ की रंगदारी वसूली !
बीसीसीएल हेडक्वार्टर का बोर्ड (फाइल फोटो)।
  • एल एंड के ब्रदर्स व माफिया घराना वसूल रहा है रंगदारी
  • कोल कंपनी के अफसर, सीआइएसएफ व पुलिस का भी रंगदारों को मिल रहा है संरक्षण
  • सेंट्रल जांच एजेसियां भी कोल कंपनियों को चूना लगाने वालों पर नहीं कस पा रही शिकंजा

धनबाद। बीसीसीएल की इजे एरिया भौंरा, कुसुंडा एरिया व बस्ताकोला एरिया की कोलियरियों डीओ से हॉल्डरों से प्रतिमाह लगऊग 15 से 16 करोड़ रुपये की रंगदारी वसूली की जा रही है। रंगदारी नहीं देने पर डीओ होल्डर के ट्रक में कोयले की जगह की पत्थर लोड करा दिया जाता है। बिना लोड किये ही ट्रक वापस भेज दिया जाता है। डीओ होल्डरों के कंपलेन पर लोकल पुलिस व सीआइएसएफ व बीसीसीएल मैनेजमेंट मौन बनी हुई है। सेंट्रल जांच एजेंसियां भी मामले में कुछ नहीं कर पा रही है। 
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अभिजीत राज ने की कार्रवाई की मांग
झारखंड प्रदेश युवक कांग्रेस प्रसिडेंट अभिजीत राज ने आरोप लगाया है कि बीसीसीएल की भौरा, बस्ताकोला, लोदना, कुसुंडा, सिजुआ, कतरास  मुगमा समेत सभी एरिया में डीओ हॉल्डरों से प्रतिमाह करोड़ों रुपये की रंगदारी वसूली की जा रही है। रंगदारी वसूली करने वालों को सफेदपोशों व लोकल पुलिस का साथ मिल रहा है। रंगदारों वसूली में बीसीसीएल अफसर व सीआइएसएफ की भी मिलीभत है। डीओ धारकों की कंपलेन के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है।

कोयले के ग्रेड में हेराफेरी

अभिजीत ने कहा है कि झारखंड में महागठबंधन की सरकार हैं जहां रंगदारों व क्रिमिनलों की कोई जगह नहीं है। वह कोलियरी में हो रही रंगदारी को लेकर शीघ्र से सीएम व डीजीपी से कंपलेन कर कार्रवाई की मांग करेंगे। अगर इस रंगदारी में किसी भी लेवल के पुलिस अफसर व कोई सफेदपोश शामिल हैं तो उनके खिलाफ लिखित कंपलेन की जायेगी। अभिजीत ने कहा है कि बीसीसीएल की सभी एरिया में डीओ उठाव में रंगदारी हो रही है। कोयले के ग्रेड में हेराफेरी की जा रही है। दबंगई की आड़ व बेहतर ग्रेड का कोयला देने के नाम पर रंगदारी वसूली की जा रही है। बावजूद बीसीसीएल व सेंट्रल जांच एजेंसी मौन है।

बीसीसीएल में सबसे अधिक रंगदारी भौरा एरिया में,सिंह ब्रदर्स के लिए यादव ग्रुप वसूल रहा है रंगदारी
बीसीसीएल में सबसे अधिक रंगदारी भौरा एरिया के थ्री पीट में हो रही है। सिंह ब्रदर्स के लिए यादव ग्रुप रंगदारी वसूल रहा है। भौंरा पीट-3 के कोयला डीओ धारकों से 50 हजार रुपया प्रति ट्रक जबरन वसूला जा रहा है। बीसीसीएल को वाशरी ग्रेड-२ कोल का प्राइस आठ हजार रुपये प्रति टन देकर कोयला खरीदने वालों से दो हजार रुपया प्रति टन रंगदारी वसूला जा रहा है। बीसीसीएल को लूट रहा एल एंड के ब्रदर्स के आदेश पर भौंरा के एक कांग्रेसी नेता का बेटा रंगदारी वसूल रहा है। रंगदारी की राशि एल एंड के ब्रदर्स के पास जाती है। आरोप है कि रंगदारी की राशि में से एल एंड के ब्रदर्स माफिया घराने के तीनों गुट को हिस्सेदारी पहुंचाता है। इस करोड़ों की रंगदारी वसूली में बीसीसीएल का रोड सेल के साईड इंचार्ज और एरिया ऑफिस के अफसर भी मिले हुए हैं। सत्ता पर प्रभाव रखने वाले व पावर ब्रोकर डीओ धारक से रगंदारी नहीं ली जाती है।   
पुलिस व सीआइएसएफ चुप!
आरोप है कि लोकल पुलिस व सीआइएसएफ को इसमें हिस्सेदारी मिल रही है। डीओ धारकों की लिखित कंपलेन के बावजूद लोकल पुलिस कुछ नहीं करती है। रंगदारी वसूली करने वाले युवक विपक्षी दल में पिता सत्ताधारी दल का चोला ओढ़े हुए है। उन्होंने कहा है कि इसमें सीआईएसएफ के कुछ लोगों की मिलीभगत है। रंगदारी नहीं देने पर खराब कोयला लोड कर दिया जाता है। डीओ धारकों को रंगदारी के लिए हड़काया जाता है। भौंरा में रोड सेल के लिए 50 हजार टन से अधिक के कोयला का डीओ लगता है। इस तरह डीओ धारकों से लगभग 10 करोड़ रुपया माहवारी रंगदारी वसूली किया जा रहा है।
कुजामा में भी भौंरा वाला सरगना की रंगदारी
बीसीसीएल की कुजामा कोलियरी में भी डीओ धारकों से प्रतिटन दो हजार रुपये व 50 हजार रुपये रंगदारी वसूली जा रही है। रंगदारी नहीं देने व कोल उठाव नहीं करने दिया जाता है। पत्थर लोड करवा दिया जाता है। डीओ धारक असहाय बने हुए हैं। बीसीसीएल मैनेजमेंट, सीआइएसएफ व लोकल पुलिस रंगदारी पर शिकंजा कसने में विफल साबित हो रहा है। यहां भी लगभग 50 हजार टन का डीओ उठा‍व होता है। कुजाम व भौंरा में रंगदारी वसूली करने वाला सरगना सभी लेवल पर अपनी सेटिंग का दावा कर रहा है। उसका कहना है कि बीसीसीएल अफसर व विरोध करने वालों को फरजी केस कराकर जेल भिजवा दिया जायेगा।
गोपालीचक व अलकुसा कोलियरी पर माफिया घराना का कब्जा
बीसीसीएल की गोपालीचक व अलकुसा कोलियरी में डीओ धारकों को डीओ लगाने से रोका जा रहा है। डीओ लगाने वाले को कहा जा रहा है कि आप अधिकृत कर दें मेरा आदमी माल उठायेगा। भौंरा की तरह इन दोनों कोलियरियों भी रंगदारी का जोर है। डीओ लगाने पर माल उठाव नहीं करने दिया जा रहा है। चिन्हित डीओ धारकों यानी अपनी कंपनी को ही इंट्री दे रहे हैं। यहां सत्ता के बल पर रंगदारी की जा रही है। रंगदारी नहीं देने पर केस में फंसाने की धमकी दी जा रही है। इन दोनों कोलियरियों पर माफिया का कब्जा है। डीओ धारकों को माल उठने नहीं दिया जाता है। कहा जाता है कि मेरा ग्रुप ही डीओ लगायेगा आप लोग मेरे से माल खरीदे। कई डीओ धारकों को केस में फंसाने की धमकी दी जाती है। 

गोपालीचक में प्रतिमाह लगभग 10 हजार टन व अलकुसा में पांच से सात हजार टन कोयला उठाव के लिए डीओ लगता है। गोपालीचक में तो डीओ लगाने से फोन कर मना कर दिया जाता है। लगाने पर भौंरा व कुजामा की तरह दो हजार रुपये प्रतिटन रंगदारी की मांग की जाती है। डीओ का कागज रंगदारी वसूलने वाला सरगना अपने बंगला पर पहुंचाने को कहता है। अलकुसा में रंगदारी की रेट प्रतिटन पांच सौ से सात टन है? यहां विवाद उक्त तीनों डगह की अपेक्षा काफी कम है। गोपालीचक में दो गुटों के समर्थकों के बीच कोयला उठाव को लेकर हिंसज झड़प भी हो चुकी है।