कोरोना संक्रमित पेसेंट के लिए की DRDO दवा 2 DG जारी,डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह व हेल्थ मिनिस्टर हर्षवर्धन ने किया लॉन्च 

कोरोना संक्रमित पेसेंट के लिए DRDO की नई दवा 2 DG (2-deoxy-D-glucose) की पहली खेप के तहत 10 हजार डोज सोमवार को डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह व हेल्थ मिनिस्टर हर्षवर्धन ने लॉन्च किया। 

कोरोना संक्रमित पेसेंट के लिए की DRDO दवा 2 DG जारी,डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह व हेल्थ मिनिस्टर हर्षवर्धन ने किया लॉन्च 
  • पहली खेप के तहत 10 हजार सैशे किया गया लॉन्च 

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमित पेसेंट के लिए DRDO की नई दवा 2 DG (2-deoxy-D-glucose) की पहली खेप के तहत 10 हजार डोज सोमवार को डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह व हेल्थ मिनिस्टर हर्षवर्धन ने लॉन्च किया। 

तीन ट्रायल के बाद एक मई 2021 को DCGI की ओर से इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति मिल गई। पाउडर के रूप में इस ड्रग को एक सैशे (sachet) में दिया जायेगा। इसे पानी में घोलकर लेना होगा। यह संक्रमित कोशिकाओं पर जाकर वायरस की वृद्धि को रोकने में सक्षम है। इस दवा के सेवन से ऑक्सीजन के इस्तेमाल की जरूरत कम हो सकेगी। इस दवा को DRDO की न्युक्लियर मेडिसीन इंस्टीट्यूट एंड अलाइड साइंसेज (INMAS) ने डॉक्टर रेड्डी लैब के साथ मिलकर विकसित किया है।

पांच-सात दिन लेनी होगी दो डोज
DRDO चीफ जी. सतीश रेड्डी ने कहा कि यह दवा कोरोना वायरस से संक्रमित कोशिकाओं पर सीधा काम करेगी। बॉडी का इम्यून सिस्टम काम करेगा और मरीज जल्दी ठीक होगा। इसे पेसेंट के वजन और डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के आधार पर कम से कम पांत-सात दिन सुबह-शाम 2 डोज़ लेनी है। उन्होंने बताया कि अभी सप्ताह में 10,000 के आस पास कुल प्रोडक्शन होगा। आज AIIMS, AFMS और DRDO हॉस्पीटलों में दे रहे हैं। बाकी स्टेट को अगले फेज में देंगे। अभी थोड़ी देरी है। जून के पहले वीक से सभी जगहों पर 2DG दवा उपलब्ध होगी। 

पेसेंट होंगे जल्द रिकवर
डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ की ओर से तैयार की गई कोरोना वैक्सीन 2DG को हेल्थ मिनिस्टर डॉ. हर्षवर्धन को सौंपा। इसके बाद हेल्थ मिनिस्टर की ओर से इस दवा को एम्स डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया को सौंपा गया। 
डिफेंस मिनिस्टर ने ड्रग को बताया उम्मीद की किरण
डिफेंस मिनिस्टर ने ड्रग को उम्मीद की किरण बताया। उन्होंने कि अभी हमें निश्चिंत होने की जरूरत नहीं है और न ही थकने और थमने की जरूरत है। क्योंकि यह wave दूसरी बार आई है, और आगे भी इस बारे  में कुछ निश्चित नहीं है। हमें पूरी सतर्कता के साथ कदम आगे बढ़ाने होंगे। इस दवा को तैयार करने में जिन वैज्ञानिकों की मुख्य भूमिका है। मैं उन्हें अपने हाथों से सम्मानित करना चाहूंगा।ये दवा आशा और उम्मीद की एक नई किरण लेकर आई है। ये दवा हमारे देश के वैज्ञानिकों की क्षमता की एक मिसाल है।उन्होंने आगे कहा, 'ऑक्सीजन सप्लाई, दवा, आइसीयू बेड व क्रायोजेनिक टैंकरों की व्यवस्था को हमने काफी गंभीरता से लिया है। इसके लिए सामूहिक प्रयास किया गया जिसका रिजल्ट बेहतर है।
उन्हों‍ने कहा कि अब तक हम रक्षा क्षेत्र में डीआरडीओ और प्राइवेट पार्टनरशिप की बात करते थे। आज हेल्थ के सेक्टर में भी डीआरडीओ और प्राइवेट सेक्टर की पार्टनरशिप का इतना अच्छा परिणाम देख कर मुझे वाकई बहुत खुशी हो रही है। डिफेंस मिनिस्टर ने कहा कि 'मुझे बताया गया कि DRDO के इस दवा से सामान्य उपचार की तुलना में ढाई दिन जल्दी ठीक हुए हैं। साथ ही ऑक्सीजन पर निर्भरता भी लगभग 40 परसेंट कम हो गई। पाउडर के तौर पर विकसित इस दवा का इस्तेमाल ORS घोल की तरह इसका बड़ी आसानी से किया जा सकेगा। 
दवा से भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में कोरोना से जंग लड़ने में मदद मिलेगी: हर्षवर्धन
मौके पर हर्षवर्धन ने कहा कि डीआरडीओ के सहयोग और डिफेंस राजनाथ सिंह की लीडरशिप में इस वैक्सीन को तैयार किया गया है। यह भारत की पहली पूर्ण स्वदेशी वैक्सीन हो सकती है, जो कोरोना संकट से निपटने में मदद करेगी। हर्षवर्धन ने कहा कि इस वैक्सीन के जरिए कोरोना से रिकवरी का टाइम कम होगा। इसके अलावा ऑक्सीजन पर निर्भरता भी कम होगी। इस दवा से भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में कोरोना से जंग लड़ने में मदद मिलेगी।इस दवा से सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि आने वाले दिनों में पूरी दुनिया में कोरोना से निपटने में मदद मिलेगी। मैं डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को इसके लिए शुभकामनाएं और धन्यवाद देता हूं। हेल्थ मिनिस्टर कहा कि हमने देखा है कि पीएम नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में डीआरडीओ ने कोरोना से जंग में अहम भूमिका अदा की है।

न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार यह वैक्सीन अगले सप्ताह से भारत में मिलेगी लगेगी। पहले बैच के तहत इस वैक्सीन की 10,000 डोज उपलब्ध कराई जायेंगी। बीते साल से रेमडेसिविर समेत कई दवाओं को कोरोना से रोकथाम के लिए अहम माना गया है, लेकिन 2-DG ऐसी पहली दवा है, जो कोरोना से बचाव के लिए अहम है। ड्रग्स कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने इस वैक्सीन को कोरोना मरीजों पर इमर्जेंसी में इस्तेमाल करने की मंजूरी दी है। कहा जा रहा है कि ऐसे में इस दवा को अहम माना जा रहा है।