बिहार: कोईलवर पुल का उद्घाटन, गणितज्ञ बशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर होगा पुल

सेंट्रल सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरूवार को नवनिर्मित कोईलवर पुल का उद्घाटन किया। पटना और आरा के बीच लाइफलाइन कोईलवर पुलिस के समानांतर 266 करोड़ रुपये की लागत से यह नया पुल बना है। 

बिहार: कोईलवर पुल का उद्घाटन, गणितज्ञ बशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर होगा पुल
  • केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पटना एवं आरा के बीच लाइफलाइन कोईलवर पुल का उद्घाटन किया
  • सेंट्रल मिनिस्टर आरके सिंह पुल का नाम गणितज्ञ बशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर रखने की मांग की

पटना। सेंट्रल सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरूवार को नवनिर्मित कोईलवर पुल का उद्घाटन किया। पटना और आरा के बीच लाइफलाइन कोईलवर पुलिस के समानांतर 266 करोड़ रुपये की लागत से यह नया पुल बना है। 37 खंभों पर टिके नये पुल के तीन लेन पर ट्रैफिक उद्घाटन के साथ ही शुरू हो गया है। चौथे उत्तरी लेन का कार्य अभी चल रहा है।

सोन नदी पर 158 साल बाद नए पुल का तोहफा मिला। पुल पर आवागमन आरंभ होने के साथ साउथ व मध्य बिहार के बीच ट्रैफिक आसान हो गया है। पुल के ऑनलाइन उद्घाटन समारोह के दौरान सेंट्रल मिनिस्टर आरके सिंह नये पुल का नामकरण गणितज्ञ बशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर कर दिया जाने की मांग रखी। इसपर नितिन गडकरी ने कहा इस बारे में वह पत्र भेज दें इस पर वे अपनी सहमति दे देंगे। वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुए उद्घाटन समारोह में सीएम नीतीश कुमार, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री वीके सिंह, डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद व एमपी रामकृपाल यादव भी मौजूद थे।

विकास की ओर बढ़ रहा है बिहार: गडकरी 

पुल के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए सेंट्रल मिनिस्टर नितिन गडकरी ने कहा कि बिहार विकास की ओर बढ़ रहा है। इसमें आधारभूत संरचना काफी महत्वपूर्ण है। रोड व पुल सेक्टर में अच्छा काम होने से विकास का सपना पूरा होगा। उन्होंने कई सड़क परियोजनाओं के काम आरंभ होने की डेट भी बतायी। उन्होंने कहा कि शेरपुर से दिघवारा के बीच गंगा नदी पर तीन हजार करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण अगले वर्ष अप्रैल से आरंभ होगा। यह पटना रिंग रोड पैकेज-2 का हिस्सा है। मुंगेर-भागलपुर-मिर्जा चौकी सड़क पर मार्च 2021 से काम आरंभ होगा। औरंगाबाद-पटना-मुजफ्फरपुर-दरभंगा के बीच 7700 करोड़ की लागत से नयी फोर लेन सड़क का डीपीआर बनाया जा रहा। भोजपुर-बक्सर सड़क का काम अक्टूबर 2021 में पूरा होगा। कोसी ब्रिज का काम 2023 में पूरा होगा। गंगा नदी पर गांधी सेतु के समानांतर पुल का काम मार्च 2024 में पूरा हो जायेगा।

छपरा में सिक्स लेन बाईपास बनेगा, सीवान में फोर लेन

गडकरी बताया कि छपरा में सिक्स लेन के बाईपास का निर्माण होगा। सीवान से मशरख के बीच फोर लेन रोड का डीपीआर बन रहा। बिहार को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का लाभ मिले इसके लिए भरौली-बक्सर-हैदरिया फोर लेन एलिवेटेड सड़क का डीपीआर अगले वर्ष जून तक बन जायेगा। मोकामा-मुंगेर सड़क के चौड़ीकरण का डीपीआर अप्रैल 2021 में बन जायेगा। मुजफ्फरपुर-बरौनी, मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी और खगडिय़ा-पूर्णिया फोर लेन का डीपीआर बनाया जा रहा है।
जमीन की कीमत बढ़ती जा रही, सेंट्रल मुआवजे में थोड़ी उदारता बरते: नीतीश कुमार 

सेंट्रल मिनिस्टर ने नितिन गडकरी ने जब अपने संबोधन में जमीन अधिग्रहण में गति लाने की बात कही तब सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जमीन की कीमत बढ़ती जा रही, मुआवजे में थोड़ा उदारता बरतें। राज्य में जमीन की कीमत को देखते हुए ध्यान दीजिए।सीएम ने कहा कि जमीन अधिग्रहण जल्दी से हो वह इस दिशा में प्रयास करेंगे। असल में इतनी सड़क बनी है और विकास के काम हुए हैं कि लोगों की उम्मीद बढ़ गयी है। कई बार तो राज्य सरकार को खुद भी राशि देनी पड़ी है। राज्य सरकार इस लक्ष्य पर काम कर रही है कि सड़कें इस तरह से हो जाएं कि पांच घंटे के भीतर सूबे के किसी भी हिस्से से राजधानी पहुंचा जा सके।

बक्सर का बनारस से हो सीधा संपर्क

सीएम ने कहा आज जिस पुल का उद्घाटन हो रहा है उसके निर्माण को हमने कई बार खुद जाकर देखा। दानापुर से बिहटा के बीच एलिवेटेड सड़क बनना है। यह भी बहुत उपयोगी होगा। इसके लिए भी गवर्नमेंट को जो करना है वह हो जायेगा। उन्होंने गडकरी से यह अनुरोध किया कि बक्सर से बनारस का सीधा संपर्क हो जाए इसे भी देख लीजिएगा।नितिन गडकरी ने जब सीएम को बिहार में इथनॉल की सौ फैक्ट्री लगाने की सलाह दी तो नीतीश कुमार ने कहा कि हमने अपने प्रथम कार्यकाल में ही इस दिशा में पहल की थी। 22 हजार करोड़ का निवेश करने वाले थे लोग। पर केंद्र सरकार ने मंजूरी नहीं दी। उन्हें खुशी है कि वर्तमान में सेंट्रल मिनिस्टर द्वारा ही इथनॉल की दिशा में आगे बढ़ने को कहा जा रहा। जो काम हम अपने प्रथम कार्यकाल में करना चाह रहे थे वह चौथे कार्यकाल में पूरा कर पायेंगे। इससे रोजगार बढ़ेगा और उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा।