Jamtara cyber crime: जामताड़ा पुलिस की बड़ी सफलता, करोड़पति प्रदुम और भीम मंडल समेत 11 साइबर क्रिमिनलों को अरेस्ट कर भेजा जेल

झारखंड में जामताड़ा जिला की पुलिस ने करमाटांड़ पुलिस स्टेशन एरिया के अलग-अलग गांवों में रेड कर 11 शातिर साइबर ठगों को अरेस्ट कर जेल भेज  दिया है। इनमें तीन ठगों की संपत्ति अलग-अलग तीन से चार करोड़ के बीच बतायी जा रही है। 

Jamtara cyber crime:  जामताड़ा पुलिस की बड़ी सफलता, करोड़पति प्रदुम और भीम मंडल समेत 11 साइबर क्रिमिनलों को अरेस्ट कर भेजा जेल
जामताड़ा पुलिस की सफलता।
  • साइबर ठगी के जरिए 10 करोड़ से अधिक संपत्ति बनायी

जामताड़ा। झारखंड में जामताड़ा जिला की पुलिस ने करमाटांड़ पुलिस स्टेशन एरिया के अलग-अलग गांवों में रेड कर 11 शातिर साइबर ठगों को अरेस्ट कर जेल भेज  दिया है। इनमें तीन ठगों की संपत्ति अलग-अलग तीन से चार करोड़ के बीच बतायी जा रही है। 

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पुलिस टीम ने करमाटांड़ पुलिस स्टेशन एरिया के बरमुंडी गांव से रेड के दौरान आबिद अंसारी, तैयब अंसारी नजरूल अंसारी, सद्दाम अंसारी और बिलाल अंसारी को दबोचा। सियाटांड़ में रेड के दौरान प्रद्मुन मंडल, भीम मंडल, राजू मंडल, हुबलाल मंडल उर्फ राकेश मंडल, रमेश मंडल और रितलाल मंडल को अरेस्ट किया गया। 
कार और बाइक समेत कई महंगे मोबाइल जब्त
पुलिस ने उक्त आरोपितों के पास से एक महिंद्रा एसयूवी कार, एक बाइक, 22 महंगे मोबाइल, 26 फर्जी आईडी लिए सिम कार्ड व अन्य कागजाद बरामद किया है।

जामताड़ा एसपी मनोज स्वर्यियारी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि आरोपित इतने शातिर हैं कि समय-समय पर ये अपनी अपराध शैली बदलते रहते थे। ये लोग कभी बकाया बिजली बिल भुगतान तो कभी क्रेडिट पेमेंट व नये क्रेडिट बनवाने के नाम पर लोगों को अपने झांसे में लेकर  इन्हें अपनी ठगी का शिकार बना लेते थे।
ED करेगी कार्रवाई
एसपी ने बताया कि इनमें से तीन आरोपित साइबर ठगी के जरिए करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर चुके हैं। इनकी संपत्ति का मूल्यांकन कर ईडी को कार्रवाई के लिए लिखा जायेगा।
ट्रेनी IPS राकेश सिंह, साइबर थाना प्रभारी मनोज कुमार, नारायणपुर सर्किल इंस्पेक्टर संजय कुमार और करमाटांड़ इंस्पेक्टर नागेश्वर साव के साथ रेड को पहुंची पुलिस टीम ने प्रद्मुन मंडल को पांच अन्य शातिरों के साथ उसकी कार में ठगी करते ही दबोचा लिया। आरोपी ठगी के लिए अपनी कार का इस्तेमाल करते थे। मोबाइल सर्विलांस के जरिए आसानी से पकड़ में ना आएं इसलिए लगातार ठिकाना बदलते रहते थे।एसपी ने बताया येलोगों को तत्काल बिजली बिल नहीं जमा करने पर कनेक्शन काटने का मैसेज भेजते थे। इसके बाद क्विक सपोर्ट, एनीडेस्क एप डाउलोड करवाकर अकाउंट से रुपये उड़ा लेते थे। कई तरह के लिंक भेजकर भी पैसे निकासी कर लेते थे।
पुलिस की अभी तक की जांच में प्रद्मुन मंडल ने स्वीकार है कि वह काफी समय से साइबर ठगी के धंधे से जुड़ा हुआ था। इससे पहले भी तीन बार वह ठगी के मामले में जेल की हवा खा चुका है। उसने साइबर ठगी के जरिए अबतक तीन से चार करोड़ की संपत्ति अर्जित कर ली है। गांव में लाखों की बिल्डिंग के साथ जामताड़ा समेत अन्य ठिकानों पर भी उसने लाखों की बिल्डिंग खड़ी कर रखी है। घर में लाखों के लग्जरी फर्नीचर, कार, बाइक समेत कई संपत्तियों का मालिक वह साइबर ठगी के ही पैसों से बना है। उसने अपने हर कमरों एसी, पेपर फाम के हजारों रुपये के गद्दे, फाइव फ्लोर इनवर्टर समेत अन्य सामान भी ठग के पैसों से ही बनाये हैं।

चार लाख की शराब मेहमानों को पिलाई 
पुलिस सोर्सेज के अनुसार 22 साल की उम्र में प्रद्मुन ने साइबर ठगी के जरिए इतने पैसे अर्जित कर लिए कि उसने पिछले महीने अपनी शादी में लगभग 20 लाख से भी ज्यादा रुपये खर्च किये। लाखों के पंडाल और नाच-गाने के साथ मेहमानवाजी के लिए बरातियों के साथ अपने मेहमानों को चार लाख रुपये से ज्यादा शराब पिलाने पर ही खर्च कर डाले।इसके साथ सियाटांड़ के ही भीम मंडल ने भी साइबर ठगी के जरिए करोड़ों की संपत्ति बनाई है। वह भी साइबर ठगी के मामले में दो बार जेल की सजा भुगत चुका है।