फेसबुक पर हुई पाकिस्तानी महिला ISI एजेंट से आर्मी जवान की दोस्ती, वाट्सऐप पर भेजता था दस्तावेज, गया जेल

पटना जिले की खगौल पुलिस ने पाकिस्तानी महिला जासूस को देश की खुफिया जानकारी शेयर करने वाले आर्मी जवान गणेश कुमार को सोमवार को ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया।

फेसबुक पर हुई पाकिस्तानी महिला ISI एजेंट से आर्मी जवान की दोस्ती, वाट्सऐप पर भेजता था दस्तावेज, गया जेल
आर्मी जवान गणेश कुमार (फाइल फोटो)।

पटना। खगौल पुलिस ने पाकिस्तानी महिला जासूस को देश की खुफिया जानकारी शेयर करने वाले आर्मी जवान गणेश कुमार को सोमवार को ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया। पटना जिला में खगौल के थानाध्यक्ष मुकेश कुमार मुकेश के प्रतिवेदनपर आफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके पूर्व उससे पुलिस के साथ एटीएस और आइबी के अफसरों ने लंबी पूछताछ की। इसमें कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं।

वाट्सऐप चैट और कालिंग के जरिए बातचीत

नालंदा के अस्थावां निवासी गणेश वर्ष 2017 में आर्मी में भर्ती हुआ था। वह अभी पुणे के आर्मी फार्मेस मेडिकल कालेज में नर्सिंग असिस्टेंट के पद पर पोस्टेंडथा। इसके पूर्व दो साल पूर्व जोधपुर में रहते हुए वह पाकिस्तानी महिला जासूस के संपर्क में आया था। फेसबुक पर हुई दोस्ती के बाद दोनों ने मोबाइल नंबर भी शेयर किए। उसके बाद वाट्सऐप चैट और कालिंग के जरिए बातचीत होती रही।

र्मी की मेडिकल विंग से जुड़े खुफिया दस्तावेज भी वाट्सऐप के जरिए ही पाकिस्तानी महिला को भेजे

पूछताछ में पता चला है कि इंडियन आर्मी की मेडिकल विंग से जुड़े खुफिया दस्तावेज भी उसने वाट्सऐप के जरिए ही पाकिस्तानी महिला को भेजे थे। जांच टीम उसके मोबाइल के साथ फेसबुक व वाट्सऐप चैट को भी खंगाल रही है। जवान पिछले डेढ़-दो साल से पाकिस्तानी महिला से बात कर रहा था, जो आइएसआइ की एजेंट है।पुलिस का कहना है कि आर्मी  जवान द्वारा कुछ गोपानीय जानकारी वाट्सऐप व फेसबुक के माध्यम से बोर्डरपार भेजने की जानकारी मिली थी। खगौल स्टेशन के पास से उसे अरेस्ट कर लिया गया। पूछताछ में गणेश ने पाकिस्तानी महिला को खुफिया जानकारी देने की बात स्वीकार की है। 

छुट्टी के बाद वापस लौटने वाला था गणेश
आर्मी का जवान गणेश कुमार लंबे समय से खुफिया विभाग के रडार पर था। इसी बीच आइबी को छठ पर उसके बिहार आने की खबर लगी। उसके बाद बिहार पुलिस को अलर्ट किया गया। छठ की छुट्टी के बाद जब वह पुणे वापसी के लिए ट्रेन पकडऩे रेलवे स्टेशन आया तो उसे कर लिया गया।