रोम(इटली): इटली के एक डॉक्टर ने टुलियो ने दावा किया है कि कैंसर का इलाज आपके घर में ही मौजूद है. डॉक्टर टुलियो का कहना है कि कैंसर एक तरह का फंगल है और इसे बेकिंग सोडा की मदद से आसानी से खत्म किया जा सकता है. हमारे घर में खाना बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला बेकिंग सोडा कैंसर को खत्म करने के लिए रामबाण है. महज दो से 10 रुपए की कीमत पर मिलने वाले बेकिंग सोडा की मदद से इटली के डॉ टुलियो सिमोनसिनी सैकड़ों मरीजों का इलाज कर चुके हैं.
डॉक्टर टुलियो का दावा है कि इस तरीके के उपायोग से वो अब तक सभी स्टेज के कैंसर मरीजों का इलाज कर चुके हैं और सभी लोगों पर यह दवा 100 फीसद प्रभावी है.डॉ. टुलियो कहते हैं कि यह थेरेपी बिल्कुल हानिकारक नहीं है. अधिक से अधिक कैंसर के मामलों की दर्दनाक वास्तविकता किसी न किसी तरह से ऑन्कोलॉजी की विफलताओं से जुड़ी हुई है. हमें यह साबित करना है कि आधुनिक ऑन्कोलॉजी कैंसर रोगियों के सभी सवालों के जवाब देने में असमर्थ है. यह हमारे समय की सबसे कठिन और घातक बीमारी है, जिसके असली इलाज खोजना हमारी नैतिक जिम्मेदारी और नैतिक प्रतिबद्धता है.
डा टुलियो के मुताबिक, बेकिंग सोडा की मदद से हम जो इलाज कर रहे हैं उससे 10 दिन में किसी भी स्टेज के कैंसर को काफी हद तक रोका जा सकता है.उन्होंने कहा कि फंगी हमेशा अपने साथ एक ट्यूमर लेकर आते हैं. यह विवो और इन विट्रो, दोनों तरह के अध्ययनों में साबित हुआ है. हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि वे बीमारी के बाद विकसित होते हैं. मगर, डॉ. टुलियो का मानना है कि वे पहले से ही मौजूद होते हैं.
डॉक्टर टुलियो के अनुसार, फंगस कैंसर को पैदा करते हैं, प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करते हैं और इसके बाद पूरे शरीर पर हमला करते हैं. हर तरह का कैंसर कैंडिडा फंगस की वजह से ही होता है. इसकी कई अध्ययनों से पुष्टि भी हो चुकी है. समय के साथ-साथ हमारी कोशिकायें कमजोर और थकी हुई हो जाती हैं और अज्ञात कोशिकाओं को उत्पादन शुरू कर देती हैं. उन्होंने कहा कि कैंसर एक अल्सर है, जिसमें विकृत कोशिकाएं जमा होती हैं और कॉलोनीज बना लेती हैं.
डॉ. टुलियो ने कहा कि सामान्य एंटी फंगल दवायें कैंसर के खिलाफ अप्रभावी होती हैं क्योंकि वे केवल कोशिकाओं की सतह पर ही काम करती हैं. मुख्य संक्रमण एक बैक्टीरिया से अधिक शक्तिशाली है. यही कारण है कि फंगल संक्रमण इतने लंबे समय तक शरीर में बना रहता है. डॉ. टूलिओ का दावा है कि उन्होंने उन चीजों की पहचान की है, जो फंगस की कॉलोनीज पर हमला कर सकते हैं.उन्होंने कहा कि स्किन कैंसर के लिए बेकिंग सोडा और आयोडीन टिंचर सबसे अच्छा पदार्थ है. कई अध्ययनों में यह बात साबित हुई है कि कैंसर के खिलाफ बेकिंग सोडा ने इंट्रासेल्यूलर एक्शन किया है. मैंने 20 से अधिक वर्षों से अपने मरीजों पर इलाज का उपयोग किया है. इन रोगियों में से कई ऐसे रोगी भी थे, जिन्हें डॉक्टरों ने कहा था कि उनकी बीमारी लाइलाज है, लेकिन वे पूरी तरह से ठीक हो गये. ट्यूमर को खत्म करने का सबसे अच्छा तरीका बेकिंग सोडा के संपर्क में आना है.