नई दिल्ली: Jharkhand कांग्रेस के एक्स प्रसिडेंट डॉ अजय AAP में शामिल, विधानसभा इलेक्शन से पहले कांग्रेस को झटका

नई दिल्ली: कांग्रेस को झारखंड विघासनभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है. झारखंड कांग्रेस के एक्स प्रसिडेंट डॉ अजय कुमार गुरुवार को नई दिल्ली में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गये. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने अजय को आप की सदस्यता दिलायी. लोकसभा चुनाव के बादझारखंड कांग्रेस में किचकिच परेशान डॉ अजय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस लीडरशीप ने डा अजय का इस्तीफा स्वीकार कर रामेश्वर उरांव को स्टेट कांग्रेस का चीफ बनाया है. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने डॉ अजय कुमार के आप में शामिल होने की घोषणा करते हुए कहा कि आज एक बहुत ही महत्वपूर्ण साथी, देश के प्रशासन तंत्र के एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर डॉ अजय कुमार जी आज हमारे साथ जुड़ रहे हैं. मैं तह-ए-दिल से अजय कुमार जी का आम आदमी पार्टी में स्वागत कर रहा हूं. मौके पर डॉ अजय कुमार ने कहा कि हमारे जैसे सभी आम आदमी को ईमानदार राजनीति में आगे आने चाहिए और सहयोग देना चाहिए. आज की राजनीति का जवाब सिर्फ आम आदमी पार्टी है, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की राजनीति है. लोकसभा चुनाव के बाद से ही डॉ अजय कुमार के बारे में कयास लगाये जा रहे थे कि वे आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे. डा अजय ने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को चार पेज की चिट्ठी लिखकर अपना इस्तीफा सौंपा था. आजय ने लेटर में क्रिमिनलों को झारखंड कांग्रेस के दो-चार नेताओं से बेहतर बताया था. डॉ अजय ने पांच कांग्रेस नेताओं का नाम लेते हुए संगीन आरोप लगाये थे. फेमस और कड़क आइपीएस रह चुके हैं डॉ अजय फेमस व कड़क आइपीएस रहे डा अजय का जन्म 10 अगस्त 1962 को कर्नाटक के मंगगोर में हुआ था. अजय ने जवाहरलाल इंस्टीच्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एडुकेशन एंड रिसर्च पांडुचेरी से 1985 में एमबीबीएस की डिग्री हासिल की. इसके बाद वह 1986 में उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा ज्वाइन कर ली. वह राष्ट्रपति पुरस्कार से बी सम्मानित हुए थे. डॉ अजय कुमार 1994 से 1996 तक जमशेदपुर के एसपी रहे. डा अजय के कार्यकाल में जमशेदपुर में बेहतर पुलिसिंग का नमूना लोगों ने देखा था. डा अजय के खौफ से क्रिमिनल अंडरग्राउंड हो गये थे. लोगों मने बेहतर पुलिसिंग व लॉ एंड ऑर्डर होने की वजह से डा अजय को सिर आंखों पर बिठाया था. 1996 में आइपीएस की नौकरी छोड़कर डॉ अजय टाटा ग्रुप से जुड़े.टाटा ग्रुप ने डा अजय को बड़ी अहम जिम्मेवारी दी थी कुछ दिनों बाद उन्होंने टाटा ग्रुप छोड़ एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेविएम ज्वाइन की थी. वह वर्ष 2011 में जेविएम के टिकट पर जमशेदपुर से लोकसभा उपचुनाव लड़े और जीत गये. डा अजय ने वर्ष जेविएम के टिकट पर ही वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव जमशेदपुर से ही लड़ा, बीजेपी कैंडिडेट विद्युतवरण महतो से पराजित हो गये. लोकसभा चुनाव में हार के बाड डा अजय जेविएम छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गये. कांग्रेस में वह राषट्रीय प्रवक्ता बनाये गये. बाद में वह झारखंड कांग्रेस के चीफ बने. डा अजय ने वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव खुद नहीं लड़ा और पार्टी की जीत के लिए कड़ी मिहनत की. बावजूद मोदी लहर में राज्य में कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई. हलाकि एक मात्र चाईबासा सीट पर कांग्रेस की जीत हुई. आइआरएस अफसर हैं डा अजय की वाइफ डॉ अजय कुमार की वाइफ रीना आर्या इंडियन रेवन्यू सर्विस की अफसर हैं. डा अजय के दो बेटे इंजीनियर हैं. डा अजय जमशेदपुर के एसएसपी भी रह चुके हैं. कयास लगाया जा रहा है कि डा अजय आम आदमी पार्टी कैंडिडेट के रूप में जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से सीएम रघुवर दास के खिलाफ मैदान में उतर सकते हैं.