ईडी ने मनी लाउंड्रिग में बीसीसीएल व पोस्टल अफसरों पर की FIR, तथा एलबी की कंपनी एटी देवप्रभा भी एक्युज्ड

  • बीसीसीएल अफसरों पर पद का दुरुपयोग कर नाजायज तरीके से पैसे कमाने का आरोप
  • पोस्टल अफसरों ने जालसाजी कर की थी 9.30 करोड़ रुपये की निकासी
  • तीन अलग-अलग एफआइआर में दोनों डिपार्टमेंंट के 12 अफसर एक्युज्ड

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने 24 करोड़ रुपये की मनी लाउंड्रिंग के आरोप में बीसीसीएल और डाक पोस्टल डिपार्टमेंट के अफसरों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। अलग-अलग तीन एफआइआर में 12 अफसरों व लालबाबू सिंह (एलबी) की कंपनी एटी देवप्रभा को नेम्ड एक्युज्ड बनाया गया है।मामले में सीबीआइ भी पहले ही एफआइआर दर्ज कर चुकी है। सीबीआइ मामले में रेड भी की थी। 

इडी ने पहली बीसीसीएल अफसर राम कृष्ण रमण के खिलाफ की एक एफआइआर दर्ज की है। इस अफसर पर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए नाजायज तरीके से पैसा कमाने का आरोप है। आरोप है कि अफसर ने 1.20 करोड़ रुपये की नाजायज कमाई को जायज बनाने के लिए विभिन्न तरीके अपनाये। इडी की दूसरी एपआइआर में में लोदना एरिया के तत्कालीन जीएम प्रकाश चंद्रा, कल्याण प्रसाद और मेसर्स एटी देव प्रभा प्राइवेट लिमिटेड सहित सात को नेम्ड एक्युज्ड बनाय गया है। बीसीसीएल लोदना एरिया के अफसरों पर आरोप इन लोगों ने मेसर्स एटी देव को 251.47 लाख क्यूबिक मीटर ओवरबर्डेन हटाने और 107.21 लाख एमटी कोल माइनिंग व ट्रांसपोर्टिंग का काम दिया. कंपनी को इस काम के लिए कंपनी को पांच साल में 452.17 करोड़ रुपये का पेमेंट किया जाना था। आरोप है कि वर्क के दौरान लोदना एरिया के अफसरों ने सुनियोजित साजिश के तहत 61756 एमटी जिसकी कीमत 13.50 करोड़ है की गड़बड़ी की। इडी ने बीसीसीएल अफसरों व एटी देव पर मनी लाउंड्रिंग का आरोप लगाया है।
इडी ने तीसरी एफआइआर गिरिडीह पोस्ट ऑफिस के अफसरों के खिलाफ दर्ज की है। एफआइआर में पोस्ट ऑफिस के चार अफसरों को एक्युज्ड बनाया गया है।अफसरों ने जालसाजी कर पोस्ट ऑफिस से 9.30 करोड़ रुपये की निकासी की थी। ईडी के एफआइआर में इन अफसरों पर भी नाजायज तरीके से पैसा कमाने और उस जायज करार देने के लिए गलत तरीके अपनाने का आरोप लगाया गया है।

ईडी की एफआइआर में एक्युज्ड
राम कृष्ण रमण, प्रोजेक्ट ऑफिसर, गोदूडीह, बीसीबीएल
प्रकाश चंद्रा, तत्कालीन जीएम, लोदना एरिया
बीएन सिंह, तत्कालीन एजीएम लोदना एरिया
कल्याण प्रसाद, तत्कालीन प्रोजेक्ट ऑफिसर
एके पांडेय, मैनेजर जीनागोड़ा प्रेजेक्ट
एन मंडल, एरिया सर्वे ऑफिसर
अनूप कुमार महथा, सर्वेयर
मेसर्स एटी देव प्रभा प्राइवेट लिमिडेट
मोहम्मद अलताफ, असिस्टेंट पोस्ट मास्टर, गिरिडीह
शशि भूषण कुमार, तत्कालीन असिस्टेंट पोस्ट मास्टर, गिरिडीह
बासुदेव दास, सब पोस्ट मास्टर
पवन कुमार सिंह, सब पोस्ट मास्टर

लाल बाबू सिंह और कुंभनाथ सिंह की कंपनी है मेसर्स एटी देव कंपनी

बीसीसीएल में आउटसोर्सिंग करने वाली कंपनी मेसर्स एटी देव प्रभा प्राइवेट लिमिटेड लाल बाबू सिंह और कुंभनाथ सिंह की कंपनी है। इनकम टैक्स द्वारा लाल बाबू सिंह के ठिकानों पर की गयी रेड के दौरान बैंक में जमा 100 करोड़ मिलने के बाद वह चर्चा में आये थे। बीसीसीएल की कुस्तर एरिया में कंट्रेक्ट वर्क में करोड़ो की गड़बड़ी का मामला उजार हुआ था। मामले में जांच की गयी थी। स्थल निरीक्षण के दौरान सीबीआइ व विजीलेंस अफसरों पर हमला हुआ था। बीसीसीएल ऑफिस में आग लगा दी गयी थी। सीबीआइ की ओर से बीसीसीएल के कंट्रेक्ट कार्यों में गड़बड़ी को लेकर एलबी व अफसरों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी थी। सीबीआइ व कोर्ट से इन मामलों में एलबी एंड कंपनी को क्लीन चीट मिल चुकी है। एलबी एंड ब्रदर्स को इस विवाद के दौरान एक केस में जेल भी जानी पड़ी थी। पिछले साल एटी देवप्रभा की भौंरा साइट पर कथित फायरिंग मामले में पुलिस एलबी व कुंभनाथ को अरेस्ट कर जेल भेजी थी।