धनबाद: बीसीसीएल की विक्ट्री कोलियरी में डोली से गिरकर पंप खलासी की मौत, हंगामा,आश्रित को नौकरी व मुआवजा

धनबाद: बीसीसीएल की विक्ट्री कोलियरी में डोली से गिरकर सोमवार को पंप खलासी अरुण दास की मौत हो गयी.अरूण अन्य कोल मजदूरों के साथ डोली पर सवार होकर 300 फीट डीप मांइस से ऊपर आ रहा था.अरूण अचानक डोली से नीचे गिर गया और उसकी मौत हो गयी.माइंस के अंदर डोली से गिरकर अपने साथी की मौत से अन्य मजदूर दहशत में हैं.श्रमिकों ने अरूण के आश्रित को मुआवजा व नियोजन देने की मांग को लेकर काम बंद कर दिया.सूचना पाकर पहुंची सीआइएसफ व झरिया पुलिस ने स्थिति को संभाला.विक्ट्री कोलियरी ऑफिस यूनियन व मैनजेंट के बीच वार्ता में अरुण के आश्रित को नियोजन व दाह संस्कार के लिए 50 हजार रुपये देने पर सहमति बनी. इसके बाद मजदूरों ने काम शुरु किया. [caption id="attachment_37624" align="alignnone" width="300"] माइंस एक्सीडेंट में मौते के शिकार पंप खलासी.[/caption] पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया.अरुण मूलत:बंगाल के पुरुलिया जिले के बरमसिया ग्राम का रहने वाला था.अरुण भगतडीह कोलियरी के समीप स्थित कंपनी के क्वार्टर में परिवार के साथ रहते थे.अरुण के दो पुत्र कृष्णा दास व किशोर दास हैं.तीन पुत्रियां चंपा, मुक्ता व सरिता की शादी हो चुकी है.घटना की खबर पाकर पत्नी व बच्चे मौके पर पहुंचे व दहाड़ मारकर रोने लगे.मौके पर मजदूरों ने तीनों को संभाला. पंप खलासी अरुण सोमवार को फस्ट शिफ्ट ड्यूटी पर आया था. डोली से काम करने व माइंस में गया. अरूण अन्य मजदूरों के साथ लगभग एक बजे वह काम समाप्त कर माइंस से डोली से ऊपर आ रहा था.इसी दौरान वह डोली से गिर गया.कोयला मजदूरों ने अपने साथी अरूण बॉडी मांइस के पास रखकर मृतक के आश्रित को नियोजन, मुआवजा के लिए मैनेजमेंट के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन करने लगे.जमसं लीडर योगेंद्र प्रताप सिंह,हरेराम सिंह,अनिल नोनिया बबलू सिंह,दयाशंकर सिंह,धर्मेद्र पासवान,महेश पासवान,बीसीकेयू के एसके बक्सी,नागेंद्र यादव,राकोमसं के ललन चौबे, सुरेश पासवान,महेंद्र पासवान,शिवदत्त कुमार,बीएमएस के रामबालक सिंह व रामधारी मौके पर पहुंचे एजीएम पीके मिश्रा,एपीएम टीबी सिंह,एरिया मैनेजर एडमिनिस्ट्रेशन देवाशीष बाग,कोलियरी पीओ उद्धव प्रसाद के साथ यूनियन नेताओं की वार्ता हुई.वार्ता में नियोजन व मुआवजा देने की सहमति के बाद बॉडी उठा.डीजीएमएस के अफसर भी माइंस पहुंचकर घटना की छानबीन की.नेताओं का कहना है कि माइंस में सुरक्षा की अनदेखी के कारण मजदूर अरुण की जान गयी है.