बिहार:CM नीतीश ने पटना में जलजमाव पर लिया कड़ा एक्शन, BUDCO चीफ इंजीनियर समेत 11 इंजीनियर सस्पेंड

पटना:बिहार गर्वमेंट ने राजधानी पटना में बारिश की वजह से उत्पन्न जलजमाव के दोषी अफसरों पर बड़ी कार्रवाई की है सीएम नीतीश कुमार ने जलजमाव पर सोमवार को हाई लेवल मीटिंग की. बैठक में पटना किसकी गलती से डूबा इस पर चर्चा हुई. बैठक में नये ड्रेनेज सिस्टम पर भी विचार-विमर्श किया गया. बैठक में जलजमाव को लेकर जिम्मेवार अफसरों पर कार्रवाई की गई. बैठक में जल जमाव के कारणों की जांच के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में हाई लेवल कमेटी बनाई गई. यह तय हुआ कि विकास आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी में पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव, आपदा प्रबंधन व नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव सदस्य रहेंगे. कमेटी को एक महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट देनी है. कमेटी को दो बिंदुओं पर काम करना है. पहला पटना में जल जमाव के कारण व कमियां तथा दोषी लोगों के संबंध में प्रतिवेदन है तथा दूसरा भविष्य के लिए कार्ययोजना बनानी है. कमेटी इसके लिए विशेषज्ञों से भी राय लेगी. बैठक में पटना में संप हाउस व नमामि गंगे योजना के तहत सीवर लाइन का काम देख रही बुडको के चीफ इंजीनियर सहित 11 इंजीनियरों को सस्पेंड करने का फैसला लिया गया है. सभी को शो कॉज किया गया है. सात दिनों के भीतर इनपर कार्रवाई होगी. निर्माण एजेंसी एलएंडटी के प्रोजेक्ट इंजीनियर पर भी कार्रवाई की गई है. पटना नगर निगम के दो दर्जन से अधिक अफसरों पर भी गाज गिरी है. इनमें कुछ सस्पेंड किये गये हैं और कुछ के वेतन रोक दिये गये हैं. पूरी जांच के क्रम में यह बात सामने आई कि जलजमाव के मूल में यह बात रही कि सही समय पर संप हाउस चालू नहीं हुए और नाले की सफाई ठीक ढंग से नहीं की गई. कहीं संप हाउस चालू नहीं किया गया. अन्य दोषियों को भी चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट तैयार की जा रही है.बैठक में यह बात सामने आई कि कई जगहों पर संपिंग स्टेशन समय पर नहीं चले। कुछ जगहों पर डीजल ही नहीं था और कुछ मशीन खराब थीं. सीएम ने कहा कि आखिर इसकी जांच बारिश के पहले क्यों नहीं की गई? जिन अफसर व स्टाफ के खिलाफ एक्शन की गयी जलजमाव के लिए दोषी चिह्नित लोगों में बुडको के मुख्य अभियंता, दो अधीक्षण अभियंता, छह कार्यपालक अभियंता व एक मेकैनिकल कार्यपालक अभियंता, एक सहायक अभियंता मेकैनिकल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. एक सहायक अभियंता को प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरित किया गया है. पटना नगर निगम के एग्जक्यूटिव ऑफिसर कंकड़बाग, सिटी मैनेजर कंकड़बाग, चीफ सेनेटरी ऑफिसर कंकड़बाग, को कारण बताओ नोटिस जारी कर तत्काल प्रभाव से वेतन भुगतान बंद किया गया है. कंकड़बाग के चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है. दो सेनेटरी इंस्पेक्टर पाटलिपुत्रा को भी सस्पेंड किया गया है. एग्जक्यूटिव ऑफिसर बांकीपुर, चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर बांकीपुर तथा बांकीपुर के सभी सेनेटरी इंस्पेक्टर को शो कॉज किया गया है. ड्रेनेज पंप सिस्टम में पदस्थापित 22 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनके वेतन भुगतान को बंद कर दिया गया है. 14 नये ड्रेनेज पर पंपिंग सिस्टम की योजना, नालों का अतिक्रमण हटेगा राजधानी में गोला रोड व आरपीएस मोड़ सहित 14 जगहों पर पर नए ड्रेनेज पंपिंग सिस्टम बनाये जायेंगे. दो माह के अंदर अभियान चलाकर सभी नालों के अतिक्रमण हटाया जायेगा.नगर निगम को टारगेट दिया गया है कि दो माह के अंदर नालों पर से अतिक्रमण हटा लिया जाए.अब बगैर पटना नगर निगम के अनापत्ति प्रमाण पत्र के पटना में कोई भी आधारभूत संरचना का काम नहीं होगा.नालों में किस गहराई तक सिल्ट जमा है इसकी जांच एक कमेटी द्वारा की जायेगी. यह भी देखा जायेगा कि किस गहराई तक उसकी सफाई हुई है. वास्तविक सफाई कितनी हुई है यह कमेटी देखेगी. अगले मौसम तक पूरी सतह तक सफाई कर लेनी है.राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व केंद्र सरकार की संस्था नीरि द्वारा संयुक्त रूप से काम कर एक महीने के अंदर पटना को जलजमाव के संकट से दूर रखने के लिए अपनी रिपोर्ट देंगे.बैठक में डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, कई मिनिस्टर, मुख्य सचिव, विकास आयुक्त व सीनीयर अफसर मौजूद थे.