Bokaro news: हॉस्पीटल में पेसेंट मरा,एक्स एसडीएम की मौत, बीएसएल के मृत कर्मचारियों के आश्रितों का प्रदर्शन

बोकारो। सदर अस्पताल में इलाज के दौरान तांतरी तुपकाडीह निवासी जितेंद्र रविदास की मंगलवार को नौत हो गयी। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा किया। अंडमान व पोर्टब्लेयर के पूर्व एसडीएम सह एनजीओ कार्यकर्ता एसके चौधरी की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई है।23.76 लाख में पेटरवार बस पड़ाव की बंदोबस्ती की गयी है। बीएसएल के मृत कर्मचारियों के आश्रितों ने मंगलवार को प्रशासनिक भवन के समक्ष प्रदर्शन कर लगभग 550 आश्रितों को एकमुश्त नौकरी देने की मांग की। सदर अस्पताल में इलाज के दौरान पेसेंट की मौत, परिजनों का हंगामा सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मंगलवार को तांतरी तुपकाडीह निवासी जितेंद्र रविदास की मौत मंगलवार को हो गयी।परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा किया। सीएस डॉ एके पाठक ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन देकर हंगामे को शांत कराया। परिजन शव लेकर चले गये। जीतेंद्र को दो मार्च को सदर एडमिट कराय गया था शाम पांच बजे अचानक ब्लड डिसेंटरी होनेलगी। डॉक्टरों ने इलाज जारी रखा। इसके बाद भी तबीयत बिगड़ती चली गयी। मृतक की पत्नी का आरोप है कि बार-बार रेफर करने की बात कही, पर डॉक्टरों ने रेफर नहीं किया।तीन मार्च की सुबह आठ बजे हड़बड़ी में रेफर किया जाने लगा, तब तक उनकी मौत हो गयी। डॉक्टर की लापरवाही के कारण पति की मौत हुई है। समय पर रेफर होने से उनकी जान बच सकती थी। सदर अस्पताल की डीएस डॉ रेणू भारती ने कहा कि इलाज में किसी तरह की कोताही नहीं की गयी। सिविल सर्जन डॉ एके पाठक ने कहा है कि प्रारंभिक रुप से देखने में पता चला कि सही समय पर पेसेंट को रेफर नहीं किया गया। जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया है। एक्स एसडीएम की संदेहास्पद स्थिति में मौत अंडमान व पोर्टब्लेयर के पूर्व एसडीएम सह एनजीओ कार्यकर्ता एसके चौधरी की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई है। बोकारो थर्मल स्थित श्रीराम गेस्टहाउस के एक कमरे के बेड पर मंगलवार की देर शाम उनका शव पाया गया। वह 28 फरवरी को त्रिपुरा से बोकारो थर्मल आये थे। उन्होंने बोकारो थर्मल सीआइएसएफ कैंप में 28 फरवरी को ही सिर के बाल से बस खींचने, आंख की भौं से बीस किलो वजन का बटखरा उठाने, आंख की पलक से सूई उठाने आदि कई हैरतअंगेज करतब लोगों को दिखाकर आश्चर्यचकित कर दिया था। वह श्रीराम गेस्टहाउस में रह रहे थे।गोस्ट हाउस के स्टाफ ने रूम नंबर 101 में उन्हें मृत पाया। इंस्पेक्टर सह बोकारो थर्मल ओसी उमेश कुमार ठाकुर गेस्ट हाउस पहुंच मामले की छानबीन की। आधार कार्ड एवं आईकार्ड में अंकित पता पर सूचना देकर परिजनों को बुलाया गया है। आधार कार्ड में हिमाचल प्रदेश का पता लिखा हुआ है। जबकि आईकार्ड में त्रिपुरा का पता दर्ज है। गेस्ट हाउस के रूम से मिले कागजात के अनुसार एक्स एसडीएम गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड के लाइफ टाइम मेंबर थे। 1971 में बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई के दौरान उनके परिवार के 22 सदस्यों की मौत हो गई थी। वह लगभग 500 बच्चों को गोद लेकर उन्हें वे शिक्षित कर रहे थे। उन्हें हैरतअंगेज करतब दिखाने के लिए चार बार गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया था। बीएसएल के मृत कर्मचारियों के आश्रितों का प्रशासनिक भवन के समक्ष प्रदर्शन बीएसएल के मृत कर्मचारियों के आश्रितों ने मंगलवार को प्रशासनिक भवन के समक्ष प्रदर्शन दिया। प्रदर्शनकारियों लगभग 550 आश्रितों को एकमुश्त नौकरी देने की मांग की। आश्रितों ने बीएसएल के ईडी को छह सूत्री मांगपत्र सौंपा।आश्रित संघ के सुमन सिंह ने कहा कि 1998 से लेकर 2007 तक जिस प्रक्रिया के तहत आश्रितों को बहाल किया गया है, उसे ही आधार मानकर आगे भी बहाली की जानी चाहिए। आश्रितों को अप्रेंटिस श्रेणी में डालकर गलत किया गया। अप्रेंटिस करने के बाद बहाली नहीं हुई और आश्रितों का उम्र बढ़ता गया। अब अधिकतम आयु सीमा के कारण आश्रितों को नौकरी नहीं दी जा रही है। प्रबंधन अधिकतम आयु सीमा की शर्त हटाए। प्रदर्शन करने वालों में कृष्णा सिंह, संजय कुमार, पंकज     कुमार, मंटू महतो, प्रभात झा सहित दर्जनों आश्रित शामिल थे।