बिहार: 'सभी चोरों का उपनाम मोदी क्यों है' मामले में राहुल को पटना कोर्ट से मिली बेल

कहा- हिंदुस्तान की आवाज को दबाया जा रहा है मैं पटना कोर्ट में पेशी के लिए आया था, जहां-जहां जाने की जरूरत होगी, जाऊंगा पटना: राहुल गांधी को 'सभी चोरों का उपनाम मोदी क्यों है' मामले में पटना कोट से बेल मिल गयी है. बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ इस जातिगत टिप्पणी को लेकर पटना कोर्ट में मानहानि का केस दायर किया था. कोर्ट में सुनवाई के दौरान शनिवार को राहुल गांधी पेश हुए. सुनवाई के बाद जज गुंजन कुमार ने राहुल गांधी को दस हजार के निजी मुचलके पर जमानत दे दी है. नई दिल्ली से राहुल कोर्ट में पेशी के लिए पटना पहुंचे. राहुल गांधी के उपस्थित होने से पहले ही उनके वकील की तरफ से आत्मसमर्पण सह जमानत की अर्जी दे दी गई थी. कोर्ट ने अर्जी स्वीकार कर लिया था और राहुल गांधी के सशरीर उपस्थित होने के बाद उन्हें बेल दे दी. मैं अपने इस्तीफे के फैसले पर कायम हूं: राहुल गांधी कोर्ट में पेशी के बाद बाहर आये राहुल ने मीडिया से बातचीत करते हुए  कहा कि मैं अपने इस्तीफे पर कायम हूं. ''जो भी संघ और नरेंद्र मोदी जी की विचारधारा के खिलाफ आवाज उठाता है, उस पर हमला होता है और कोर्ट में घसीटा जाता है. मैं किसानों और मजदूरों के साथ खड़े होने के लिए आया हूं. जहां भी जाना होगा जाऊंगा. मेरी लड़ाई संविधान को बचाने के लिए है. हिन्दुस्तान के आवाज को दबाया जा रहा है. मैं अब कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हूं तो भी लड़ाई जारी रखूंगा.''  कोर्ट के बाहर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ता राहुल गांधी से राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से दिए गए इस्तीफे को वापस लेने की मांग करते हुए नारेबाजी कर रहे थे. कार्यकर्ताओं का कहना था कि राहुल गांधी अगर अपना इस्तीफा नहीं देंगे तो हम आत्मदाह करेंगे.राहुल गांधी शनिवार की दोपह रएक बजकर 20 मिनट पर पटना पहुंचें और फिर वो सीधे एमपी एमएलए कोर्ट की सुनवाई में शामिल हुए. यहां से वे दिल्ली वापस लौट गये. राहुल गांधी ने एईएस से पीड़ित बच्चों को देखने मुजफ्फरपुर और हाजीपुर जाने की की इच्छा जतायी थी, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं मिली.