Chitrakoot जेल के बंद कमरे में मुख्तार के बेटे-बहू की मुलाकात, सुपरिटेंडेंट और जेलर समेत सात के खिलाफ FIR

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे एमएलए अब्बास अंसारी चित्रकूट जिला जेल से भगाने साजिश का खुलासा हुआ है। अब्बास की वाइफ निखत बानो साजिश में शामिल थी। डीएम व एसपी की  शुक्रवार देर रात जेल में रेड के दौरान इस जासिळ का खुलासा हुआ है।  रेड के दौरान अब्बास के साथ पत्नी निखत भी मौजूद थी। 

Chitrakoot जेल के बंद कमरे में मुख्तार के बेटे-बहू की मुलाकात, सुपरिटेंडेंट और जेलर समेत सात के खिलाफ FIR
  • MLA अब्बास अंसारी को जेल से भगाने की थी साजिश
  • अब्बास की वाइफ निखत बानो अरेस्ट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे एमएलए अब्बास अंसारी चित्रकूट जिला जेल से भगाने साजिश का खुलासा हुआ है। अब्बास की वाइफ निखत बानो साजिश में शामिल थी। डीएम व एसपी की  शुक्रवार देर रात जेल में रेड के दौरान इस जासिळ का खुलासा हुआ है।  रेड के दौरान अब्बास के साथ पत्नी निखत भी मौजूद थी। 

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जेल से अब्बास को भगाने की थी योजना, 20 बार मिल चुकी थी वाइफ
चित्रकूट जिला जेल में अब्बास अंसारी ने अच्छा नेटवर्क खड़ा कर लिया था। जिला प्रशासन की थोड़ी सी चूक होती तो अब्बास जेल से फरार हो गया होता। अब्बास की वाइफ एक माह से जिला जेल में ही बैठकर इसका ताना-बाना बुन रही थी, लेकिन वह अपने मंसूबे में कामयाब होने से पहले ही अरेस्ट कर ली गयी। एमएलए अब्बास अंसारी और उसकी पत्नी निखत बानो की मुलाकात जेल सुपरिटेंडेंट के ऑफिस में ही बने एक कमरे में होती थी। वाइफ-हसबैंड एकांत में तीन से चार घंटे बिताते थे। अब्बास को नवंबर 2022 में जिला जेल में भेजा गया था। तब से लगभग 20 बार उसकी वाइफ निखत जेल में एकांत में अब्बास से मिल चुकी है। 

प्रतिदिन 11 बजे जेल आती थी निखत
मुख्तार की दबंग बहू निखत बानो प्रतिदिन जेल में बंद अपने वाइफ से मिलने आती थी। घंटो एकांत में अपने हसबैंड के साथ बिताती थी। इसके बाद लौट जाती थी। चित्रकूट जेल के अंदर एक कमरे से माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास की वाइ्र निखत को पकड़ा गया है। डीएम व एसपी ने जेल में रेड मारकर निखत को पकड़ा है। जिस कमरे में निखत मिली, उसमें बाहर से ताला बंद था। डीएम व एसपी ने खुद अपने सामने ताला खुलवाया। निखत हर दिन अवैध तरीके से जेल में अब्बास से तीन-चार घंटे मुलाकात करती थी। पुलिस ने निखत को अरेस्ट कर लिया है।
सुपरिटेंडेंट और जेलर समेत सात सस्पेंड
उक्त मामले में जेलर संतोष कुमार पांडेय, डिप्टी जेलर पीयूष पांडेय और पांच जेल वार्डन को सस्पेंड कर दिया है। जेल सुपरिटेंडेंट अशोक सागर को सस्पेंड करने की सिफारिश शासन से की गई। उन्नाव के जेलर राजीव कुमार को सिंह चित्रकूट जेल का प्रभार दिया गया है। चित्रकूट डीएम अभिषेक आनंद ने कहा कि , ‘शुक्रवार को हमें सूचना मिली थी कि जेल में बंद संवेदनशील कैदी अवैध तरीके से मुलाकात कर रहे हैं। इस पर एसपी के साथ जेल में रेड मारा गया। वहां अब्बास अपनी बैरक में नहीं मिला। इसके बाद जेल परिसर के कमरों की तलाशी ली गई। एक कमरे में बाहर से ताला लगा था, जिसे खुलवाया गया, तो अंदर अब्बास की पत्नी निखत मिली।"
बताया जा रहा है कि अब्बास को छापे से थोड़ी देर पहले ही जेल कर्मियों ने कमरे से निकाल दिया था। सुभासपा एमएलए अब्बास अंसारी मनी लॉड्रिंग केस में 18 नवंबर 2022 से चित्रकूट जेल में बंद है। वह मऊ सीट से एमएलए है।

जेलर समेत सात के खिलाफ FIR
चित्रकूट एसपी वृंदा शुक्ला ने कहा कि , 'निखत की तलाशी ली गई, तो उसके बैग से दो मोबाइल फोन और सऊदी अरब की करेंसी (रियाल) बरामद हुई है। उसने बताया कि वह मुलाकात करने आई है। हालांकि, जेल में मुलाकात का जो रजिस्टर था उसमें उसके सिग्नेचर नहीं थे। वह अवैध तरीके से मुलाकात करने पहुंची थी। मामले में रगौली चौकी प्रभारी श्याम देव सिंह ने कर्वी कोतवाली में अब्बास, उनकी पत्नी निखत, जेलर अशोक सागर, डिप्टी जेलर सुशील कुमार, ड्राइवर नियाज, कॉन्स्टेबल जगमोहन और कुछ अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज कराया है। होम डिपार्टमेंट के आदेश पर डीआइजी जेल प्रयागराज को जांच सौंपी गई है। वहीं, अब्बास की पत्नी और उसके ड्राइवर नियाज का मेडिकल कराने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में पेशी के बाद दोनों को जेल भेज दिया। 
निखत को अब्बास से मिलने की रोक-टोक नहीं
चौकी प्रभारी ने एफआइआर के लिए प्रतिवेदन में लिखा है कि मैं अपनी चौकी पर उपस्थित था। तभी मुखबिर ने सूचना दी कि चित्रकूट जेल में बंद अब्बास अंसारी की वाइफ निखत बानो अपने ड्राइवर नियाज के साथ पिछले कई दिनों से सुबह 11 बजे जेल में आती हैं। तीन-चार घंटे अंदर बिताकर वापस चली जाती है। निखत बानो को अब्बास से मिलने के लिए कोई पर्ची व रोक टोक नहीं रहती। अब्बास के खिलाफ कोर्ट में गंभीर मामले विचाराधीन हैं।अब्बास चित्रकूट जेल में रहकर अपनी पत्नी के मोबाइल फोन से मुकदमे के गवाहों और अफसरों को डराता धमकाता है। पैसे की मांग भी करता है। इसके बाद उसके गुर्गे लोगों से रुपया वसूल कर अब्बास तक पहुंचाते हैं। अब्बास की पत्नी जेल के अफसर/ कर्मचारियों को तमाम उपहार पैसा-प्रलोभन देती है। वह जेल के अफसरों और स्टाफ की मदद से अब्बास को जेल से भगाने की योजना बना रही है। इसका पता चलते ही मैंने तुरंत सीनियर अफसरों को इसकी जानकारी दी।

कमरे में मिली अब्बास की वाइफ निखत

चौकी प्रभारी ने लिखा है कि दिन के एक बजे DM और SP सादी वर्दी में प्राइवेट वाहन से मुझे लेकर वहां पहुंचे। जेल में चेकिंग शुरू की गई। अब्बास अंसारी की बैरक को चेक किया गया, लेकिन अब्बास नहीं मिला। पूछने पर जेल अफसर जानकारी नहीं दे पाये ।डीएम व एसपी ने एक जेल कर्मी से कड़ाई से पूछा तो उसने बताया कि अब्बास अपनी वाइफ के साथ जेलर ऑफिस के बगल वाले कमरे में हैं। वह कमरा बंद था। जब उस कमरे का ताला खुलवाया गया तो उसकी वाइफ निखत वहां मौजूद थी। जिला जेल पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि कुछ ही मिनट पहले एक जेल कर्मी अब्बास को उस कमरे से निकालकर बैरक की ओर ले गया है। निखत बानो के सामान की तलाशी लेने पर उसके पास से एक बैग मिला। निखत तुरंत अपने मोबाइल से कुछ डेटा डिलीट करने लगी। जब उसे ऐसा करने से रोका गया तो उसने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। उसने पासवर्ड भी नहीं दिया।

निखत का ड्राइवर भी अरेस्ट
चौकी इंचार्ज के अनुसार, निखत का ड्राइवर भी इस साजिश में शामिल था। उसे भी अरेस्ट कर लिया गया है। दोनों अब्बास अंसारी को फोन उपलब्ध कराते थे। अब्बास उसी फोन से मुकदमे के गवाहों को धमकाता था। उन्हें जान से मारने की धमकी भी देता था। एफआईआर में लिखा गया है कि निखत जेल के अफसरों और स्टाफ की मदद से अब्बास को जेल से भगाने की योजना बना रही है।
एमएलए अब्बास की वाइफ ने अफसरों को दी धमकी
मुख्तार अंसारी की बहू और अब्बास अंसारी की वाइफ निखत बानो की नियम विरुद्ध जेल में मौजूदगी थी। सर्च में उसके पास से मोबाइल फोन और कैश की बरामदगी हुई। जब अधिकारियों ने उस से बरामद मोबाइल फोन को खोलने के लिए कहा तो उसने मोबाइल खोला और कुछ डाटा डिलीट कर दिया। आरोप है कि जब उसे ऐसा करने के लिए रोका गया तो उसने अफसरों को ही गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे डाली। अफसरों ने कड़ाई से उसके मोबाइल का पासवर्ड मांगा तो उसने गलत पासवर्ड बताकर मोबाइल लाक कर दिया।

हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद मुकीम काला और मुख्तार गुर्गे मेराज की हुई थी मर्डर
चित्रकूट जिला कारागार में विचाराधीन बंदी सीतापुर निवासी मुख्तार गैंग का शार्प शूटर कुख्यात क्रिमिनल अंशु दीक्षित ने 14 मई 2021 को जेल की अस्थायी बैरक में निरुद्ध शामली जिले के कैराना निवासी कुख्यात मुकीम काला और हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद मुख्तार के रिश्ते में भांजे गाजीपुर निवासी विचाराधीन बंदी मेराज अहमद खान उर्फ मेराजुद्दीन की गोली मारकर मर्डर कर दी थी। बाद में जेल के भीतर ही हुई एनकाउंटर में पुलिस ने अंशु दीक्षित को मार गिराया था। मामले में तत्कालीन जेल सुपरिटेंडेंट समेत अन्य कर्मी निलंबित कर दिए गए थे, लेकिन अंशू के पास पिस्टल कैसे पहुंची थी। उसका खुलासा नहीं हो सका था लेकिन इतना तो तय था कि जेल में मुख्तार के अच्छी पैठ है।

अफसरों से 'हिसाब किताब' वाले बयान से मुश्किल में फंसा अब्बास
एमएलए अब्बास अंसारी पर मनी लांड्रिंग, भड़काऊ भाषण व धमकी देने के आरोप हैं। 3 मार्च, 2022 को पहाड़पुर इलाके में अब्बास के भाषण की वीडियो क्लिप वायरल हुई थी। इसमें अब्बास ने एक जनसभा के दौरान कहा था, 'समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से कहकर आया हूं कि छह महीने तक किसी की ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं होगी भइया। जो यहां है, यहीं रहेगा, पहले हिसाब किताब होगा। उसके बाद उनके जाने के सर्टिफिकेट पर मुहर लगाया जायेगा।'अब्बास का वीडियो वायरल होते ही लखनऊ तक खलबली मच गई थी। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने इसका संज्ञान लिया। अफसरों को अब्बास के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया था।
अब्बास के खिलाफ सात मामले हैं दर्ज
अब्बास अंसारी मऊ सदर से सुभासपा से एमएलए है। भड़काऊ भाषण को लेकर अब्बास पर गाजीपुर और मऊ में केस दर्ज हैं। मऊ वाले केस में अब्बास के खिलाफ धारा 186 (सरकारी काम में बाधा डालना) धारा 189 (लोक सेवक को धमकी), धारा 153A (किसी वर्ग विशेष के खिलाफ बयान या अशांति का प्रयास) और धारा 120B (आपराधिक षड्यंत्र) लगाई गई थीं।
बाहुबली मुख्तार, बेटा और दो साले भी हैं जेल में
बाहुबली मुख्तार अंसारी के वकील लियाकत अली के अनुसार, मुख्तार पर पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों में कुल 50 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से लगभग 20 मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं। इनमें से कुल चार मामले गाजीपुर कोर्ट में ही विचाराधीन हैं। अब्बास अंसारी को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से जेल भेजा गया है। अब्बास पिछले लगभग दो  महीने से जेल में है। मुख्तार का साला सरजील और आतिफ रजा भी जेल में है।