झारखंड: रांची पुलिस गेस्ट हाउस में नाबालिग से गैंगरेप मामले में ASI सस्पेंड, भेजा गया जेल 

रांची के ओल्ड पुलिस लाइन स्थित गेस्ट हाउस में 14 वर्ष की नाबालिग से गैंगरेप के आरोप में जेल भेजे गये एएसआइ राजकुमार शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है।  एसआइ पर लगे हुए आरोप की पुष्टि कोर्ट में हो जाने विभागीय प्रक्रिया के अनुसार उसे डिसमिस कर दिया जायेगा।

रांची। रांची के ओल्ड पुलिस लाइन स्थित गेस्ट हाउस में 14 वर्ष की नाबालिग से गैंगरेप के आरोप में जेल भेजे गये एएसआइ राजकुमार शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है।  एसआइ पर लगे हुए आरोप की पुष्टि कोर्ट में हो जाने विभागीय प्रक्रिया के अनुसार उसे डिसमिस कर दिया जायेगा। आरोपित एएसआइ राजकुमार शर्मा सीसीआर में पोस्टेड था। इससे पहले लोअर बाजार पुलिस स्टेशन की पुलिस ने उसे अरेस्ट कर जेल भेजा।

बताया जाता है कि एएसआइ ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। नाबालिग को सबसे पहले एएसआइ ने ही शिकार बनाया था। उसने पीड़िता को बताया था कि रांची के एक फेमल होटल में उसका बीयर बार चलता है। वह पीसीआर में भी तैनात है। एएसआइ के जाने के बाद नाबालिग पीड़िता के इंस्टाग्राम फ्रेंड विपुल ने रेप की घटना को अंजाम दिया। विपुल ने पूरी रात पुलिस गेस्ट हाउस में लड़की के साथ रेप किया था।इसके बाद सुबह ओला कैब बुक करके पलामू के डालटनगंज भेज दिया था। यहां पीड़िता अपने परिचित दोस्त करण के यहां रुकी थी। इस घटना में शामिल विपुल और करण को पुलिस पहले ही अरेस्ट कर जेल भेज चुकी है।पीड़िता का बयान सामने आने के बाद मामले में हलचल हुई और आनन फानन एसआइ राजकुमार शर्मा पकड़ा गया। एएसआइ राजकुमार शर्मा कंपोजिट कंट्रोल रूम में पोस्टेड है। चर्चा है कि आरोपितों ने घटना को अंजाम देने के दौरान पीड़िता को पूरी रात शराब भी पिलाई थी। हालांकि किसी भी पुलिस अफसरों ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

नाबालिग के पिता ने दर्ज कराई थी किडनैप की एफआइआर

नाबालिग के पिता के अनुसार नाबालिग बीते 12 अगस्त को ट्यूशन जाने के नाम पर घर से निकली थी। इसके बाद आरोपितों के बहकावे में आकर ट्रैप हो गई थी।  उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया था। घटना को लेकर 13 अगस्त को नाबालिग की पिता की कंपलेन पर किडनैप का केस लोअर बाजार पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ था।नाबालिग को बरामद करने के बाद सीडब्ल्यूसी के समक्ष 18 अगस्त को बयान दर्ज कराया गया था। बयान में यह बात सामने आई थी कि नाबालिग के साथ गैंगरेप की घटना हुई है। नाबालिग ने बताया था कि वह अपने इंस्टाग्राम दोस्त विपुल से मिलने के लिए पुरानी पुलिस लाइन के पास पहुंची थी। इस दौरान उसका दोस्त शर्मा जी वहां मिला था। शर्मा जी ने 500 रुपये देकर विपुल को खाना लाने भेज दिया था।इसके बाद शर्मा जी ने सबसे पहले नाबालिग के साथ रेप किया था। वापस आने पर विपुल ने नाबालिग के साथ रेप किया था। इसके बाद ओला कैब से डालटनगंज भेज दिया था। यहां नाबालिग अपने परिचित करण के घर में रुक गई थी। पुलिस ने वहीं से नाबालिग को बरामद किया था।

पुलिस ने नाबालिग के किडनैप का मामला छुपाया

नाबालिग के डिकनैप और उसके साथ हुई  गैंगरेप की घटना को पुलिस के लेवल पर पूरी तरह छुपाने की कोशिश की गई। इस मामले में सही ढंग से न्याय नहीं मिलने से पीड़िता के परिजन न्याय के लिए भटक रहे थे। इसी कड़ी में सीडब्ल्यूसी के समक्ष आए बयान के बाद मामले ने तूल पकड़ा।  मामला गवर्नर से लेकर डीजीपी स्तर तक संज्ञान में आया। पहले इस मामले को पुलिस लेवल से किडनैप का मामला बनाकर दबाने की भरपूर कोशिश की गई। जबकि यह गैंगरेप का मामला था। अब तक एफआइआर में यह मामला किडनैपिंग का ही दर्ज है। हालांकि पीड़िता का बयान सामने आने के बाद इस मामले में गैंगरेप और पॉक्सो एक्ट की धाराएं जोड़े जाने की प्रक्रिया चल रही है।