जम्मू और कश्मीर: आतंकियों ने घर में घुसकर तीन बिहारी मजदूरों को मारी गोली, दो की मौत

जम्मू-कश्मीर में रविवार को कुलगाम के वानपोह इलाके में आतंकियों ने घर में घुसकर बिहारी मजदूरों पर अंधाधुंध फायरिंग की। इस घटना में दो बिहारी मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक घायल हो गया है। मरने वालों में बिहार के अररिया जिले के राजा ऋषिदेव और जोगिंदरऋषिदेवकी मौत हो गई है जबकि एक चुनचुन ऋषिदेवघायल हैं। 

जम्मू और कश्मीर: आतंकियों ने घर में घुसकर तीन बिहारी मजदूरों को मारी गोली, दो की मौत

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में रविवार को कुलगाम के वानपोह इलाके में आतंकियों ने घर में घुसकर बिहारी मजदूरों पर अंधाधुंध फायरिंग की। इस घटना में दो बिहारी मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक घायल हो गया है। मरने वालों में अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड के बौसीं थाना क्षेत्र केराजा ऋषिदेव( उम्र-32 वर्ष, पिता तिलो ऋषिदेव) और अररिया प्रखंड के बनगामा पंचायत के खेरूगंज के योगेंद्र ऋषिदेव( उम्र-34 वर्ष,  पिता-महावीर ऋषिदेव) शामिल हैं। गोलीबारी में रानीगंज प्रखंड के बौसीं थाना क्षेत्र के मिर्जापुर पंचायत के वार्ड संख्या 11 निवासी चुनचुन ऋषिदेव गंभीर रूप से घायल हो गये हैं।

धनबाद: बीजेपी महानगर आईटी सेल के संयोजक बने जय प्रकाश नारायण सिंह 
घटना के बाद पुलिस और सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरु कर दी है। एएनआई ने सीआईडी सोर्सेज के हवाले से बताया है कि आतंकियों ने जिन तीन गैर कश्मीर मजदूरों पर गोलियां चलाई है। वे लोग बिहार के रहने वाले हैं। लगातार दूसरा दिन है जब आतंकियों ने गैर कश्मीरी मजदूरों को निशाना बनाया गया है। इन दो दिनों में आतंकियों ने अब तक कुल चार गैर-कश्मीरी मजदूरों की गोली मारकर मर्डर कर चुके हैं। इससे पहले शनिवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और पुलवामा जिले अलग-अलग घटनाओं में आतंकवादियों ने दो गैर स्थानीय लोगों की गोली मारकर मर्डर कर दी थी। बिहार के बांका जिले के रहने वाले अरविंद कुमार साह (30) को आतंकवादियों ने शनिवार शाम को श्रीनगर में ईदगाह के पास पार्क के बाहर गोली मारी थी। 

घटनाओं में कश्मीरी संलिप्त नहीं:फारूक अब्दुल्ला

नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में लोगों की हत्या की हालिया घटनाओं में कश्मीरी संलिप्त नहीं हैं। ये हमले कश्मीरियों को बदनाम करने की साजिश के तहत किये गये। उन्होंने इन घटनाओं को केंद्र शासित प्रदेश के शांतिपूर्ण माहौल में खलल डालने की कोशिश बताया। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि 'ये हत्याएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और एक साजिश के तहत की गई। कश्मीरी इन हत्याओं में संलिप्त नहीं हैं। यह कश्मीरियों को बदनाम करने की साजिश है।

गैर-कश्मीरी मजदूर तुरंत सुरक्षाबलों के कैंपों में लाया जाए, J&K पुलिस का आदेश
कश्मीर घाटी में गैर-कश्मीरियों पर हो रहे ताबड़तोड़ हमलों के बाद पुलिस ने राज्य के सभी जिला पुलिस प्रमुखों को आदेश दिया है कि सभी गैर-स्थानीय मजदूरों को तुरंत नजदीकी पुलिस और सेना के कैंपों में लाया जाए। कुलगाम में रविवार को तीन बिहारी मजदूरों को गोली मारे जाने के तुरंत बाद यह फैसला लिया गया है। आतंकियों ने 24 घंटे के भीतर पांचमजदूरों को निशाना बनाया है, जिनमें से चार बिहार और एक यूपी से हैं।इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (कश्मीर) की ओर से सभी जिले की पुलिस को भेजे गये इमरजेंसी मैसेज में कहा गया है कि आपके क्षेत्र के सभी गैर-स्थानीय मजदूरों को तुरंत नजदीकी पुलिस या केंद्रीय अर्धसैनिक बलों या सेना के प्रतिष्ठानों में लाएं।'यह मामला बहुत अर्जेंट है।

बिहार के सीएम नीतीश ने की एलजी से बात, दो-दो लाख मुआवजे की घोषणा

बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने देर शाम जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा से फोन पर बात की। उन्होंने बिहार के लोगों की हो रही हत्या पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। नीतीश ने आतंकी हमले में मारे गये राजा ऋषिदेव व योगेंद्र ऋषिदेव के निकटतम आश्रित को मुख्यमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपये मुआवजा दिए जाने की घोषणा भी की है। श्रम संसाधन एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए भी अफसरों से बात की है।  आतंकियों ने शनिवार को बांका के वीरेंद्र पासवान की हत्या कर दी गई। वीरेंद्र वहां गोल गप्पे बेचते थे। 

तेजस्वी व चिराग ने नौकरी व मुआवजे की मांग की
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कश्मीर में मारे गये बिहारियों के आश्रितों को सरकारी नौकरी एवं एक-एक करोड़ रुपये देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामी की वजह से पिछले 16 वर्षों में बिहार से पलायन हो रहा है। लोग रोजी-रोटी के चक्कर में दूसरे प्रदेश जा रहे हैं। सरकार को पलायन नहीं रोक पाने के लिए माफी मांगनी चाहिए। जमुई एमपी चिराग पासवान ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार कश्मीर के एलजी से संवाद स्थापित करें और सुनिश्चित करें कि भविष्य में किसी और बिहारी की इस तरह से निर्मम हत्या न हो। चिराग ने कहा कि पीड़ित परिवार को मुआवजा देने से कुछ नहीं होगा। हम मांग करते हैं कि नीतीश कुमार उनके परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दें।