गुजरात: 300 फीट गहरे बोरवेल में गिरे डेढ़ साल के बच्चे को आर्मी ने बचाया, सोशल मीडिया पर खूब हो रही प्रशंसा, (देखें Video)

गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले में ध्रांगधरा तालुका के दूदापुर गांव के खेत में खेलते हुए एक डेढ़ साल साल का बच्चा शिवम 300 फीट गहरे बोरवेल गिर गया। घटना जानकारी मिलने के बाद सेना, पुलिस, अहमदाबाद नगर निगम, जिला प्रशासन के समन्वित प्रयास से उसे बचा लिया गया। 

गुजरात: 300 फीट गहरे बोरवेल में गिरे डेढ़ साल के बच्चे को आर्मी ने बचाया, सोशल मीडिया पर खूब हो रही प्रशंसा, (देखें Video)

अहमदाबाद। गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले में ध्रांगधरा तालुका के दूदापुर गांव के खेत में खेलते हुए एक डेढ़ साल साल का बच्चा शिवम 300 फीट गहरे बोरवेल गिर गया। घटना जानकारी मिलने के बाद सेना, पुलिस, अहमदाबाद नगर निगम, जिला प्रशासन के समन्वित प्रयास से उसे बचा लिया गया। 

यह भी पढ़ें:अमेरिका में मात्र छह महीने में दवा से पूरी तरह ठीक हो गये कैंसर पेसेंट, 100 परसेंट कारगर
दक्षिणी कमान के सैनिकों ने बड़ी मुश्किल आपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। बच्‍चे को रात 10.45 बजे बोरवेल से बाहर निकाला गया। बच्चे की हालत स्थिर है। सोशल मीडिया पर सेना और अन्य एजेंसियों की भूमिका की खूब प्रशंसा की जा रही है। बच्चा 20-25 फीट की गहराई में फंस गया था। उसके माता-पिता खेत में मजदूरी करते हैं। मिलिट्री स्टेशन को एएसपी को मंगलवार रात को करीब आठ बजे फोन कर दूदापुर गांव में एक संकरे बोरवेल में गिरे एक बच्‍चे को बचाने का अनुरोध किया गया।

आर्मी की क्विक रिएक्शन टीम ने मौके पर पहुंचकर देखा कि 300 फीट गहरे बोरवेल में डेढ़ साल का बच्‍चा शिवम 25 फीट पर फंसा हुआ है। बच्चे की नाक तक पहुंच पानी गया था। फिर भी वह सांस लेने में सक्षम था। उसकी चीखें सुनी जा सकती थीं। टीम ने चालाकी से एक धातु के हुक में बदलाव किया और उसे फाइबर रस्सी से बांध दिया। आर्मी ने उस रस्‍सी को बोरवेल के नीचे भेज दिया। कुछ ही मिनटों में बच्चे की टी-शर्ट में हुक फंस गई और रस्सी के जरिए शिवम को धीरे-धीरे सफलतापूर्वक बाहर निकाला गया। बच्चे शिवम को तुरंत सुरेंद्रनगर के सीयू शाह हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर है।

दक्षिणी कमान की ओर से बुधवार को सेना के 16 सेकेंड का एक वीडियो शेयर किया गया। इसमें सैनिकों के बेहद मुश्किल काम की तारीफ हो रही है। आर्मी की ओर से बताया गया कि बेहद मुश्किल और कुशलता वाले इस आपरेशन को कमान के कोनार्क कॉर्प्स ने सफलतापूर्वक अंजाम दिया।