गिरिडीह: पुलिस ने 24 घंटे में किया रंजीत मर्डर का खुलासा, दोस्तों ने ही मुर्गा व बीयर पार्टी देकर की थी ग्राफिक्स डिजाइनर की मर्डर,एक अरेस्ट

गिरिडीह।पुलिस ने ग्राफिक्स डिजाइनर रंजीत कुमार साव (24) की मर्डर का 24 घंटे के अंदर खुलासा कर लिया है। रंजीत के फ्रैंड्स ने उसकी मर्डर की थी.  साजिश के तहत पहले उसे मुर्गा एवं बीयर पार्टी दी।इसके बाद खंडहरनुमा हवेली में ले जाकर मर्डर कर दी।

गिरिडीह: पुलिस ने 24 घंटे में किया रंजीत मर्डर का खुलासा, दोस्तों ने ही मुर्गा व बीयर पार्टी देकर की थी ग्राफिक्स डिजाइनर की मर्डर,एक अरेस्ट

गिरिडीह। पुलिस ने ग्राफिक्स डिजाइनर रंजीत कुमार साव (24) की मर्डर का 24 घंटे के अंदर खुलासा कर लिया है। रंजीत के फ्रैंड्स ने उसकी मर्डर की थी. साजिश के तहत पहले उसे मुर्गा एवं बीयर पार्टी दी।इसके बाद खंडहरनुमा हवेली में ले जाकर मर्डर कर दी। एसपी अमित कुमार रेणु ने शनिवार की शाम पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी है।

एसपी ने बताया कि पुलिस ने मर्डर के आरोप में धोबीडीह निवासी मोकिम अंसारी को शनिवार की सुबह उसके घर से दबोच लिया है। मुख्य आरोपी जावेद फरार है।रंजीत की बाइक भी बरामद कर ली गयीहै। एसपी ने खुद गिरफ्तार मोकिम अंसारी से पूछताछ की है। फरार मुख्य आरोपी जानवेद की  गिरफ्तारी के लिए रेड की जा रही है। 

एसपी ने बताया कि पैसे के लेन-देन में रंजीत की मर्डर उसके साथी जावेद ने की है। कमेटी का लगभग दो लाख रुपया जावेद के पास था। रंजीत उस पैसे के लिए उस पर प्रेसर बना रहा था। पैसा देना नहीं पड़े, इसके लिए उसने रंजीत की मर्डर कर दी। इस क्राइम जावेद का साथ उसका साथी मोकिम अंसारी ने दिया
आरोपी मोकिम अंसारी ने मीडिया को बताया कि जावेद और उसने दूसरे के मोबाइल से रंजीत को पहले तिरंगा चौक बुलाया। कोलडीहा में रंजीत ने मुर्गा खरीदा। एक ढाबा में मुर्गा और रोटी बनवाने के बाद उसे पैक कर खंडहरनुमा हवेली ले गये। वहां बीयर और मुर्गा की पार्टी हुई। इसी क्रम में जावेद ने बड़ा पत्थर उठाकर रंजीत के सिर पर प्रहार कर दिया। पत्थर से सिर कुचलने के बाद जब उसकी मौत हो गई, तो बॉडी को उठाकर नीचे फेंक दिया। इसके बाद रंजीत की बाइक ले जाकर बदगुंदा जंगल में छोड़ दिया। उल्लेखनीय है कि मुफस्सिल पुलिस स्टेशन एरिया महेशलुंडी निवासी रंजीत कुमार साव की बॉडी शुक्रवार की सुबह लगभग 11 बजे अंग्रेजों के जमाने में बने एक खंडहरनुमा हवेली में मिला था।
 23 हजार सौ रुपये नकली नोट के साथ एक अरेस्ट,नकली नोट छापकर चलाता था बाजार में 
 पुलिस ने 23,600 रुपये नकली नोट के साथ डुमरी पुलिस स्टेशन एरिया के भंडारो गांव निवासी परमेश्वर विश्वकर्मा का पुत्र सुधीर विश्वकर्मा को अरेस्ट किया है। सुधीर प्रिंटिंग मशीन से नकली नोट छाप कर बाजार में खपाने वाले गैंग का मेंबर है। गिरिडीह एसपी अमित रेणु ने शनिवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी। एसपी ने बताया कि पचंबा पुलिस स्टेशन ओसी नीतिश कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि बक्सीडीह-माथाडीह के पास कुछ युवक जाली नोट की अदला-बदली कर रहे हैं। ओसी ने एरिया में पेट्रोलिंग पर निकले एसआइ मिथुन रजक को मामले की जानकारी दी। पुलिस मौके पर पहुंची और नकली नोट के सााथ सुधीर को दबोच ली। 
सुधीर के पास से पुलिस ने कुल 23,600 रु नकली नोट बरामद किये हैं। इनमें 200 रु के 43 व 50 रु के 300 नकली नोट हैं। पुलिस पूछताछ में सुधीर ने गैंग व मास्टरमाइंड के बारे में जानकारी ती। सुधीर 200-500 रु के करेंसी नोट को प्रिंटिंग मशीन से बनाकर बाजार में खपाकर लोगों को ठगता है। सुधीर पहले भी जेल जा चुका है। 
मास्टरमाइंड असलम डुमरी का
बताया जाता है कि नकली नोट कारोबार करने वाले गैंग का मास्टरमांइड डुमरी त्र के भवनाथपुर का असलम है असलम नकली नोट छापता है। उसके घर में भी नकली नोट छापने वाली मशीन है। पचंबा इलाके के विजय नामक युवक भी इस गैंग से जुड़ा है। विजय रिसीवर है। गैंग के मेंबरों   सिर्फ गिरिडीह जिला में लाखों रुये के नकली नोट खपाये हैं।