कैंसिल नहीं होंगी CBSE 12वीं की Board की Exam, एक जून को होगा डेट का ऐलान, जेईई मेन और नीट का भी होगा आयोजन

सीबीएसई की 12वीं बोर्ड एग्जाम कैंसिल नहीं होगी। एग्जाम का आयोजन किया जायेगा।हालांकि, एग्जाम के फॉर्मेट में बदलाव किया जा सकता है। सीबीएसई बोर्ड द्वारा एग्जामस को लेकर डेट और एग्जाम पैटर्न के लिए एक जून 2021 को घोषणा की जायेगी। इसी प्रकार, इंट्रेंस एग्जामस (जेईई मेन, नीट आदि) का भी आयोजन किया जायेगा।

कैंसिल नहीं होंगी CBSE 12वीं की Board की Exam, एक जून को होगा डेट का ऐलान, जेईई मेन और नीट का भी होगा आयोजन
  • सीबीएसई बोर्ड द्वारा एग्जामस डेट व एग्जाम पैटर्न का करेगा एलान

नई दिल्ली। सीबीएसई की 12वीं बोर्ड एग्जाम कैंसिल नहीं होगी। एग्जाम का आयोजन किया जायेगा।हालांकि, एग्जाम के फॉर्मेट में बदलाव किया जा सकता है। सीबीएसई बोर्ड द्वारा एग्जामस को लेकर डेट और एग्जाम पैटर्न के लिए एक जून 2021 को घोषणा की जायेगी। इसी प्रकार, इंट्रेंस एग्जामस (जेईई मेन, नीट आदि) का भी आयोजन किया जायेगा।

डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह, एजुकेशन मिनिस्टर रमेश पोखरियाल 'निशंक', और अन्य सेंट्रल मिनिस्टर, विभिन्न राज्यों के शिक्षा मंत्रियों और शिक्षा सचिवों के साथ 12वीं की लंबित बोर्ड परीक्षाओं के महामारी के बीच आयोजन को लेकर रविवार हुई वर्चुअल मीटिंग हुई।  मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार,2वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं और प्रवेश परीक्षाओं को लेकर आज हुई हाई-लेवल मीटिंग में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों से 25 मई तक लिखित में सुझाव मांगे हैं।

सेंट्रल एजुकेशन मिनिस्टर डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने ट्वीट कर कहा कि सभी स्टेट से लिखित में अपने सुझाव 25 मई तक भेजने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि यह हाई-लेवल मीटिंग बहुत ही उपयोगी रही। क्योंकि इसमें मौजूदा परिस्थियों की समीक्षा की गई है।निशंक ने लिखा कि  मुझे पूरा भरोसा है कि हम सामूहिक निर्णय के माध्यम से जल्द ही कक्षा 12 की बोर्ड एग्जामस के बारे में अपना अंतिम फैसला करेंगे।छात्रों व अभिवावकों के मन में व्याप्त अनिश्चितता को दूर कर पायेंहे। निशंक ने कहा कि छात्रों, शिक्षकों की सुरक्षा और भविष्य हमारे लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।

उल्लेखनीय है कि सीबीएसई ने एक जून तक के लिए 12वीं एग्जामसको स्थगित करने का ऐलान किया था। वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को कहा कि छात्रों-अभिभावकों और शिक्षकों से सुझाव लेने के बाद एक जून को 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं पर फैसला किया जा सकता है।

1.5 करोड़ छात्र देंगे 12वीं की एग्जाम

उल्लेखनीय है  कि देशभर में राज्य बोर्डों, सीबीएसई, सीआईएसई की 12वीं परीक्षा में करीब 1.5 करोड़ स्टूडेंट्स एग्जाम में भाग लेंगे।

स्टेट को 25 मई तक देने हैं सुझाव

सेंट्रल गवर्नमेंट की ओर से स्टेट से बोर्ड एग्जामस के आयोजन पर विस्तृत सुझाव साझा करने की अपील की गयी। रमेश पोखरियाल 'निशंक' के अनुसार, "प्रधानमंत्री के नेतृत्व के अनुरूप बैठक काफी सकारात्मक रही। हमे कई महत्वपूर्ण सुझाव मिले। हमने सभी राज्यों से अपील की है कि वे अपने विस्तृत सुझाव 25 मई तक साझा करें।

स्टेट को दिये गये दो विकल्प

सेंट्रल की ओर से बैठक में स्टेटको दो विकल्प दिये गये। इनमें ने पहले विकल्प के अनुसार क्लास 12 के स्टूडेंट्स को कुछ सलेक्टेज सबजेक्टस के एग्जाम में सम्मिलित होना होगा। इन सबजेक्ट्स में प्रदर्शन के आधार पर अन्य शेष विषयों के लिए मार्क्स जारी दिये जायेंगे। सेंट्रल द्वारा स्टेट को सुझाये गये दूसरे विकल्प के बारे में बताते हुए दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए एग्जामस का आयोजन किया जा सकेगा लेकिन एग्जाम पैटर्न में बदलाव करना होगा। इसमें परंपरागत तीन घंटे के विभिन्न प्रकार के प्रश्नों की बजाय 1.5 घंटे का एक ही पेपर होगा। इसमें सिर्फ बहुविकल्पीय प्रकृति के प्रश्न होंगे। हालांकि, सिसोदिया ने कहा कि हमने दोनो ही विकल्पों का विरोध किया।

कई स्टेट ने किया विरोध

सिसोदिया कहा कि कई राज्यों ने किसी भी प्रक्रार की परीक्षा के आयोजन का विरोध किया।र इन राज्यों द्वारा 'जीरो एग्जाम' की मांग की गयी। इन राज्यों का मत था कि बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ जेईई और नीट एग्जामस के आयोजन से पहले सभी परीक्षार्थियों को वैक्सीन लगनी चाहिए। महाराष्ट्र की शिक्षा वर्षा गायकवाड़ ने मीटिंग के बारे में कहा कि की बैठक में हमने चर्चा की कि स्टूडेंट्स को सुरक्षित वातावरण देना हमारी पहली प्राथमिकता है। पिछला वर्ष छात्रों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण रहा। कोविड-19 महामारी की दूसरी चल रही है। तीसरी लहर भी आने की संभावना है।