पश्चिम बंगाल: आधार कार्ड पर ट्रांसजेंडर टैग पाने वाली पहली बनीं अनुप्रभा दास

अनुप्रभा दास मजूमदार नामक एक ट्रांसजेंडर के ने अंतत: अपने आधार कार्ड पर ट्रांसजेंडर या टीजी की मुहर लगवा ली है। यह भारत में एक महत्वपूर्ण पहचान दस्तावेज पर अपनी पसंद के लिंग को दर्ज कराने वाली बंगाल और शायद देश में पहली व्यक्ति बन गई हैं। 

पश्चिम बंगाल: आधार कार्ड पर ट्रांसजेंडर टैग पाने वाली पहली बनीं अनुप्रभा दास
कोलकाता। अनुप्रभा दास मजूमदार नामक एक ट्रांसजेंडर के ने अंतत: अपने आधार कार्ड पर ट्रांसजेंडर या टीजी की मुहर लगवा ली है। यह भारत में एक महत्वपूर्ण पहचान दस्तावेज पर अपनी पसंद के लिंग को दर्ज कराने वाली बंगाल और शायद देश में पहली व्यक्ति बन गई हैं। 
 आधार कार्ड में टैग हुआ ट्रांसजेंडर 
बायोलाजिकल रूप से पुरुष अनुप्रभा दास मजूमदार ट्रांसजेंडर है। उनका कहना है कि मैं इस बात से काफी खुश हूं। मैं अभिभूत हूं क्योंकि इसका मतलब है कि तीसरे लिंग की स्वीकृति। बताया जाता है कि 29 साल के एक ट्रांसजेंडर को आधार कार्ड में ट्रांसजेंडर टैग मिल गया है। उन्हें अपनी पहचान को लेकर काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता था। बायोलाजिकल रूप से पुरुष अनुप्रभा दास मजूमदार ट्रांसजेंडर है। अब तक उनके आधार कार्ड में उनका असली नाम अचिंता दास मजूमदार था। कार्ड में उनके लिंग वाले कालम में पुरुष’ था।
लिंग कालम में ट्रांसजेंडर टैग
अनुप्रभा चाहते थे कि उनके लिंग वाले कालम में ट्रांसजेंडर टैग को शामिल किया जाए। यह प्रक्रिया इस जुलाई में शुरू हुई जब यूआइडीएआइ ने सत्यापन के लिए वैध सहायक दस्तावेजों के रूप में टीजी पहचान पत्रों को शामिल किया।
नये आधार के लिए आवेदन
अनुप्रभा ने मई में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय से अपना टीजी कार्ड प्राप्त किया था।यूआइडीएआइ अधिसूचना प्रकाशित होते ही नये आधार के लिए आवेदन किया था।
 तीसरे लिंग की स्वीकृति
उन्होंने बताया कि मुझे बहुत समस्या का सामना करना पड़ रहा था। क्योंकि मेरे पुराने आधार में मेरे लिंग का उल्लेख पुरुष के रूप में किया गया था। अब, नये कार्ड में मेरा नाम और वह लिंग है जिससे मैं अपनी पहचान रखता हूं। मैं अभिभूत हूं क्योंकि इसका मतलब है कि तीसरे लिंग की स्वीकृति।