धनबाद : SNMMCH में पीजी की पढ़ाई के लिए फिर मांगी इजाजत, कॉलेज को पांच साल से है हरी झंडी मिलने का इंतजार

कोयला राजधानी धनबाद स्थित शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पीजी की पढ़ाई के लिए फिर से मैनेजमेंट ने कोशिश तेज कर दी है। कॉलेज ने इस संबंध में मान्यता के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को फीस भी भेज दी है।

धनबाद : SNMMCH में पीजी की पढ़ाई के लिए फिर मांगी इजाजत, कॉलेज को पांच साल से है हरी झंडी मिलने का इंतजार

धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद स्थित शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पीजी की पढ़ाई के लिए फिर से मैनेजमेंट ने कोशिश तेज कर दी है। कॉलेज ने इस संबंध में मान्यता के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को फीस भी भेज दी है।

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अब जल्द नेशनल मेडिकल काउंसिल की टीम कॉलेज आकर भौतिक संसाधनों का निरीक्षण करेगी। यदि निरीक्षण में सब कुछ सोतषजनक पाया जाता है कि पीजी की पढ़ाई के लिए कलॉलेज को अनुमति दी जा सकती है। वर्ष 2017 में कॉलेज मैनजमेंट की ओर से पीजी की पढ़ाई के लिए पहल की गयी थी। इसके लिए अब तक नेशनल मेडिकल काउंसिल 10 लाख फीस दिये जा चुके हैं। लेकिन संसाधन के अभाव में  पीजी की पढ़ाई के लिए मान्यता नहीं मिल पाई थी।हालांकि इस बार मेडिकल कॉलेज मैनेजमेंट संसाधन पूरे होने का दावा कर रहा है।
पांच सबजेक्ट में पीजी की पढ़ाई शुरू करने की कोशिश
मेडिकल कॉलेज मैनेजमेंट इस बार लगभग पांच सबजेक्ट में पीजी की पढ़ाई शुरू करने की कोशिश कर रहा है। कॉलेज मैनेजमेंट की ओर से से प्रबंधन की ओर से मेडिसिन, सर्जरी, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के अलावा दो अन्य और विभागों का चयन किया जा रहा है। मैनजमेंट का दावा कि इन सभी विभागों में प्रोफेसर एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर नियमानुसार हैं। इन विभागों में कंट्रेक्ट पर भी कुछ प्रोफेसर सेवा दे रहे हैं। हालांकि एसएनएमसीएच में कंट्रेक्ट पर काम कर रहे डॉक्टर को मान्यता नहीं देता है। ऐसे में एसएनएमएमसीएच मैनेजमेंट अब रेगुलर बहाली के लिए स्टेट हेल्थ डिपार्टमेंट को भी पत्र भेज रहा है। 
20 करोड़ रुपये की लागत से बना पीजी ब्लॉक पांच साल से बेकार
एसएनएमएमसीएच में बिल्डिंग कॉरपोरेशन डिपार्टमेंट की ओर से वर्ष 2017 में लगभग 20 करोड़ रुपये की लागत से पीजी ब्लॉक का निर्माण कराया गया था। तब से अभी तक यह बिल्डिंग खाली पड़ा हुआ है। वहीं हॉस्पिटल कैंपस में पीजी स्टूडेंट्स के लिए अलग पीजी हॉस्टल बनाया गया है। दो साल से पहले बना यह हॉस्टल खाली पड़ा हुआ है।