बिहार की बेटी नीना सिंह रही हैं राजस्थान की कड़क IPS अफसर, CISF की पहली महिला DG बनीं

बिहार की बेटी व राजस्थान कैडर की 1989 बैच की IPS ऑफिसर नीना सिंह ने CISF की DG का पदभार संभाल लिया है। नीना सिंह इस पोस्ट तक पहुंचने वाली पहली महिला अफसर हैं। DG बनने से पहले नीना सिंह CISF की एडिशनल डायरेक्टर जनरल यानी ADG थीं। 

बिहार की बेटी नीना सिंह रही हैं राजस्थान की कड़क IPS अफसर, CISF की पहली महिला DG बनीं
सीआइएसएफ की नयी डीजी ने पदभार संभाला।

पटना। बिहार की बेटी व राजस्थान कैडर की 1989 बैच की IPS ऑफिसर नीना सिंह ने CISF की DG का पदभार संभाल लिया है। नीना सिंह इस पोस्ट तक पहुंचने वाली पहली महिला अफसर हैं। DG बनने से पहले नीना सिंह CISF की एडिशनल डायरेक्टर जनरल यानी ADG थीं। 

यह भी पढें: Bihar Lalan Singh: जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार पर कसा तंज, 'ललन बाबू के पास हैं 12-13 MLA'
बिहार की बेटी, राजस्थान की ऑफिसर नीना
IPS ऑफिसर नीना सिंह राजस्थान में कई बड़े पदों पर रह चुकी हैं। नीना सिंह तेज तर्रार आईपीएस के रूप में जानी जाती हैं। उनके काम के लिए साल 2005 में उन्हें पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था। नीना सिंह मूलरूप से बिहार दरभंगा जिले के घनश्यामपुर प्रखंड के गनौन गांव निवासी हैं। राजस्थान कैडर की आईपीएस ऑफिसर हैं। नीना सिंह हाईली क्वालिफाइड हैं। उन्होंने अमेरिका की हावर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। नीना सिंह के हसबैंड रोहित कुमार सिंह भी राजस्थान कैडर के आईएएस ऑफिसर हैं।

PNB घोटाले और नीरव मोदी मामलों की जांच में रही शामिल
नीना सिंह कई बड़े केसेज का हिस्सा रह चुकी हैं। आईपीएस नीना सिंह ने CBI में ज्वाइंट डायरेक्टर थी। सीबीआई में रहते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार, आर्थिक अपराधों, बैंक फ्रॉड और खेल अखंडता से संबंधित कई हाई-प्रोफाइल केसों को संभाला है। इन सभी केसेज की जांच का हिस्सा रही हैं। रिपोटर्स के अनुसार पीएनबी घोटाला और नीरव मोदी सहित महत्वपूर्ण मामलों की जांच का भी हिस्सा रही हैं।
कड़क ऑफिसर के साथ-साथ लेखिका भी
एडमिनिस्ट्रेशन में अपनी खास भूमिका निभाने वाली नीना सिंह का लेखन में भी खास रूझान रहा है। उन्होंने अर्थशास्त्र में नोबल पुरस्कार विजेताओं, अभिजीत बनर्जी और एस्थर डुफ्लो के साथ शोध पत्रों का सह-लेखन भी किया है। वह राजस्थान राज्य महिला आयोग की सदस्य-सचिव भी रह चुकी हैं। कोरोना महामारी के दौरान सिंह, राजस्थान में प्रमुख शासन सचिव (स्वास्थ्य) की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। 1989 बैच की आईपीएस नीना सिंह की पहली पदस्थापना 1992 में जयपुर में एएसपी के रूप में हुई। इसके बादर सिरोही और जयपुर की एसपी बनीं। अजमेर और जयपुर में आईजी बनीं।
दरभंगा जिले के घनश्यामपुर प्रखंड के गनौन गांव की है नीना सिंह
दरभंगा जिले के घनश्यामपुर प्रखंड के गनौन गांव निवासी नीना सिंह  के सीआईएसएफ की डीजी बनने  सूचना मिलते ही गांव-समाज में खुशी की लहर है। इसको लेकर बाबूबरही में शुक्रवार को सतघरा चित्रगुप्त सेवा समिति की एक बैठक हुई। इसमें कायस्थ समाज के लोगों ने खुशी मनाई। बैठक में नीना सिंह के चाचा शेखर लाल भी थे। उन्होंने बताया नीना सिंह राजस्थान कैडर के 1989 बैच की आईपीएस अफसर हैं। इनकी पहली पदस्थापना 1992 में जयपुर में एएसपी के रूप में हुई। फिर सिरोही और जयपुर की एसपी बनीं। इसके बाद अजमेर और जयपुर में आईजी बनीं। वर्ष 2021 से सीआईएसफ में काम कर रही हैं।

नीना सिंह को मिल चुके हैं कई पुरस्कार
31 अगस्त 2023 से डीजी प्रभारी थी। अपनी उत्तम सेवा को लेकर ये कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी हैं। हाल ही में नीना को डीजी बनाया गया है। चाचा शेखर लाल के अनुसार, नीना के पिता गणेश लाल दास गुमला में डीडीसी थे। पटना में पिता का घर है। बीते नवंबर में पिता की पुण्यतिथि पर नीना पटना आई थी। ऊंचे पदों पर रहने के बाद भी सगे -सबंधियों से बात करती रहती हैं।